अयोध्या में नहीं मिला कोरोना पॉजिटिव मरीज, फिर भी सतर्कता जरूरी: ADG एसएन साबत

यूपी पुलिस सरकार के निर्देशों को अमल में लाने के लिए काम कर रही है.
लखनऊ जोन के एजीडी एसएन साबत शनिवार को अयोध्या (Ayodhya) दौरे पर पहुंचे. इस दौरान उन्होंने अधिकारियों से मुलाकात की. उन्होंने लॉकडाउन (Lockdown) का कड़ाई से अनुपालन कराए जाने की जरूरत बताई.
- News18 Uttar Pradesh
- Last Updated: April 18, 2020, 3:40 PM IST
अयोध्या. वैश्विक महामारी कोरोना के संक्रमण को रोकने के लिए यूपी सरकार (UP Government) सतर्कता बरत रही है. यूपी पुलिस सरकार के निर्देशों को अमल में लाने के लिए काम कर रही है. बता दें, प्रदेश में योगी सरकार (Yogi Government) ने कोरोना को आपदा घोषित किया है. साथ ही यहां लॉकडाउन लागू है. इस बीच लखनऊ जोन के एजीडी एसएन साबत शनिवार को अयोध्या (Ayodhya) दौरे पर पहुंचे. इस दौरान उन्होंने अधिकारियों से मुलाकात की. एजीडी ने कहा कि जिले में अभी तक कोई कोरोना पॉजिटिव मरीज (Covid-19 Positive) नहीं मिला है, लेकिन हमें बेफिक्र होने की जरूरत नहीं है. उन्होंने लॉकडाउन का कड़ाई से अनुपालन कराए जाने की जरूरत बताई.
इंटीग्रेटेड कंट्रोल रूम का किया निरीक्षण
एडीजी ने यहां कोरोना की रोकथाम के लिए विकास भवन में बनाए गए इंटीग्रेटेड कंट्रोल रूम (Integrated Control Room) का निरीक्षण किया. इस दौरान उन्होंने अन्य जनपदों की व्यवस्था की तुलना में यहां कंट्रोल रूम को और बेहतर बनाने के लिए क्या नया किया जा सकता है? इस दिशा में कदम उठाने की बात कही.
कोरोना संक्रमण की बात छुपाना अपराध
उन्होंने कहा कि कोई भी अगर कोरोना से ग्रसित होने की बात छुपाता है तो यह अपराध है. चाहे वह जमातियों की ओर से किया जाए या फिर अन्य किसी की ओर से. सभी के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जा रही है. जनपद दौरे पर पहुंचे एडीजी लखनऊ ने कोरोना को लेकर उपजे हालात के मद्देनजर जिला प्रशासन की ओर से विकास भवन में बनवाए गए इंटीग्रेटेड कंट्रोल रूम का निरीक्षण किया. कंट्रोल रूम में विभिन्न विभागों के प्रभारियों से उनके विभाग से संबंधित सवाल जवाब किए.
अधिकारियों से की मुलाकात, दिए निर्देश
कंट्रोल रूम में ही एडीजी ने अयोध्या के आईजी डॉ. संजीव गुप्ता, डीएम अनुज कुमार झा, एसएसपी आशीष तिवारी तथा अन्य अधिकारियों के साथ व्यवस्थाओं तथा कार्रवाई की समीक्षा की. इस दौरान अधिकारियों को लॉककडाउन का कड़ाई से अनुपालन कराने की हिदायत दी गई.
व्यवस्था और बेहतर करने के लिए उठाए जाएंगे कदम
मीडिया से बातचीत में एडीजी एसएन साबत ने कहा कि जिला प्रशासन की ओर से की गई व्यवस्थाएं ठीक हैं. हालांकि इसमें और क्या बेहतर किया जा सकता है? इसके लिए कदम उठाए जाएंगे. जमातियों के संदर्भ में उन्होंने कहा कि पता कर लिया गया है कि कौन-कौन जमात में शामिल होने गए थे और यह लोग किन जनपदों के रहने वाले हैं.
एडीजी ने दावा किया कि जमात में शामिल होने वाले सभी लोगों को क्वांटाइन किया जा चुका है और इनकी दो-दो बार जांच कराई जा चुकी है. उन्होंने कहा कि कोरोना के संबंध में जानकारी छुपाना अपराध है और आपदा अधिनियम तथा महामारी एक्ट के तहत कार्रवाई की जा रही है.
आम लोगों को नहीं हो कोई परेशानी
एडीजी ने कहा कि जनपद में अभी तक कोरोना से संक्रमित कोई मरीज नहीं पाया गया है. लेकिन हमे बेफिक्र होने की जरूरत नहीं है. एडीजी ने यह भी कहा कि पुलिस और प्रशासन की कोशिश होनी चाहिए कि आम लोगों को लॉकडाउन के कारण कम समस्या हो. साथ ही आवश्यक वस्तु दूध, सब्जी, फल, राशन तथा दवाओं की उपलब्धता और होम डिलीवरी सुनिश्चित कराने की बात भी कही.
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UP: बिजली गिरने से एक ही परिवार के दो लोगों की मौत, तीन लोग झुलसे
इंटीग्रेटेड कंट्रोल रूम का किया निरीक्षण
एडीजी ने यहां कोरोना की रोकथाम के लिए विकास भवन में बनाए गए इंटीग्रेटेड कंट्रोल रूम (Integrated Control Room) का निरीक्षण किया. इस दौरान उन्होंने अन्य जनपदों की व्यवस्था की तुलना में यहां कंट्रोल रूम को और बेहतर बनाने के लिए क्या नया किया जा सकता है? इस दिशा में कदम उठाने की बात कही.
कोरोना संक्रमण की बात छुपाना अपराध
उन्होंने कहा कि कोई भी अगर कोरोना से ग्रसित होने की बात छुपाता है तो यह अपराध है. चाहे वह जमातियों की ओर से किया जाए या फिर अन्य किसी की ओर से. सभी के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जा रही है. जनपद दौरे पर पहुंचे एडीजी लखनऊ ने कोरोना को लेकर उपजे हालात के मद्देनजर जिला प्रशासन की ओर से विकास भवन में बनवाए गए इंटीग्रेटेड कंट्रोल रूम का निरीक्षण किया. कंट्रोल रूम में विभिन्न विभागों के प्रभारियों से उनके विभाग से संबंधित सवाल जवाब किए.
अधिकारियों से की मुलाकात, दिए निर्देश
कंट्रोल रूम में ही एडीजी ने अयोध्या के आईजी डॉ. संजीव गुप्ता, डीएम अनुज कुमार झा, एसएसपी आशीष तिवारी तथा अन्य अधिकारियों के साथ व्यवस्थाओं तथा कार्रवाई की समीक्षा की. इस दौरान अधिकारियों को लॉककडाउन का कड़ाई से अनुपालन कराने की हिदायत दी गई.
व्यवस्था और बेहतर करने के लिए उठाए जाएंगे कदम
मीडिया से बातचीत में एडीजी एसएन साबत ने कहा कि जिला प्रशासन की ओर से की गई व्यवस्थाएं ठीक हैं. हालांकि इसमें और क्या बेहतर किया जा सकता है? इसके लिए कदम उठाए जाएंगे. जमातियों के संदर्भ में उन्होंने कहा कि पता कर लिया गया है कि कौन-कौन जमात में शामिल होने गए थे और यह लोग किन जनपदों के रहने वाले हैं.
एडीजी ने दावा किया कि जमात में शामिल होने वाले सभी लोगों को क्वांटाइन किया जा चुका है और इनकी दो-दो बार जांच कराई जा चुकी है. उन्होंने कहा कि कोरोना के संबंध में जानकारी छुपाना अपराध है और आपदा अधिनियम तथा महामारी एक्ट के तहत कार्रवाई की जा रही है.
आम लोगों को नहीं हो कोई परेशानी
एडीजी ने कहा कि जनपद में अभी तक कोरोना से संक्रमित कोई मरीज नहीं पाया गया है. लेकिन हमे बेफिक्र होने की जरूरत नहीं है. एडीजी ने यह भी कहा कि पुलिस और प्रशासन की कोशिश होनी चाहिए कि आम लोगों को लॉकडाउन के कारण कम समस्या हो. साथ ही आवश्यक वस्तु दूध, सब्जी, फल, राशन तथा दवाओं की उपलब्धता और होम डिलीवरी सुनिश्चित कराने की बात भी कही.
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