अयोध्या फैसले के बाद VHP निकालेगी राम बारात, पीएम नरेंद्र मोदी और सीएम योगी हो सकते हैं बाराती
News18 Uttar Pradesh Updated: November 19, 2019, 2:24 PM IST

विहिप राम बारात की तैयारियों में जुटा है.
विश्व हिंदू परिषद (VHP) की मानें तो मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कार्यक्रम में शिरकत करेंगे. साथ ही प्रधानमंत्री के भी जनकपुर में भगवान राम के विवाह समारोह पहुंचने की उम्मीद है.
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- Last Updated: November 19, 2019, 2:24 PM IST
अयोध्या. अयोध्या (Ayodhya) में भगवान राम (Lord Rama) के विवाह की तैयारी विश्व हिंदू परिषद (VHP) कर रहा है. अयोध्या विवाद (Ayodhya Dispute) पर सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) का फैसला आने के बाद पहला सार्वजनिक कार्यक्रम होगा. विश्व हिंदू परिषद हर 5 साल में अयोध्या से नेपाल के जनकपुर तक भगवान राम की बारात (Ram Barat) लेकर जाती है. VHP इस बार भी उसी की तैयारी में लगा हुआ है. 21 नवंबर को अयोध्या के कारसेवकपुरम से भगवान राम की बरात जनकपुर के लिए रवाना होगी. इस कार्यक्रम का निमंत्रण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi), मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) समेत कई गणमान्य लोगों को भेजा गया है.
1 दिसंबर को है शादी का मुहूर्त
विश्व हिंदू परिषद की मानें तो मुख्यमंत्री इस कार्यक्रम में शिरकत करेंगे. साथ ही प्रधानमंत्री के भी जनकपुर में भगवान राम के विवाह समारोह में पहुंचने की उम्मीद है. अयोध्या मामले पर फैसला आने के बाद यह पहला ऐसा सार्वजनिक कार्यक्रम है. इसको भव्य और दिव्य बनाने में विश्व हिंदू परिषद ने ताकत झोंक रखी है. भगवान राम की नगरी में लगातार इस समय सरगर्मी तेज है. 1 दिसंबर को भगवान राम के विवाह का मुहूर्त है, जिसके लिए अयोध्या के मंदिरों में तैयारियां शुरू कर दी गई हैं. विश्व हिंदू परिषद भी अब राम बरात जनकपुर ले जाने की तैयारी में जुट गया है. 21 नवंबर को भगवान राम की बरात अयोध्या से रवाना होगी, जिसे न्यास अध्यक्ष हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे. इसमें लगभग 200 संतों के शामिल होने की उम्मीद जताई जा रही है. साथ ही कई प्रमुख चेहरे भी राम विवाह के कार्यक्रम में शामिल होंगे.
पीएम मोदी और सीएम योगी हो सकते हैं शामिलविहिप के प्रांतीय मीडिया प्रभारी शरद शर्मा ने बताया कि 21 नवंबर को अयोध्या से बारात निकलेगी और 28 नवंबर को जनकपुर पहुंचेगी. 1 दिसंबर को माता सीता भगवान राम के साथ परिणय सूत्र में बंधेंगी. 2 दिसंबर को राम कलेवा होगा. उसके बाद बारात अयोध्या के लिए वापस रवाना हो जाएगी. इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तथा उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के शामिल होने की उम्मीद जताई जा रही है. सभी को निमंत्रण भेजा गया है और उम्मीद जताई जा रही है कि अयोध्या जनकपुर दोनों जगह के कार्यक्रमों में मुख्यमंत्री शिरकत कर सकते हैं. साथ ही प्रधानमंत्री भी जनकपुर के कार्यक्रम में शिरकत कर सकते हैं.
(रिपोर्ट: निमिष गोस्वामी)
1 दिसंबर को है शादी का मुहूर्त
विश्व हिंदू परिषद की मानें तो मुख्यमंत्री इस कार्यक्रम में शिरकत करेंगे. साथ ही प्रधानमंत्री के भी जनकपुर में भगवान राम के विवाह समारोह में पहुंचने की उम्मीद है. अयोध्या मामले पर फैसला आने के बाद यह पहला ऐसा सार्वजनिक कार्यक्रम है. इसको भव्य और दिव्य बनाने में विश्व हिंदू परिषद ने ताकत झोंक रखी है. भगवान राम की नगरी में लगातार इस समय सरगर्मी तेज है. 1 दिसंबर को भगवान राम के विवाह का मुहूर्त है, जिसके लिए अयोध्या के मंदिरों में तैयारियां शुरू कर दी गई हैं. विश्व हिंदू परिषद भी अब राम बरात जनकपुर ले जाने की तैयारी में जुट गया है. 21 नवंबर को भगवान राम की बरात अयोध्या से रवाना होगी, जिसे न्यास अध्यक्ष हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे. इसमें लगभग 200 संतों के शामिल होने की उम्मीद जताई जा रही है. साथ ही कई प्रमुख चेहरे भी राम विवाह के कार्यक्रम में शामिल होंगे.
पीएम मोदी और सीएम योगी हो सकते हैं शामिलविहिप के प्रांतीय मीडिया प्रभारी शरद शर्मा ने बताया कि 21 नवंबर को अयोध्या से बारात निकलेगी और 28 नवंबर को जनकपुर पहुंचेगी. 1 दिसंबर को माता सीता भगवान राम के साथ परिणय सूत्र में बंधेंगी. 2 दिसंबर को राम कलेवा होगा. उसके बाद बारात अयोध्या के लिए वापस रवाना हो जाएगी. इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तथा उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के शामिल होने की उम्मीद जताई जा रही है. सभी को निमंत्रण भेजा गया है और उम्मीद जताई जा रही है कि अयोध्या जनकपुर दोनों जगह के कार्यक्रमों में मुख्यमंत्री शिरकत कर सकते हैं. साथ ही प्रधानमंत्री भी जनकपुर के कार्यक्रम में शिरकत कर सकते हैं.
(रिपोर्ट: निमिष गोस्वामी)
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First published: November 19, 2019, 1:43 PM IST