अयोध्या: दशरथ महल के संत पर छात्र नेता ने किया जानलेवा हमला, 6 गिरफ्तार

दशरथ महल के संत पर छात्र नेता ने किया जानलेवा हमला
एएसपी (ASP) निपुण अग्रवाल ने बताया कि कैंट थाना क्षेत्र स्थित जिला गन्ना विकास समिति पास जमीन को लेकर दोनों पक्षों को पहले ही आगाह किया था.
- News18 Uttar Pradesh
- Last Updated: October 3, 2020, 2:01 PM IST
अयोध्या. रामनगरी अयोध्या (Ayodhya) में शनिवार को जमीन विवाद को लेकर पूर्व छात्र नेता और संतों में जमकर मारपीट हुई. मारपीट में दो संतों को चोटें आयीं हैं. पूर्व छात्र नेता आलोक सिंह पर अयोध्या दशरथ महल बड़ा स्थान के संत सुदामा दास पर ईंट से हमला करने का आरोप है. मौके पर पहुंची पुलिस ने घायलों को जिला अस्पताल में भर्ती करवाया. साथ ही मामले में 6 लोगों को गिरफ्तार किया है.
दरअसल थाना कैंट क्षेत्र के हसनूकटरा जिला गन्ना विकास समिति के जर्जर भवन का निर्माण हो रहा था, जबकि हाल ही हुए विवाद के चलते पुलिस ने निर्माण कार्य पर रोक लगाते हुए दोनों पक्षों को कोई भी निर्माण कार्य न करने और दोनों पक्षों को तहसील दिवस में साक्ष्यों के साथ पेश होने के निर्देश दिया था. लेकिन तहसील दिवस से पहले ही निर्माण कार्य की सूचना पर पहुंचे संतों और निर्माण करा रहे लोगों से विवाद हो गया. मारपीट में दो संतों को चोटें आईं हैं.
अवैध निर्माण का आरोप
जानकारी के अनुसार अयोध्या राजा दशरथ महल की सम्पत्ति कैंट थाना क्षेत्र के मौजा चक गौरा पट्टी फैजाबाद गाटा संख्या 67 व 68 है. यह चक जिला सहकारी गन्ना विकास समिति आफिस से सटा है. यहां के सचिव सुनील वर्मा पर जबरन भगवान धनुषधारी की संपत्ति पर अवैध निर्माण का आरोप है. मामला अयोध्या के संतों से जुड़ा होने के कारण पुलिस ने 6 लोगों को गिरफ्तार कर मुकदमा दर्ज कर लिया है.ये भी पढे़ं- हाथरस कांड: गैंगरेप पीड़िता की मां का आरोप- DM ने कहा अगर कोरोना से मर जाती तो क्या मुआवजा मिलता?
एएसपी निपुण अग्रवाल ने बताया कि कैंट थाना क्षेत्र स्थित जिला गन्ना विकास समिति पास जमीन को लेकर दोनों पक्षों को पहले ही आगाह किया था कि जमीन के कागजात लेकर तहसील दिवस में प्रस्तुत करने के निर्देश दिए थे. लेकिन पूर्व छात्र नेता आलोक सिंह नशे में धुत होकर अपने साथियों के साथ संत पर हमला बोला. जिनमें पूर्व छात्र नेता समेत 6 लोगों गिरफ्तार कर लिया गया है. दरअसल अयोध्या में मंदिर की जमीन को लेकर मारपीट व हत्या कोई नई बात नहीं है. अयोध्या में अलग-अलग मंदिर की जमीन को लेकर बहुत बार मारपीट हो चुकी है यहां तक की हत्याएं भी हो चुकी है.
दरअसल थाना कैंट क्षेत्र के हसनूकटरा जिला गन्ना विकास समिति के जर्जर भवन का निर्माण हो रहा था, जबकि हाल ही हुए विवाद के चलते पुलिस ने निर्माण कार्य पर रोक लगाते हुए दोनों पक्षों को कोई भी निर्माण कार्य न करने और दोनों पक्षों को तहसील दिवस में साक्ष्यों के साथ पेश होने के निर्देश दिया था. लेकिन तहसील दिवस से पहले ही निर्माण कार्य की सूचना पर पहुंचे संतों और निर्माण करा रहे लोगों से विवाद हो गया. मारपीट में दो संतों को चोटें आईं हैं.
अवैध निर्माण का आरोप
जानकारी के अनुसार अयोध्या राजा दशरथ महल की सम्पत्ति कैंट थाना क्षेत्र के मौजा चक गौरा पट्टी फैजाबाद गाटा संख्या 67 व 68 है. यह चक जिला सहकारी गन्ना विकास समिति आफिस से सटा है. यहां के सचिव सुनील वर्मा पर जबरन भगवान धनुषधारी की संपत्ति पर अवैध निर्माण का आरोप है. मामला अयोध्या के संतों से जुड़ा होने के कारण पुलिस ने 6 लोगों को गिरफ्तार कर मुकदमा दर्ज कर लिया है.ये भी पढे़ं- हाथरस कांड: गैंगरेप पीड़िता की मां का आरोप- DM ने कहा अगर कोरोना से मर जाती तो क्या मुआवजा मिलता?
एएसपी निपुण अग्रवाल ने बताया कि कैंट थाना क्षेत्र स्थित जिला गन्ना विकास समिति पास जमीन को लेकर दोनों पक्षों को पहले ही आगाह किया था कि जमीन के कागजात लेकर तहसील दिवस में प्रस्तुत करने के निर्देश दिए थे. लेकिन पूर्व छात्र नेता आलोक सिंह नशे में धुत होकर अपने साथियों के साथ संत पर हमला बोला. जिनमें पूर्व छात्र नेता समेत 6 लोगों गिरफ्तार कर लिया गया है. दरअसल अयोध्या में मंदिर की जमीन को लेकर मारपीट व हत्या कोई नई बात नहीं है. अयोध्या में अलग-अलग मंदिर की जमीन को लेकर बहुत बार मारपीट हो चुकी है यहां तक की हत्याएं भी हो चुकी है.