सांप्रदायिक सौहार्द की मिसालः मुस्लिम परिवार ने भगवान हनुमान के कैलेंडर के तौर पर छपवाया शादी का कार्ड

सांप्रदायिक सौहार्द को बढ़ाने वाले इस कदम के बाद पूरा गांव मोबीन की तारीफ कर रहा है.
मोहम्मद मोबीन का कहना है कि हम अल्लाह के साथ भगवान में भी आस्था रखते हैं. मेरे लिए अल्लाह और भगवान एक हैं.
- News18 Uttar Pradesh
- Last Updated: November 21, 2019, 1:28 PM IST
अयोध्या. अयोध्या (Ayodhya) भूमि विवाद में फैसला आने के बाद से ही देश में सांप्रदायिक सौहार्द सांप्रदायिक सौहार्द (Communal Harmony) का माहौल है. अब इसी क्रम में एक मुस्लिम परिवार (Muslim Family) ने भगवान राम की नगरी अयोध्या में गंगा जमुनी तहजीब की अनूठी मिसाल पेश की है. अयोध्या जनपद के पूरा बाजार विकासखंड के चरेरा गांव निवासी मोहम्मद मोबीन ने अपने बेटे मोहम्मद नसीर और बेटी अमीना बानो के निकाह का कार्ड हनुमान जी के कैलेंडर पर छपवाया है. इसके साथ ही भगवान ब्रह्मा, विष्णु, शिव और नारद जी की भी फोटो छपवा कर सामाजिक सौहार्द की भावना को दर्शाया है.
गांव में दशकों से है भाईचारा
मोहम्मद मोबीन का कहना है कि हम अल्लाह के साथ भगवान में भी आस्था रखते हैं. मेरे लिए अल्लाह और भगवान एक हैं. मोबीन राजकीय होम्योपैथिक अस्पताल रसूलाबाद में वार्ड बॉय के तौर पर तैनात हैं. चरेरा गांव में लगभग 20 प्रतिशत मुस्लिम परिवार निवास करते हैं.
सभी को यही निमंत्रण पत्र भेजामोहम्मद मुबीन ने अपनी बेटे की शादी जनपद के ही सोहावल विकासखंड के सुचिता गंज बाजार निवासी शमा बानो से तय की है. वहीं अपनी बेटी अमीना बानो की शादी जौनपुर जिले के मर्दानपुर निवासी अख्तर से तय की है. बेटे की शादी 22 नवंबर को तो बेटी की 24 नवंबर को है. मोबिन का कहना है सभी सगे संबंधियों को यही निमंत्रण पत्र भेजा रहा है. जब आमंत्रण पत्र रिश्तेदारों व समाज के लोगों को मिला तो सभी हैरत में पड़ गए. क्योंकि ऐसा पहली बार हुआ है कि मुस्लिम परिवार में ऐसा निमंत्रण पत्र छपा हो.
गांव के लोग कर रहे तारीफ
मोहम्मद मुबीन के इस प्रयास की पूरा ग्रामीण तारीफ करते नहीं थक रहा है. सभी इसे सांप्रदायिक सौहार्द को बढ़ाने वाला कदम बता रहे हैं. मोहम्मद मोबीन ने शादी के लगभग 700 कार्ड रिश्तेदारों व संबंधियों में बांटे हैं. मोबीन का कहना कि सभी त्योहार हम लोग मिलजुल कर मनाते हैं. दूसरे समुदाय के लोग हमें परिवार की तरह मानते हैं और प्रत्येक कार्यक्रम में सहयोगी के रूप में खड़े रहते हैं, इसलिए हमने शादी के कार्ड पर भगवान की फोटो छपावाई है.
ये भी पढ़ें: अयोध्या फैसला: रिव्यू पिटिशन और 5 एकड़ जमीन पर सुन्नी वक्फ बोर्ड में घमासान
BHU: मुस्लिम प्रोफेसर डॉ फिरोज को लेकर छात्रों में दो फाड़
गांव में दशकों से है भाईचारा
मोहम्मद मोबीन का कहना है कि हम अल्लाह के साथ भगवान में भी आस्था रखते हैं. मेरे लिए अल्लाह और भगवान एक हैं. मोबीन राजकीय होम्योपैथिक अस्पताल रसूलाबाद में वार्ड बॉय के तौर पर तैनात हैं. चरेरा गांव में लगभग 20 प्रतिशत मुस्लिम परिवार निवास करते हैं.
सभी को यही निमंत्रण पत्र भेजामोहम्मद मुबीन ने अपनी बेटे की शादी जनपद के ही सोहावल विकासखंड के सुचिता गंज बाजार निवासी शमा बानो से तय की है. वहीं अपनी बेटी अमीना बानो की शादी जौनपुर जिले के मर्दानपुर निवासी अख्तर से तय की है. बेटे की शादी 22 नवंबर को तो बेटी की 24 नवंबर को है. मोबिन का कहना है सभी सगे संबंधियों को यही निमंत्रण पत्र भेजा रहा है. जब आमंत्रण पत्र रिश्तेदारों व समाज के लोगों को मिला तो सभी हैरत में पड़ गए. क्योंकि ऐसा पहली बार हुआ है कि मुस्लिम परिवार में ऐसा निमंत्रण पत्र छपा हो.
गांव के लोग कर रहे तारीफ
मोहम्मद मुबीन के इस प्रयास की पूरा ग्रामीण तारीफ करते नहीं थक रहा है. सभी इसे सांप्रदायिक सौहार्द को बढ़ाने वाला कदम बता रहे हैं. मोहम्मद मोबीन ने शादी के लगभग 700 कार्ड रिश्तेदारों व संबंधियों में बांटे हैं. मोबीन का कहना कि सभी त्योहार हम लोग मिलजुल कर मनाते हैं. दूसरे समुदाय के लोग हमें परिवार की तरह मानते हैं और प्रत्येक कार्यक्रम में सहयोगी के रूप में खड़े रहते हैं, इसलिए हमने शादी के कार्ड पर भगवान की फोटो छपावाई है.
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First published: November 21, 2019, 12:08 PM IST