रामलला के दर्शन कर बोले विनय कटियार- राम मंदिर को लेकर पहले से बने ट्रस्ट में होगा थोड़ा बदलाव
News18 Uttar Pradesh Updated: November 15, 2019, 10:26 AM IST

राम मंदिर ट्रस्ट में सदस्यों की संख्या पर विनय कटियार बोले कि ये प्रधानमंत्री का विशेषाधिकार है.
अयोध्या (Ayodhya) में विनय कटियार (Vinay Katiyar) बोले कि राम जन्म भूमि के लिए ट्रस्ट जो बनेगा, वह अच्छा होगा और बढ़िया बनेगा. जो ट्रस्ट पहले से है और अभी भी काम कर रहा है, उसी में थोड़ा सा बदलाव करके सरकारी ट्रस्ट बन जाएगा.
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- Last Updated: November 15, 2019, 10:26 AM IST
निमिष गोस्वामी
अयोध्या. भारतीय जनता पार्टी (BJP) के वरिष्ठ नेता विनय कटियार (Vinay Katiyar) शुक्रवार को अयोध्या में रामलला (Ramlala) के दर्शन करने राम जन्म भूमि (Ram Janmbhoomi) पहुंचे. दर्शन के बाद विनय कटियार ने कहा कि बहुत ही सुखद दर्शन हुए और अच्छा लगा. उन्होंने कहा कि अब दिन आ गया है कि भव्यता और दिव्यता देने का जल्द से जल्द राम जन्म भूमि का ट्रस्ट (Trust) बन जाए. विनय कटियार ने कहा कि प्रधानमंत्री को तय करना है, उतनी ही जल्दी यहां पर काम शुरू होगा. उन्होंने बताया कि राम जन्म भूमि का मार्ग भी दूसरी जगह से होगा और इस जंजाल से जाल से मुक्ति मिल जाएगी. दर्शन पूजन हो रहा है, निर्माण होने में समय लगता है. कब तक राम मंदिर बंद कर पूरा होगा यह तो रामलला जानें.
उन्होंने कहा कि आज का दर्शन बेहद खास है. रामलला के दर्शन में खुशी की अनुभूति है. रामलला से हमने कहा है कि आशीर्वाद दीजिए और जल्दी काम शुरू हो. वहीं ट्रस्ट के विषय में विनय कटियार बोले कि राम जन्म भूमि के लिए ट्रस्ट जो बनेगा, वह अच्छा होगा और बढ़िया बनेगा. जो ट्रस्ट पहले से है और अभी भी काम कर रहा है, उसी में थोड़ा सा बदलाव करके सरकारी ट्रस्ट बन जाएगा. और काम शुरू हो जाएगा. वहीं ट्रस्ट में सदस्यों की संख्या पर विनय कटियार बोले कि ये प्रधानमंत्री का विशेषाधिकार है. उन्होंने कहा कि सोमनाथ मंदिर की तर्ज पर राम मंदिर का निर्माण होगा.
विहिप का सुझाव : राम मंदिर ट्रस्ट में अमित शाह, CM योगी को किया जाए शामिलबता दें इससे पहले विश्व हिंदू परिषद (Vishva Hindu Parishad) ने कहा है कि गृह मंत्री अमित शाह और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को इस ट्रस्ट में शामिल किया जाना चाहिए. विहिप के प्रवक्ता शरद शर्मा ने बुधवार को एक बार फिर उम्मीद जताई कि ट्रस्ट राम मंदिर का निर्माण रामजन्मभूमि न्यास द्वारा तैयार डिजाइन के अनुरूप ही करेगा.
1990 से चल रही है कार्यशाला
न्यास अयोध्या के कारसेवकपुरम में वर्ष 1990 से कलाकारों और शिल्पकारों के लिए कार्यशाला चला रहा है. इसमें कलाकारों ने कई पत्थरों और खंभों पर कलाकृतियां उकेरी हैं, इस उम्मीद के साथ कि जब भी राम लला का मंदिर बनेगा तो इन्हें उसमें लगाया जाएगा. कार्यशाला के प्रभारी 79 वर्षीय अन्नू भाई सोमपुरा ने बताया कि रामजन्मभूमि न्यास की योजना के मुताबिक मंदिर 268 फुट लंबा, 140 फुट चौड़ा और शिखर तक 128 फुट ऊंचा होगा. इसमें कुल 212 खंभे होंगे.राम मंदिर ट्रस्ट का गठन सोमनाथ मंदिर की तर्ज पर हो
विहिप के प्रवक्ता शरद शर्मा ने उम्मीद जताई कि नए ट्रस्ट में न्यास का भी कोई प्रतिनिधि होगा. उन्होंने कहा, ‘हमें लगता है कि गृह मंत्री अमित शाह और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भी इस ट्रस्ट में शामिल करना चाहिए. राम मंदिर ट्रस्ट का गठन सोमनाथ ट्रस्ट की तर्ज पर होना चाहिए.’ गौरतलब है कि विहिप राम जन्मभूमिन्यास का समर्थक रहा है. विहिप के सदस्य कार्यशाला में अपनी सेवाएं देते रहे हैं.
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अयोध्या. भारतीय जनता पार्टी (BJP) के वरिष्ठ नेता विनय कटियार (Vinay Katiyar) शुक्रवार को अयोध्या में रामलला (Ramlala) के दर्शन करने राम जन्म भूमि (Ram Janmbhoomi) पहुंचे. दर्शन के बाद विनय कटियार ने कहा कि बहुत ही सुखद दर्शन हुए और अच्छा लगा. उन्होंने कहा कि अब दिन आ गया है कि भव्यता और दिव्यता देने का जल्द से जल्द राम जन्म भूमि का ट्रस्ट (Trust) बन जाए. विनय कटियार ने कहा कि प्रधानमंत्री को तय करना है, उतनी ही जल्दी यहां पर काम शुरू होगा. उन्होंने बताया कि राम जन्म भूमि का मार्ग भी दूसरी जगह से होगा और इस जंजाल से जाल से मुक्ति मिल जाएगी. दर्शन पूजन हो रहा है, निर्माण होने में समय लगता है. कब तक राम मंदिर बंद कर पूरा होगा यह तो रामलला जानें.
उन्होंने कहा कि आज का दर्शन बेहद खास है. रामलला के दर्शन में खुशी की अनुभूति है. रामलला से हमने कहा है कि आशीर्वाद दीजिए और जल्दी काम शुरू हो. वहीं ट्रस्ट के विषय में विनय कटियार बोले कि राम जन्म भूमि के लिए ट्रस्ट जो बनेगा, वह अच्छा होगा और बढ़िया बनेगा. जो ट्रस्ट पहले से है और अभी भी काम कर रहा है, उसी में थोड़ा सा बदलाव करके सरकारी ट्रस्ट बन जाएगा. और काम शुरू हो जाएगा. वहीं ट्रस्ट में सदस्यों की संख्या पर विनय कटियार बोले कि ये प्रधानमंत्री का विशेषाधिकार है. उन्होंने कहा कि सोमनाथ मंदिर की तर्ज पर राम मंदिर का निर्माण होगा.
विहिप का सुझाव : राम मंदिर ट्रस्ट में अमित शाह, CM योगी को किया जाए शामिलबता दें इससे पहले विश्व हिंदू परिषद (Vishva Hindu Parishad) ने कहा है कि गृह मंत्री अमित शाह और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को इस ट्रस्ट में शामिल किया जाना चाहिए. विहिप के प्रवक्ता शरद शर्मा ने बुधवार को एक बार फिर उम्मीद जताई कि ट्रस्ट राम मंदिर का निर्माण रामजन्मभूमि न्यास द्वारा तैयार डिजाइन के अनुरूप ही करेगा.
1990 से चल रही है कार्यशाला
न्यास अयोध्या के कारसेवकपुरम में वर्ष 1990 से कलाकारों और शिल्पकारों के लिए कार्यशाला चला रहा है. इसमें कलाकारों ने कई पत्थरों और खंभों पर कलाकृतियां उकेरी हैं, इस उम्मीद के साथ कि जब भी राम लला का मंदिर बनेगा तो इन्हें उसमें लगाया जाएगा. कार्यशाला के प्रभारी 79 वर्षीय अन्नू भाई सोमपुरा ने बताया कि रामजन्मभूमि न्यास की योजना के मुताबिक मंदिर 268 फुट लंबा, 140 फुट चौड़ा और शिखर तक 128 फुट ऊंचा होगा. इसमें कुल 212 खंभे होंगे.
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विहिप के प्रवक्ता शरद शर्मा ने उम्मीद जताई कि नए ट्रस्ट में न्यास का भी कोई प्रतिनिधि होगा. उन्होंने कहा, ‘हमें लगता है कि गृह मंत्री अमित शाह और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भी इस ट्रस्ट में शामिल करना चाहिए. राम मंदिर ट्रस्ट का गठन सोमनाथ ट्रस्ट की तर्ज पर होना चाहिए.’ गौरतलब है कि विहिप राम जन्मभूमिन्यास का समर्थक रहा है. विहिप के सदस्य कार्यशाला में अपनी सेवाएं देते रहे हैं.
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First published: November 15, 2019, 10:23 AM IST
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