रिपोर्ट: सर्वेश श्रीवास्तव
अयोध्या. राम नगरी अयोध्या में मर्यादा पुरुषोत्तम प्रभु श्री राम का भव्य मंदिर बन रहा है. मंदिर निर्माण की झलक पाने के लिए दूर-दराज से श्रद्धालु लाखों की संख्या में अयोध्या पहुंच रहे हैं. इस बीच राम मंदिर के गर्भ ग्रह का निर्माण शुरू हो गया है. जानकारी के मुताबिक, राम मंदिर निर्माण का लगभग 60 फीसदी हिस्सा बनकर तैयार हो गया है.
भगवान राम के मंदिर को इस तरीके से बनाया जा रहा है, ताकि जनवरी 2024 में जब श्रीराम अपने गर्भ ग्रह में विराजमान हों, तो रामनवमी के दिन सूर्य की किरणें दोपहर 12 बजे उनके मस्तिष्क को प्रकाशमान करें. इतना ही नहीं मंदिर निर्माण को जल्द से जल्द पूरा करने के लिए ट्रस्ट के मजदूर दिन रात काम कर रहे हैं. वहीं, राम मंदिर को इतना मजबूत बनाया जा रहा है कि भविष्य में कभी भी भूकंप आए, तो इसको किसी भी तरह का कोई नुकसान ना हो. इसके लिए विशेष तौर पर वैज्ञानिक और विशेषज्ञों की टीम लगाई गई हैं.
वैज्ञानिक कर रहे रिसर्च
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने कहा कि सेंट्रल बिल्डिंग रिसर्च इंस्टीट्यूट जिसने राम मंदिर में भूकंप के प्रति स्थायत्व का अध्ययन किया था. इसमें प्रोफेसर और सीबीआरआई के वर्तमान डायरेक्टर प्रदीप कुमार समेत पूरी टीम शामिल थी. इस दौरान उन्होंने हमें समझाने की कोशिश की कि आकाश से सूर्य की किरण को रामनवमी के दिन दोपहर 12 बजे भगवान के मस्तिष्क पर किस तरीके से लाया जाएगा.
ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी|
Tags: Ayodhya News, Lord Ram, Ram Mandir ayodhya