अयोध्या में राम मंदिर (Ram Mandir) और बाबरी मस्जिद (Babri Masjid) जमीन विवाद मामले की सुनवाई रोजाना चल रही है. इसी क्रम में रविवार को अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए तपस्वी छावनी के स्वामी परमहंस दास की अगुवाई में एक हवन आयोजित किया गया. इसमें मुस्लिम मंच की महिलाओं ने हाजी सईद व बब्लू खान के साथ सवा सौ करोड़ राम नाम का जप किया. इस दौरान जय श्री राम के नारे भी लगाए गए.
स्वामी परमहंस ने कहा कि सवा सौ करोड़ राम नाम की आहुति आज दी गयी ताकि राम मंदिर में आ रही बाधा दूर हो जाए और
के पक्ष में फैसला दे दे. उन्होंने बताया कि मुस्लिम महिलाएं भी चाह रही हैं कि
में भव्य राम मंदिर बने. मुस्लिमों ने कहा कि राम हमारे भी पूर्वज हैं. अयोध्या राम की जन्मभूमि है इसलिए अयोध्या में ही राम मंदिर बने.
इलाहाबाद हाई कोर्ट ने 30 सितंबर 2010 को अयोध्या टाइटल विवाद में फैसला दिया था. फैसले में कहा गया था कि विवादित ज़मीन को 3 बराबर हिस्सों में बांटा जाए. जिस जगह रामलला की मूर्ति है उसे रामलला विराजमान को दिया जाए. सीता रसोई और राम चबूतरा निर्मोही अखाड़े को दिया जाए, जबकि बाकी का एक तिहाई लैंड सुन्नी वक्फ बोर्ड को दी जाए.इसके बाद ये मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंचा था.
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FIRST PUBLISHED : September 01, 2019, 15:52 IST