Azamgarh News: पूर्व विधायक प्रत्याशी व हिस्ट्रीशीटर कलामुद्दीन की गोली मारकर हत्या

बसपा प्रत्याशी रहे कलामुद्दीन की गोली मरकर हत्या
Azamgarh News: पुलिस अधीक्षक का दावा है कि पुरानी रंजिश की वजह से हत्या की वारदात को अंजाम दिया गया है. इस मामले में ग्राम प्रधान समेत 6 लोगों को नामजद किया गया है.
- News18 Uttar Pradesh
- Last Updated: February 16, 2021, 7:13 AM IST
आजमगढ़. उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ (Azamgarh) जिले में बेखौफ बदमाशों ने सोमवार शाम करीब साढ़े सात बजे पूर्व विधानसभा प्रत्याशी व थाने के बड़े हिस्ट्रीशीटर कलामुद्दीन (Kalamuddin) को घर के बाहर गोली मारकर फरार हो गये. गोली लगने से घायल कलामुद्दीन ने अस्पताल में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया. पुलिस अधीक्षक का दावा है कि हत्या पुरानी रंजिश के चलते अंजाम दिया गया है. इस मामले में ग्राम प्रधान समेत 6 लोगों को नामजद किया गया है. हत्यारोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की चार टीमें लगातार दबिश दे रही हैं.
मेहनगर थाना क्षेत्र के खुंदनपुर गांव निवासी कलामुद्दीन खान (60 वर्ष) शाम करीब साढ़े सात बजे अपने घर के बाहर बैठे हुए थे. तभी अज्ञात बदमाश वहां पहुंचे और ताबड़तोड़ कई गोली मारकर कलामुद्दीन को लहूलुहान कर दिया और फरार हो गये. आनन-फानन में परिजन गंभीर रूप से घायल कलामुद्दीन को लेकर सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र लालगंज पहुंचे, जहां चिकित्सकों ने हालत गंभीर देख हायर सेंटर वाराणसी के लिए रेफर दिया. वाराणसी के हायर सेंटर में उपचार के दौरान कलामुद्दीन की मौत हो गयी. सूचना के बाद मौक पर आला अधिकारी पहुंचे और घटना की छानबीन में जुट गये.
खुलासे के लिए पुलिस की चार टीमें लगी
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि घटना के खुलासे के लिए पुलिस की चार टीमों का गठन कर दिया गया है. जल्द ही घटना का खुलासा कर दिया जायेगा. पुलिस ने अधीक्षक ने दावा किया कि पुरानी रंजिश के कारण वारदात को अंजाम दिया गया है. मृतक कलामुद्दीन का भी आपराधिक रिकॉर्ड रहा है. उनके ऊपर दो हत्या सहित कई मुकदमे पंजीकृत है. वे गैंगेस्टर एक्ट में भी पाबंद थे. वे इस समय लखनऊ में अपने पुत्र के पास रहते थे, जबकि दूसरा पुत्र सउदी में रहता है. अभी एक दिन पहले ही वह घर पर आये थे. कलामुद्दीन आजमगढ़ जिले के निजामाबाद विधानसभा से दो बार बसपा के टिकट पर चुनाव भी लड़ चुके थे.
मेहनगर थाना क्षेत्र के खुंदनपुर गांव निवासी कलामुद्दीन खान (60 वर्ष) शाम करीब साढ़े सात बजे अपने घर के बाहर बैठे हुए थे. तभी अज्ञात बदमाश वहां पहुंचे और ताबड़तोड़ कई गोली मारकर कलामुद्दीन को लहूलुहान कर दिया और फरार हो गये. आनन-फानन में परिजन गंभीर रूप से घायल कलामुद्दीन को लेकर सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र लालगंज पहुंचे, जहां चिकित्सकों ने हालत गंभीर देख हायर सेंटर वाराणसी के लिए रेफर दिया. वाराणसी के हायर सेंटर में उपचार के दौरान कलामुद्दीन की मौत हो गयी. सूचना के बाद मौक पर आला अधिकारी पहुंचे और घटना की छानबीन में जुट गये.
खुलासे के लिए पुलिस की चार टीमें लगी
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि घटना के खुलासे के लिए पुलिस की चार टीमों का गठन कर दिया गया है. जल्द ही घटना का खुलासा कर दिया जायेगा. पुलिस ने अधीक्षक ने दावा किया कि पुरानी रंजिश के कारण वारदात को अंजाम दिया गया है. मृतक कलामुद्दीन का भी आपराधिक रिकॉर्ड रहा है. उनके ऊपर दो हत्या सहित कई मुकदमे पंजीकृत है. वे गैंगेस्टर एक्ट में भी पाबंद थे. वे इस समय लखनऊ में अपने पुत्र के पास रहते थे, जबकि दूसरा पुत्र सउदी में रहता है. अभी एक दिन पहले ही वह घर पर आये थे. कलामुद्दीन आजमगढ़ जिले के निजामाबाद विधानसभा से दो बार बसपा के टिकट पर चुनाव भी लड़ चुके थे.