UP Panchayat Chunav: आजमगढ़ में मतदान से पहले सामने आया फर्जीवाड़ा, DM को सौंपा ज्ञापन

आजमगढ़ में मतदान से पहले सामने आया फर्जीवाड़ा! (सांकेतिक फोटो)
बीएलओ (BLO) द्वारा किये गए इस खेल से नाराज ग्रामीणों (Villagers) ने सोमवार को जिलाधिकारी कार्यालय पर विरोध प्रदर्शन कर ज्ञापन सौंपा.
- News18 Uttar Pradesh
- Last Updated: February 2, 2021, 1:58 AM IST
आजमगढ़. यूपी पंचायत चुनाव (UP Panchayat Chunav) को लेकर सत्तारूढ़ बीजेपी (BJP) समेत तमाम विपक्षी दाल अपनी-अपनी तैयारियों को धार देने में जुटे हैं. लेकिन इस बीच आजमगढ़ (Azamgarh) जिले में पंचायत चुनाव के पूर्व मतदाता सूची में फर्जीवाड़ा रूकने का नाम नहीं ले रहा है. अब नया मामला बिलरियागंज ब्लाक के बलिया कल्याणपुर गांव का है. जहां गांव के लोगों का नाम मतदाता सूची से गायब कर दिया गया है जबकि दूसरे गांव के जाति विशेष के लोगों को सूची में शामिल किया गया है.
बीएलओ द्वारा किये गए इस खेल से नाराज ग्रामीणों ने सोमवार को जिलाधिकारी कार्यालय पर विरोध प्रदर्शन कर ज्ञापन सौंपा. वहीं एक हफ्ते के भीतर कार्रवाई न होने पर पूरे गांव के साथ कलेक्ट्रेट के घेराव की चेतावनी दी. डीएम कार्यालय पहुंचे ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि गांव की प्रधान के पति और बीएलओ द्वारा मिलकर मतदाता सूची में भारी गड़बड़ी की गयी है. गड़बड़ी उजागर होने के बाद गांव के लोगों ने फर्जी ढंग से शामिल किये गए 250 लोगों के नाम की सूची एसडीएम को उपलब्ध करायी गयी.
बीएलओ के खिलाफ कार्रवाई की मांग
एसडीएम के निर्देश पर लेखपाल ने बीएलओ के साथ पहुंचकर गांव में जांच की. जांच में आरोप सही पाए गए. वहीं आश्वासन दिया गया कि नाम हट जाएंगे लेकिन फिर साजिश के तहत सिर्फ 150 नाम हटाये गए. बाकि 100 नाम ऐसे सूची से गायब कर दिये गए जो गांव के मतदाता हैं. आरोप लगाया कि संभावित दावेदारों ने साक्ष्य के साथ 400 नाम की सूची बीएलओ को प्रवर्धन के लिए दिया लेकिन बीएलओ ने सिर्फ 46 नाम जोड़े.
मृतकों और नाबालिग को बनाया वोटर
साथ ही सोनापार, मैगापुर, लाडो, बनकट, रामपुर, मुबारकपुर गांव के रहने वाले एक ही जाति के 50 लोगों का नाम फर्जी तरीके से सूची में शामिल कर दिया गया जबकि वे सभी दूसरी ग्राम सभा के रहने वाले हैं. यहीं नहीं मृतक, विवाहित लड़कियों और नाबालिगों का नाम भी सूची में शामिल किया गया है. ग्रामीणों का आरोप है कि बीएलओ ने प्रधान पति को चुनाव जीताने के लिए यह सारा खेल कर रहा है.
बीएलओ द्वारा किये गए इस खेल से नाराज ग्रामीणों ने सोमवार को जिलाधिकारी कार्यालय पर विरोध प्रदर्शन कर ज्ञापन सौंपा. वहीं एक हफ्ते के भीतर कार्रवाई न होने पर पूरे गांव के साथ कलेक्ट्रेट के घेराव की चेतावनी दी. डीएम कार्यालय पहुंचे ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि गांव की प्रधान के पति और बीएलओ द्वारा मिलकर मतदाता सूची में भारी गड़बड़ी की गयी है. गड़बड़ी उजागर होने के बाद गांव के लोगों ने फर्जी ढंग से शामिल किये गए 250 लोगों के नाम की सूची एसडीएम को उपलब्ध करायी गयी.
बीएलओ के खिलाफ कार्रवाई की मांग
एसडीएम के निर्देश पर लेखपाल ने बीएलओ के साथ पहुंचकर गांव में जांच की. जांच में आरोप सही पाए गए. वहीं आश्वासन दिया गया कि नाम हट जाएंगे लेकिन फिर साजिश के तहत सिर्फ 150 नाम हटाये गए. बाकि 100 नाम ऐसे सूची से गायब कर दिये गए जो गांव के मतदाता हैं. आरोप लगाया कि संभावित दावेदारों ने साक्ष्य के साथ 400 नाम की सूची बीएलओ को प्रवर्धन के लिए दिया लेकिन बीएलओ ने सिर्फ 46 नाम जोड़े.
मृतकों और नाबालिग को बनाया वोटर
साथ ही सोनापार, मैगापुर, लाडो, बनकट, रामपुर, मुबारकपुर गांव के रहने वाले एक ही जाति के 50 लोगों का नाम फर्जी तरीके से सूची में शामिल कर दिया गया जबकि वे सभी दूसरी ग्राम सभा के रहने वाले हैं. यहीं नहीं मृतक, विवाहित लड़कियों और नाबालिगों का नाम भी सूची में शामिल किया गया है. ग्रामीणों का आरोप है कि बीएलओ ने प्रधान पति को चुनाव जीताने के लिए यह सारा खेल कर रहा है.