बदायूं गैंगरेप के दोषियों को बचा रही सपा सरकार: मायावती

बदायूं गैंगरेप के पीड़ित परिवार से मिलने के बाद बसपा सुप्रीमो मायावती ने अखिलेश सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि राज्य में कानून-व्यवस्था का बुरा हाल है। सरकार अपराधियों को पकड़ने के बजाय उन्हें बचाने में लगी है।
बदायूं गैंगरेप के पीड़ित परिवार से मिलने के बाद बसपा सुप्रीमो मायावती ने अखिलेश सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि राज्य में कानून-व्यवस्था का बुरा हाल है। सरकार अपराधियों को पकड़ने के बजाय उन्हें बचाने में लगी है।
- ETV UP/Uttarakhand
- Last Updated: June 1, 2014, 3:40 PM IST
बदायूं गैंगरेप के पीड़ित परिवार से मिलने के बाद बसपा सुप्रीमो मायावती ने अखिलेश सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि राज्य में कानून-व्यवस्था का बुरा हाल है। सरकार अपराधियों को पकड़ने के बजाय उन्हें बचाने में लगी है।
मायावती ने कहा कि दबाव बनाने के बाद सरकार ने सीबीआई जांच की पहल की है। इस घटना में एक खास बिरादरी के लोग शामिल हैं। ऐसे में दोषियों को बचाने में सपा सरकार लगी है। यह समझ से परे है कि नाबालिग बहनों से दुष्कर्म के बाद उसके शव पेड़ से कई घंटे तक लटके रहे, लेकिन प्रशासन ने कोई कार्रवाई नहीं की।
बदायूं के कटरा गांव में पहुंची मायावती के साथ प्रदेश बसपा के कई अन्य नेता भी मौजूद थे।
इससे पहले शनिवार को ही कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी पीड़िता के परिवार मिले थे। राहुल ने इस दौरान उस जगह का भी दौरा किया जहां दोनों चचेरी बहनों को दुष्कर्म के बाद पेड़ से लटकाया गया था। राहुल के साथ यूपी कांग्रेस के नेता अखिलेश प्रताप सिंह और शोभा ओझा के अलावा कई अन्य नेता भी मौजूद थे।इधर, मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा था कि राज्य सरकार बदायूं घटना की जांच केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) से कराने के लिए तैयार है। इस संबंध में जल्द ही केंद्र सरकार को अनुरोधपत्र प्रेषित किया जाएगा।
वहीं, पीड़ित परिवार ने सरकार से मुआवजा लेने से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा कि वे अपनी बेटियों की इज्जत का सौदा मुआवजा से नहीं करेंगे।
मायावती ने कहा कि दबाव बनाने के बाद सरकार ने सीबीआई जांच की पहल की है। इस घटना में एक खास बिरादरी के लोग शामिल हैं। ऐसे में दोषियों को बचाने में सपा सरकार लगी है। यह समझ से परे है कि नाबालिग बहनों से दुष्कर्म के बाद उसके शव पेड़ से कई घंटे तक लटके रहे, लेकिन प्रशासन ने कोई कार्रवाई नहीं की।
बदायूं के कटरा गांव में पहुंची मायावती के साथ प्रदेश बसपा के कई अन्य नेता भी मौजूद थे।
वहीं, पीड़ित परिवार ने सरकार से मुआवजा लेने से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा कि वे अपनी बेटियों की इज्जत का सौदा मुआवजा से नहीं करेंगे।