UP के बदायूं में मजदूरी के 300 रुपये न मिलने पर युवक को मारी गोली, मौत

हत्या के मामले में पुलिस जांच कर रही है.
उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के बदायूं के उसहैत क्षेत्र के लीला नगला गांव में एक युवक की ₹300 मजदूरी ना देने के चलते उसे मौत के घाट उतार दिया और मौके से फरार हो गए.
- News18 Uttar Pradesh
- Last Updated: October 5, 2020, 9:03 AM IST
बदायूं. उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के बदायूं के उसहैत क्षेत्र के लीला नगला गांव में एक युवक की ₹300 मजदूरी ना देने के चलते उसे मौत के घाट उतार दिया और मौके से फरार हो गए. घटना की जानकारी होने पर पुलिस ने युवक को जिला अस्पताल भेजवाया. जहां डॉक्टरों (Doctor) ने उसे मृतक घोषित कर दिया. हमलावरों ने मजदूरी करने वाले युवक के घर पर फायरिंग कर घटना को अंजाम दिया है. पुलिस ने शव कब्जे में लेकर मोर्चरी में भेजवा दिया है. वहीं परिवार वालों ने दो सगे भाइयों के खिलाफ मामले की तहरीर दी है. पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपियों की तलाश में जुट गई है, वहीं घटना के बाद परिवार में कोहराम मचा है.
उसैहत थाना क्षेत्र के गांव लीलानगला के रहने वाले सुबेश अपने यहां काम कराने के लिए रामप्रकाश के बेटे मिथुन को 300 रुपये प्रतिदिन काम कराने ले गए थे. जब 300 रुपये मजदूरी के सुबेश ने नही दिए तब वो थोड़ी देर में मिथुन उनके घर चला गया. यह बाद आरोपियों को न गवार गुजरी. मृतक के परिजनों ने बताया जा रहा है कि मिथुन मजदूरी का काम करने गया था. पांच बजे करीब काम खत्म हुआ तो मिथुन ने अपना मेहनताना मांगने गया था. इस बात पर दोनों आरोपियों भाइयों ने कुछ देर बाद रुपये देने की बात कही. कुछ देर बाद पुनः मिथुन आरोपियों के पास पहुंचा और रुपये मांगे तो दोनों पक्षों के बीच कहासुनी होने लगी.
फिर पहुंचे आरोपी
गांव के लोगों ने उस वक्त तो किसी तरह मामला निबटा दिया था, लेकिन कुछ देर बाद आरोपीगण तमंचे लेकर फायरिंग करते हुए मिथुन के दरवाजे पर आ धमके. यहां दोनों ने फायरिंग शुरू कर दी. इसमें मिथुन तो बचकर भाग निकला, लेकिन उसके भाई विक्रम गोली के गोली लगने से घायल हो गया. परिजन विक्रम को लेकर जिला अस्पताल पहुंचे जहां डॉक्टरों ने विक्रम को मृत घोषित कर दिया है. वहीं घटना के बाद परिवार में कोहराम मचा हुआ है, सीओ उझानी अनिरुद्ध सिंह का कहना है कि फायरिंग करने वाले दोनों भाइयों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कराया है. पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर मोर्चरी में रखवा दिया है. घटना के बाद आरोपी मौके से फरार हो गए हैं. पुलिस उनकी तलाश में जुटी हुई है.
उसैहत थाना क्षेत्र के गांव लीलानगला के रहने वाले सुबेश अपने यहां काम कराने के लिए रामप्रकाश के बेटे मिथुन को 300 रुपये प्रतिदिन काम कराने ले गए थे. जब 300 रुपये मजदूरी के सुबेश ने नही दिए तब वो थोड़ी देर में मिथुन उनके घर चला गया. यह बाद आरोपियों को न गवार गुजरी. मृतक के परिजनों ने बताया जा रहा है कि मिथुन मजदूरी का काम करने गया था. पांच बजे करीब काम खत्म हुआ तो मिथुन ने अपना मेहनताना मांगने गया था. इस बात पर दोनों आरोपियों भाइयों ने कुछ देर बाद रुपये देने की बात कही. कुछ देर बाद पुनः मिथुन आरोपियों के पास पहुंचा और रुपये मांगे तो दोनों पक्षों के बीच कहासुनी होने लगी.
फिर पहुंचे आरोपी
गांव के लोगों ने उस वक्त तो किसी तरह मामला निबटा दिया था, लेकिन कुछ देर बाद आरोपीगण तमंचे लेकर फायरिंग करते हुए मिथुन के दरवाजे पर आ धमके. यहां दोनों ने फायरिंग शुरू कर दी. इसमें मिथुन तो बचकर भाग निकला, लेकिन उसके भाई विक्रम गोली के गोली लगने से घायल हो गया. परिजन विक्रम को लेकर जिला अस्पताल पहुंचे जहां डॉक्टरों ने विक्रम को मृत घोषित कर दिया है. वहीं घटना के बाद परिवार में कोहराम मचा हुआ है, सीओ उझानी अनिरुद्ध सिंह का कहना है कि फायरिंग करने वाले दोनों भाइयों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कराया है. पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर मोर्चरी में रखवा दिया है. घटना के बाद आरोपी मौके से फरार हो गए हैं. पुलिस उनकी तलाश में जुटी हुई है.