रिपोर्ट- अनिरुद्ध शुक्ला
बाराबंकी: उत्तर प्रदेश की पुलिस अभी तक अपराधियों और तस्करों पर कार्रवाई के लिए जानी जाती थी, लेकिन बाराबंकी जिला में पुलिस का नया कारनामा सामने आया है. इस बार बाराबंकी पुलिस का ‘फर्जी’ एनडीपीएस वाला खेल सामने आया है. जिले की पुलिस पर बुनकर का काम करने वाले एक 70 वर्षीय बुजुर्ग को मार्फीन तस्करी के झूठे केस में जेल भेजने की धमकी देकर उससे 4 लाख रुपये वसूलने का आरोप लगा है. पुलिस पर आरोप है कि उसने बुजुर्ग बुनकर को फर्जी एनडीपीएस की धारा में फंसाने की धमकी दी और उनसे 4 लाख रुपए ले लिए. जेल जाने के डर से बुजुर्ग बुनकर ने किसी तरह रिश्तेदारों से चंदा लेकर 4 लाख रुपये इकट्ठा किए और पुलिस को देकर अपनी जान छुड़ाई.
जिसके बाद पुलिस ने बुजुर्ग व्यक्ति का पीछा छोड़ा. अब पीड़ित बुनकर ने पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचकर एसपी से पूरे मामले की शिकायत की और न्याय की गुहार लगाई है. फिलहाल बाराबंकी के एसपी ने जांच कराकर कार्रवाई की बात कर रहे हैं. दरअसल मामला बाराबंकी जिले के सफदरगंज थाना क्षेत्र के रामपुर भवानीपुर गांव से जुड़ा है. यहां के रहने वाले 70 वर्षीय बुनकर नुरूल हसन ने सफदरगंज थाने की पुलिस पर बड़ा आरोप लगाया है.
नुरूल हसन का कहना है कि 23 दिसंबर 2022 को दिन में समय करीब 3 बजे सफदरगंज थाने के दीवान साहब का उसके पास फोन आया और कहा कि कल आकर थाने में मिले. अगले दिन जब वह थाना सफदरगंज गया तो वहां पर दीवान साहब ने थानाध्यक्ष और दूसरे पुलिस कर्मियों की मौजूदगी में 7 लाख रुपये मांगे और कहा कि अगर नहीं दोगे, तो एनडीपीएस के फर्जी केस में चालान कर दिया जायेगा. पीड़ित बुनकर नुरुल हसन ने बताया की उसने अपना कारोबार बढ़ाने के लिए बैंक से 25 लाख रुपए का कर्ज लिया था. उन्होंने बताया कि 25 लाख कर्ज की जानकारी होने के बाद ही सफदरगंज थाने की पुलिस ने मेरे खिलाफ यह साजिश रची.
थाने में वसूली का आरोप
पीड़ित नुरूल हसन ने आगे बताया कि थाने में वसूली के लिए पुलिस ने मेरी तरह कई और लोगों को पहले से भी बैठा रखा था. थाने का माहौल एकदम बाजार जैसा था. सब लोग अपने-अपने हाथ जोड़कर मांगी जा रही रकम को कम करने के लिए कह रहे थे. पीड़ित नुरुल हसन ने बताया कि मेरा सौदा चार साल रुपए में तय हुआ. पीड़ित के मुताबिक उसने पुलिस से पीछा छुड़ाने के लिए रिश्तेदारों से पैसे मांग कर 4 लाख रुपये दीवान साहब को थाना इंचार्ज की मौजूदगी में देकर अपना पीछा छुड़वाया.
पुलिस अधीक्षक से न्याय की गुहार
वहीं सफदरगंज थाने की पुलिस से पीछा छुड़ाने का बाद अब इस मामले की शिकायत लेकर पीड़ित नूरुल हसन पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचा. नूरुल हसन ने सभी पुलिसकर्मियों के खिलाफ शिकायती पत्र देते हुए मामले में एसपी दिनेश कुमार सिंह से कार्रवाई की मांग की है. उन्होंने बताया कि हमने जिन पुलिसकर्मियों को पैसे दिए थे, वह सामने आ जाएंगे तो हम पहचान लेंगे. नूरुल हसन के मुताबिक पुलिस अधीक्षक दिनेश कुमार सिंह ने कहा है कि मेरा फोन नंबर ले लो. अब अगर कोई फिर से दबिश देने आता है तो मुझे फोन करना. पीड़ित ने बताया की पुलिस अधीक्षक ने इस मामले में जांच के बाद सख्त कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है.
दोषियों के खिलाफ होगी कार्रवाई-SP
इस मामले में बाराबंकी के पुलिस अधीक्षक दिनेश कुमार सिंह का कहना है कि मामला तीन महीने से ज्यादा पुराना है. उस समय पुलिस ने कई कार्रवाई भी की थी. एसपी ने कहा कि वह अपर पुलिस अधीक्षक दक्षिणी से पूरे मामले की जांच करवा रहे हैं. अगर जांच में आरोपों को सही पाया गया तो दोषी सफदरगंज थानाध्यक्ष समेत बाकी सभी पुलिसकर्मियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी.
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