IMC अध्यक्ष मौलाना तौकीर ने मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड को लिया आड़े हाथ, बोले- जिद की तो करेंगे बायकॉट
News18 Uttar Pradesh Updated: November 21, 2019, 7:20 PM IST

बरेली की आला हजरत दरगाह (फ़ाइल तस्वीर)
अयोध्या फैसले (Ayodhya Verdict) को लेकर मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड (AIMPLB) के पुनर्विचार याचिका दाखिल करने के बयान के बाद बरेली शरीफ के नाम से जानी जाने वाली आला हज़रत दरगाह ने इस फैसले का विरोध किया है.
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- Last Updated: November 21, 2019, 7:20 PM IST
बरेली. अयोध्या फैसले (Ayodhya Verdict) को लेकर मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के पुनर्विचार याचिका दाखिल करने के बयान के बाद बरेली शरीफ के नाम से जानी जाने वाली आला हज़रत दरगाह ने इस फैसले का विरोध किया है. IMC अध्यक्ष मौलाना तौकीर रजा ने AIMPLB को आड़े हाथ लेते हुए खूब खरी-खोटी सुनाई और कहा कि 'बोर्ड अब मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड नहीं रह गया है बल्कि वो पर्सनल बोर्ड हो गया है'. उन्होंने यहां तक कहा कि अगर पुनर्विचार याचिका दाखिल हुई तो देश में दंगे-फसाद होंगे.
गलत निर्णय का करेंगे विरोध
अयोध्या फैसले के मसले और AIMPLB के रिव्यू पिटीशन के बयान पर IMC अध्यक्ष मौलाना तौकीर रजा ने मीडिया से मुखातिब होते हुए कहा कि 'सुप्रीम कोर्ट ने अपने फैसले के जरिये हिंदुस्तान के तनाव, नफ़रतों, दंगे फसाद के माहौल को दफन करने की कोशिश की और तकरीबन वो नफरतें दफन हो चुकी हैं. एक विवाद खत्म हो गया, लेकिन पुनर्विचार याचिका की बात करके मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड पुनर्विचार याचिका के जरिये एक बार फिर से उसी नफरत भरे माहौल, दंगे-फसाद के माहौल को पुनर्जीवित करने का काम करेंगे'.
सब मिलकर मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड को मुखौटा बना कर इस्तेमाल कर रहे हैंउन्होंने मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के साथ-साथ विश्व हिन्दू परिषद, निर्मोही अखाड़ा और भारतीय जनता पार्टी को भी आड़े हाथों लेते हुए आरोप लगाया कि AIMPLB ये काम खुद नहीं कर रहा है बल्कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले से जिन लोगों को नुकसान हुआ है उसमें विश्व हिन्दू परिषद, निर्मोही अखाड़ा और बीजेपी भी शामिल हैं. उन्होंने कहा कि ये सब मिलकर मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड को मुखौटा बना कर इस्तेमाल कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड को कुछ राजनीतिक लोगों ने कैप्चर कर लिया है. मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड अब मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड नहीं है बल्कि वो पर्सनल बोर्ड हो चुका है जिस पर 4-5 लोगों का कब्जा है.
पुनर्विचार याचिका न देश हित में है न समाज हित में
उनका कहना था कि पुनर्विचार याचिका न देश हित में है न समाज हित में इसलिए बोर्ड को इसे दाखिल नहीं करना चाहिए. उन्होंने कहा कि AIMPLB अगर पुनर्विचार याचिका दाखिल करने की जिद करेगा तो हर स्तर पर मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड का विरोध किया जाएगा और उसका बायकॉट किया जाएगा.गौरतलब है कि बरेली शरीफ की दुनिया भर में एक अलग पहचान है और दरगाह आला हजरत की वजह से बरेलवी मसलक को मानने वाले पूरी दुनिया में करोड़ो लोग है. माना जा रहा है कि दरगाह से निकला मौलाना का ये बयान काफी अहम है.
ये भी पढ़ें - मैनपुरी गैंग रेप पीड़िता के पति को पीटने वाले एसओ समेत तीन पुलिसकर्मियों के खिलाफ चार्जशीट
अयोध्या मामले पर पुनर्विचार याचिका नहीं दायर करनी चाहिए : मुस्लिम मोर्चा
गलत निर्णय का करेंगे विरोध
अयोध्या फैसले के मसले और AIMPLB के रिव्यू पिटीशन के बयान पर IMC अध्यक्ष मौलाना तौकीर रजा ने मीडिया से मुखातिब होते हुए कहा कि 'सुप्रीम कोर्ट ने अपने फैसले के जरिये हिंदुस्तान के तनाव, नफ़रतों, दंगे फसाद के माहौल को दफन करने की कोशिश की और तकरीबन वो नफरतें दफन हो चुकी हैं. एक विवाद खत्म हो गया, लेकिन पुनर्विचार याचिका की बात करके मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड पुनर्विचार याचिका के जरिये एक बार फिर से उसी नफरत भरे माहौल, दंगे-फसाद के माहौल को पुनर्जीवित करने का काम करेंगे'.
सब मिलकर मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड को मुखौटा बना कर इस्तेमाल कर रहे हैंउन्होंने मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के साथ-साथ विश्व हिन्दू परिषद, निर्मोही अखाड़ा और भारतीय जनता पार्टी को भी आड़े हाथों लेते हुए आरोप लगाया कि AIMPLB ये काम खुद नहीं कर रहा है बल्कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले से जिन लोगों को नुकसान हुआ है उसमें विश्व हिन्दू परिषद, निर्मोही अखाड़ा और बीजेपी भी शामिल हैं. उन्होंने कहा कि ये सब मिलकर मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड को मुखौटा बना कर इस्तेमाल कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड को कुछ राजनीतिक लोगों ने कैप्चर कर लिया है. मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड अब मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड नहीं है बल्कि वो पर्सनल बोर्ड हो चुका है जिस पर 4-5 लोगों का कब्जा है.
पुनर्विचार याचिका न देश हित में है न समाज हित में
उनका कहना था कि पुनर्विचार याचिका न देश हित में है न समाज हित में इसलिए बोर्ड को इसे दाखिल नहीं करना चाहिए. उन्होंने कहा कि AIMPLB अगर पुनर्विचार याचिका दाखिल करने की जिद करेगा तो हर स्तर पर मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड का विरोध किया जाएगा और उसका बायकॉट किया जाएगा.गौरतलब है कि बरेली शरीफ की दुनिया भर में एक अलग पहचान है और दरगाह आला हजरत की वजह से बरेलवी मसलक को मानने वाले पूरी दुनिया में करोड़ो लोग है. माना जा रहा है कि दरगाह से निकला मौलाना का ये बयान काफी अहम है.
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First published: November 21, 2019, 5:53 PM IST