रिपोर्ट: कृष्ण गोपाल द्विवेदी
बस्ती: आज का बस्ती जिला, कभी महर्षि वशिष्ठ का निवास स्थान था. मान्यता है कि यहीं पर त्रेता युग में भगवान राम सहित चारों भाइयों ने शिक्षा ग्रहण की थी. इसलिए बस्ती जनपद का पुराना नाम वशिष्ट नगर हुआ करता था. बस्ती को पुराना नाम दिए जाने की मांग एक बार फिर से उठने लगी है.
मान्यता के अनुसार, वर्तमान के कप्तानगंज थाना क्षेत्र के बढ़नी गांव में 52 बीघे में त्रेता युग में गुरु वशिष्ठ का आश्रम हुआ करता था. जब भगवान राम सहित लक्ष्मण, भरत, शत्रुघ्न शिक्षा लेने के लिए अयोध्या से आए थे तो वो लोग बढ़नी गांव में बने आश्रम में ही कई महीने रहे थे. इस दौरान सभी भाइयों ने यहीं पर गुरु वशिष्ठ से प्रारंभिक शिक्षा ग्रहण ली थी.
मंदिर को पर्यटन के रूप में किया जाएगा विकसित
जनसहयोग से गुरु वशिष्ठ आश्रम का जीर्णोद्धार किया जा रहा है और लोग सरकार से अपील भी कर रहे हैं की सरकार मंदिर निर्माण में मदद करें. स्थानीय निवासी ओम प्रकाश मिश्रा ने बताया कि यह मंदिर भगवान राम से जुड़ा है. भगवान राम और उनके तीनों भाइयों ने यही पर गुरु वशिष्ठ से प्रारम्भिक शिक्षा ग्रहण की थी. लिहाजा, इसको भी अयोध्या और मखौड़ा धाम की तरह पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जाना चाहिए.
किया गया पत्राचार
वहीं पर्यटन अधिकारी विकास नारायण ने बताया कि शासन की मंशानुरूप पर्यटन को बढ़ावा देने के मकसद से बढ़नी गांव में स्थित गुरु वशिष्ठ के मंदिर को पर्यटन के रूप में विकसित किया जाएगा, इसके लिए शासन स्तर पर पत्राचार भी किया गया है.
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