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Basti News: बस्ती में राम भरोसे उज्जवल होता बच्चों का भविष्य, BSA बोले- अब पता चला! जानें मामला

Basti News: सारी व्यवस्था सिर्फ MDM यानी "मध्यान्ह भोजन" तक ही सीमित होकर रह गई है. (File Pic)

Basti News: सारी व्यवस्था सिर्फ MDM यानी "मध्यान्ह भोजन" तक ही सीमित होकर रह गई है. (File Pic)

Basti Government School: आपको बताते चलें कि यह विद्यालय इस क्षेत्र का इकलौता विद्यालय है जहां पर 5 हजार से भी अधिक बच्च ...अधिक पढ़ें

रिपोर्ट- कृष्ण गोपाल द्विवेदी

बस्ती: केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजना “सब पढ़ें – सब बढ़ें” का बस्ती जनपद में जमकर मजाक बनाया जा रहा है, यहां एक ऐसा विद्यालय है, जहां वर्षों से बिना शिक्षक के शैक्षणिक कार्य उधारी के गुरू जी के माध्यम से कराया जा रहा हैं जो भगवान भरोसे ही है, शिक्षक के अभाव में यहां पर बच्चों को दो साल से भी अधिक समय से किताबी ज्ञान नहीं मिल पा रहा है. सारी व्यवस्था सिर्फ MDM यानी “मध्यान्ह भोजन” तक ही सीमित होकर रह गई है .

दो साल से नहीं है कोई शिक्षक
बस्ती जिले के कुदरहा ब्लॉक के मेहनौना में स्थित राम प्रसाद शास्त्री स्कूल में अप्रैल 2021 से ही किसी शिक्षक की तैनाती जिम्मेदारों द्वारा नहीं किय गया है. दो वर्षों से यहां के बाबू, अनुचर और रसोइयां ही विद्यालय का ताला खोल रहे हैं और बंद कर रहे हैं. यह विद्यालय जूनियर तक सरकार द्वारा एडेड है और यहां हाईस्कूल तक की मान्यता है.

स्कूल में लटका ताला.

स्कूल में लटका ताला.

वर्तमान शैक्षणिक सत्र में यहां पर 6 से 8 तक के क्लास में कागजों में कुल 35 बच्चे पंजीकृत हैं. तो वहीं, हाई स्कूल में 10 बच्चे हैं. विद्यालय की मान्यता बचाए रखने के लिए प्रबन्ध तंत्र द्वारा कागजों में ही सारी औपचारिकताएं की गई है. जबकि यहां आपको इक्का दुक्का ही विद्यार्थी नजर आएंगे, और सारी शैक्षणिक व्यवस्था भगवान भरोसे ही बनकर रह गई है.

इलाके का इकलौता विद्यालय
आपको बताते चलें कि यह विद्यालय इस क्षेत्र का इकलौता विद्यालय है जहां पर 5 हजार से भी अधिक बच्चों का लोड है. लेकिन शिक्षक न होने के कारण अब लोग अपने बच्चों का एडिमिशन यहां नहीं करवा रहे हैं, कभी यह विद्यालय शिक्षकों और स्टूडेंट्स से गुलजार हुआ करता था और 2005 में यहां कुल 19 स्टॉफ के साथ-साथ एक हजार से अधिक बच्चें शिक्षा प्राप्त करते थे, लेकिन धीरे- धीरे शिक्षक रिटायर होने और नए शिक्षकों की नियुक्ति न होने के कारण आज यहां कोई शिक्षक नहीं बचा और यह विद्यालय आज बदहाली का शिकार है.

जिले के BSA को नहीं है जानकारी
बीएसए इंद्रजीत प्रजापति ने बताया कि इस विद्यालय के बारे में उनको जानकारी नहीं थी, और न ही इससे पहले किसी ने इससे अवगत कराया. अब मामला प्रकाश में आया है. उन्होंने कहा कि जांच करवाकर बच्चों के पढ़ाई की व्यवस्था सुनिश्चित कराई जाएंगी.

Tags: Basti news, Government School, UP education department, UP Primary School, Uttar pradesh news

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