बिजनौर. बिजनौर (Bijnor) जिले के हल्दौर के कस्बा झालू में सरे बाजार एक युवक को दिनदहाड़े गोलियों से भूनकर मौत के घाट उतार दिया गया. बेव सीरीज ‘मिर्जापुर’ स्टाइल में सरेबाजार कत्ल करने वाले हमलावर बेखौफ थे. उन्हें न पुलिस का खौफ था और ही कानून का डार. नई उम्र के यह अपराधी कत्ल कर मौका ए वारदात से भागने के बजाय दुकान के बाहर बैठ गए और आराम से सिगरेट पीते रहे. बीच-बीच में फायरिग कर तमंचे लहराते हुए गवाही देने वालों को जान से मारने की धमकी देते रहे. पुलिस ने सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया. बिजनौर के एसपी डॉ धर्मवीर सिंह के मुताबिक चारों आरोपियों पर एनएसए के तहत कार्रवाई की जाएगी. आरोपियों की पहचान शारिब, शहजाद और आसिफ के रूप में हुई है.
एसपी ने बताया कि हमलावर गैंग खड़ा कर अपना दबदबा स्थापित करना चाहते थे. रचित साप्ताहिक बाजार में दो दोस्तों के साथ खरीदारी करने आया था. रचित का एक दोस्त केक लेने चला गया. दूसरा उसके पास खड़ा था, तभी चारों हमलावर खुलेआम तमंचे लहराते हुए रचित के पास पहुंच गए. उसे हल्की भनक लगी तो उसने जान बचाने का काफी प्रयास किया, लेकिन कामयाब नहीं हो सका. वारदात के समय कोई भी बीच में नहीं आया. गोलियों की तड़तड़ाहट से बाजार में भगदड़ मच गई. दुकानदार भाग खड़े हुए.
UP News: सीएम योगी की बड़ी पहल, यूपी के हर मंडल में बनेगा एक सैनिक स्कूल
वहीं कातिल इस कदर बेखौफ थे कि सनसनीखेज हत्याकांड के बाद दुकान के बाहर गेट पर ही बैठ गए. हवाई फायरिग कर गवाही देने वाले की भी हत्या की धमकी दी. फिर तमंचा लहराते हुए वेब सीरीज स्टाइल में सिगरेट जलाई, धुएं का छल्ला उड़ाते हुए फिर से हवाई फायरिग की. प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार हत्यारोपित 30 मिनट बाद तक मौके पर रहे. पुलिस मौके पर पहुंची और उन्हें बाइक पर बैठा लिया. इस दौरान बाइक पर बैठते समय भी उनके चेहरों पर कोई खौफ नहीं था. स्टाइल में बालों में हाथ निकाला और एक बार फिर से स्थानीय लोगों को गवाही पर ललकारा. उधर, गिरफ्तार के बाद अब चारों लड़कों की अकड़ कम होती दिख रही है. अब सभी आरोपी पुलिस के आगे गिड़गिड़ाने लगे है.
ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी | आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी |
Tags: Akhilesh yadav, Bijapur news, CM Yogi, Cruel murder, For dgp up, Up crime news, Up news in hindi, UP police, Yogi government