चित्रकूट: 4 साल में एक पुल पूरा न बन सका, ग्रामीणों को एक अदद नाव का सहारा

चित्रकूट में पुल के इंतजार में नाव के सहारे नदी पार करते ग्रामीण
चित्रकूट जनपद के राजापुर से भदेदु-कंकोटा मार्ग को जोड़ने के लिए पैशवनी नदी पर पुल बनाने की पूर्व सरकार ने 2013 में स्वीकृत की थी. लेकिन 4 साल बीतने के बाद भी अब तक पुल पूरा नहीं हो सका.
- ETV UP/Uttarakhand
- Last Updated: October 12, 2017, 3:36 PM IST
चित्रकूट जनपद के राजापुर से भदेदु-कंकोटा मार्ग को जोड़ने के लिए पैशवनी नदी पर 888 लाख की लागत का पुल बनाने की पूर्व सरकार ने 2013 में स्वीकृत की थी. लेकिन 4 साल बीतने के बाद भी अब तक पुल पूरा नहीं हो सका.
अधूरे पुल के नीचे से करीब एक दर्जन से ज्यादा गांव के लोग रोज जान झोखिम में डालकर नदी पार करते हैं. भदेदु से कंकोटा के बीच बने पैशवनी नदी में अधूरे पुल में राज्य सेतु निगम द्वारा पूरा कार्य नहीं कराया जा सका है.
इस कारण से पुल का सड़क से जोड़ने का काम भी अधूरा है. पीडब्ल्यूडी विभाग का कहना है कि सेतु निगम पुल पूरा कर ले तो हम सड़क बना देंगे. स्थिति ये है कि इसकी वजह से लोग नदी में नाव से निकलते हैं. कई बार नाव नहीं होने की स्थिति में नदी तैरकर नदी पार करने का जोखिम भी उठाते हैं.
जब हमने पीडब्ल्यूडी के अधिशाषी अभियंता से बात की तो उन्होंने पुल के तैयार होने में एक साल का समय और लगने की बात कही है और देरी होने का ठीकरा राज्य सेतु निगम पर फोड़ दिया.(रिपोर्ट: अखिलेश)
अधूरे पुल के नीचे से करीब एक दर्जन से ज्यादा गांव के लोग रोज जान झोखिम में डालकर नदी पार करते हैं. भदेदु से कंकोटा के बीच बने पैशवनी नदी में अधूरे पुल में राज्य सेतु निगम द्वारा पूरा कार्य नहीं कराया जा सका है.
इस कारण से पुल का सड़क से जोड़ने का काम भी अधूरा है. पीडब्ल्यूडी विभाग का कहना है कि सेतु निगम पुल पूरा कर ले तो हम सड़क बना देंगे. स्थिति ये है कि इसकी वजह से लोग नदी में नाव से निकलते हैं. कई बार नाव नहीं होने की स्थिति में नदी तैरकर नदी पार करने का जोखिम भी उठाते हैं.
जब हमने पीडब्ल्यूडी के अधिशाषी अभियंता से बात की तो उन्होंने पुल के तैयार होने में एक साल का समय और लगने की बात कही है और देरी होने का ठीकरा राज्य सेतु निगम पर फोड़ दिया.(रिपोर्ट: अखिलेश)