Teachers Day : दुर्दांत डकैत ठोकिया का बहनोई बीहड़ में जगा रहा है शिक्षा की अलख

विद्यालय में अजय कुमार सिंह. Photo - ETV Network
वैसे तो सदियों से बीहड़ का इलाका डकैतों की गोलियों की गूंज से हमेशा दहशत में जीता आया है. लेकिन अब यहां भी हवा बदलने लगी है.
- News18Hindi
- Last Updated: September 5, 2017, 4:25 PM IST
वैसे तो सदियों से बीहड़ का इलाका डकैतों की गोलियों की गूंज से हमेशा दहशत में जीता आया है. लेकिन अब यहां भी हवा बदलने लगी है.
इस बीहड़ को एक शिक्षक ने बदलने की ठान ली है. वह अपने दम पर यहां शिक्षा को हथियार बनाते हुए डकैतों की पूरी पौध नष्ट करने में लगा हुआ है. यह शिक्षक और कोई नहीं, कभी आतंक का पर्याय माने जाने वाले दुर्दांत डकैत अम्बिका पटेल उर्फ ठोकिया का बहनोई अजय कुमार सिंह हैं.
यहां रिश्ते के दो पहलू हैं. एक तरफ ठोकिया और दूसरी तरफ उसके बहनोई अजय कुमार सिंह. ठोकिया को खाकी किलर कहा जाता था. वह कर्वी थाना क्षेत्र के भरतकूप के खमरिया गांव का रहने वाला था. उसकी दहशत का आलम ये रहा कि एसटीएफ के 6 कमांडो को मारकर वह पुलिस रिकॉर्ड में 5 लाख का इनामी डकैत बन गया.
दूसरी तरफ ठोकिया की ही छोटी बहन की शादी अजय कुमार सिंह से हुई. वह चित्रकूट के ददरी माफी गांव का रहने वाले हैं. अजय कुमार पेशे से सरकारी शिक्षक हैं और कई बार सम्मानित हो चुके हैं.2009 में अजय की बेसिक शिक्षा परिषद में नौकरी लगी. उन्होंने गोरखपुर के रियाव प्राथमिक विद्यालय में ज्वाइन किया. यहां अजय कुमार चार सालों तक विद्यालय में लगन से पढ़ाकर बढ़े. इस दौरान वह अखबारों के फ्रंट पेज की सुर्खियों में भी बने रहे. उनके काम के चर्चे सुनकर क्षेत्र के विधायक और सांसद योगी आदित्यनाथ भी विद्यालय पहुंचते थे.
इसके बाद अजय कुमार चित्रकूट जनपद आ गए, जहां अब वह बीहड़ों के पाठा क्षेत्र के स्कूल में पढ़ाते हैं. अजय कुमार यहां गरीब और असहाय बच्चों को पढ़ाई के लिए प्रेरित कर रहे हैं.
वह कहते हैं कि उन्होंने संकल्प लिया है कि पाठा की यह धरती, जिसे लोग डकैतों के नाम से जानते हैं. उसे वह शिक्षा के नाम से जानी वाली धरती बनाएंगे. वह अभियान चलाकर पाठा क्षेत्र में शिक्षा की लहर चला रहे हैं. अजय ने बताया कि उनकी कोशिश है कि अशिक्षा ही सबसे बड़ी डकैत है, जिसे वह मिटाकर रहेंगे.
इस बीहड़ को एक शिक्षक ने बदलने की ठान ली है. वह अपने दम पर यहां शिक्षा को हथियार बनाते हुए डकैतों की पूरी पौध नष्ट करने में लगा हुआ है. यह शिक्षक और कोई नहीं, कभी आतंक का पर्याय माने जाने वाले दुर्दांत डकैत अम्बिका पटेल उर्फ ठोकिया का बहनोई अजय कुमार सिंह हैं.
यहां रिश्ते के दो पहलू हैं. एक तरफ ठोकिया और दूसरी तरफ उसके बहनोई अजय कुमार सिंह. ठोकिया को खाकी किलर कहा जाता था. वह कर्वी थाना क्षेत्र के भरतकूप के खमरिया गांव का रहने वाला था. उसकी दहशत का आलम ये रहा कि एसटीएफ के 6 कमांडो को मारकर वह पुलिस रिकॉर्ड में 5 लाख का इनामी डकैत बन गया.
दूसरी तरफ ठोकिया की ही छोटी बहन की शादी अजय कुमार सिंह से हुई. वह चित्रकूट के ददरी माफी गांव का रहने वाले हैं. अजय कुमार पेशे से सरकारी शिक्षक हैं और कई बार सम्मानित हो चुके हैं.2009 में अजय की बेसिक शिक्षा परिषद में नौकरी लगी. उन्होंने गोरखपुर के रियाव प्राथमिक विद्यालय में ज्वाइन किया. यहां अजय कुमार चार सालों तक विद्यालय में लगन से पढ़ाकर बढ़े. इस दौरान वह अखबारों के फ्रंट पेज की सुर्खियों में भी बने रहे. उनके काम के चर्चे सुनकर क्षेत्र के विधायक और सांसद योगी आदित्यनाथ भी विद्यालय पहुंचते थे.
इसके बाद अजय कुमार चित्रकूट जनपद आ गए, जहां अब वह बीहड़ों के पाठा क्षेत्र के स्कूल में पढ़ाते हैं. अजय कुमार यहां गरीब और असहाय बच्चों को पढ़ाई के लिए प्रेरित कर रहे हैं.
वह कहते हैं कि उन्होंने संकल्प लिया है कि पाठा की यह धरती, जिसे लोग डकैतों के नाम से जानते हैं. उसे वह शिक्षा के नाम से जानी वाली धरती बनाएंगे. वह अभियान चलाकर पाठा क्षेत्र में शिक्षा की लहर चला रहे हैं. अजय ने बताया कि उनकी कोशिश है कि अशिक्षा ही सबसे बड़ी डकैत है, जिसे वह मिटाकर रहेंगे.