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गैंगरेप का मामला 11 महीने बाद ऑनर किलिंग में बदला, माता-पिता और नाना ही निकले कातिल

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माता-पिता

माता-पिता और नाना ही निकले किशोरी के कातिल

किशोरी के परिजनों ने तीन युवकों पर अपनी बेटी के साथ गैंगरेप का आरोप लगाया था. 11 महीने बाद पुलिस ने इस मामले में नया खु ...अधिक पढ़ें

    रिपोर्ट- अखिलेश सोनकर, चित्रकूट

    चित्रकूट: उत्तर प्रदेश के चित्रकूट जिले में 11 माह पहले एक किशोरी के साथ गैंगरेप और फिर मौत के मामले ने अब नया मोड ले लिया है. पुलिस ने किशोरी के माता-पिता और नाना को गिरफ्तार कर ऑनर किलिंग के मामले में उन्हें जेल भेज दिया है.

    दरअसल ये पूरा मामला पहाड़ी थाना क्षेत्र के औदहा बरेठी गांव का है. जहां पिछले साल 2 जून 2022 को घर के बाहर सो रही दलित किशोरी का अपहरण करने के बाद उसके साथ गैंगरेप करने का गंभीर आरोप लगा था. जिसके बाद किशोरी की हालत बिगड़ने पर इलाज के दौरान उसकी मौत हो गयी थी. पीड़िता की मौते के बाद पीड़ित किशोरी के परिजनों ने गांव में नीदरलैंड की तर्ज पर विशेष तकनीकी से बनने वाली सड़क के प्लांट में मजदूरी कर रहे नदीम और उसके दो दोस्तों पर पर अपहरण और गैंगरेप का आरोप लगाया था.

    खेत में बेहोश मिली थी पीड़िता
    दरअसल, पीड़िता की मौत के बाद परिजनों ने नदीम, विपुल मिश्रा और आदर्श पांडेय पर आरोप लगाते हुए कहा था कि आरोपियों ने देर रात के समय घर में घुसकर जबरन मुंह दबाकर किशोरी का अपहरण कर लिया और खेत में ले जाकर गैंगरेप की वारदात को अंजाम दिया था. वहीं परिजनों की जब आंख खुली तो उनकी बेटी घर गायब थी, जिसके बाद वो उसे ढूंढते हुए खेतों में पहुंचे जहां वो बेहोशी की हालत पड़ी मिली थी. उसके बाद उसे इलाज के लिए कौशाम्बी ले गए जहां इलाज के दौरान मौत हो गयी.

    माता-पिता ही निकले किशोरी के कातिल
    पीड़िता की मौते के बाद परिजनों ने किशोरी का शव रखकर आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी. जिस पर सदर विधायक अनिल प्रधान और दलित समाज के नेताओं ने मुद्दा बनाकर आरोपियों की जल्द गिरफ्तार करने की मांग की थी. पुलिस ने तीन लोगों के खिलाफ गैंगरेप और अपहरण का मुकदमा दर्ज कर नदीम और विपुल मिश्रा नाम के व्यक्ति को गिरफ्तार कर तुरन्त जेल भेज दिया था और तीसरे आरोपी आदर्श पांडेय के खिलाफ साक्ष्य न मिलने पर उसे जांच में बाहर कर दिया था.

    पुलिस लगातार मामले की जांच कर रही थी और किशोरी के मौत होने के कारणों का पीएम रिपोर्ट के आधार पर परीक्षण कर रही थी. लिहाजा पुलिस को अब मामले में ऑनर किलिंग के साक्ष्य मिलने पर किशोरी के माता पिता और उसके नाना को गिरफ्तार करते हुए उन्हें जेल भेज दिया है.

    प्रेम-प्रसंग में गैंगरेप का था मामला
    वहीं पूरे मामले की जानकारी देते हुए पुलिस ने बताया है कि पूरे मामले की जांच में यह तथ्य प्रकाश में सामने आए हैं कि मृतक किशोरी का प्रेम प्रसंग नदीम नाम के आरोपी से चल रहा था. ऐसे में घटना के दिन किशोरी घर से गायब हो गई थी और जब परिजनों ने ढूंढा था तो वह एक खेत में मिली थी, जिसे इलाज के लिए वह कौशांबी अस्पताल ले गए जहां उसका इलाज जारी था तभी उसके परिजनों ने बेटी के दूसरे धर्म के युवक नदीम से प्रेम प्रसंग करने और उक्त घटना से समाज में उनकी लोक लाज भंग होने के चलते उन्होंने किशोरी की गला दबाकर हत्या कर दी थी. जिस पर जांच के दौरान डॉक्टर के रिपोर्ट के विश्लेषण में यह साक्ष्य सामने आए.

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