सोमवती अमावस्या: राम की नगरी में जान जोखिम डाल पहुंच रहे हैं लाखों श्रद्धालु

भादों मास की सोमवती अमावस्या मेले में अब तक 15 लाख श्रद्धालु पहुंच चुके हैं और ये सिलसिला अभी भी जारी है. ट्रेनों में जान जोखिम में डालकर, ट्रेनों की छतों में बैठ कर सफर कर रहे हैं.
भादों मास की सोमवती अमावस्या मेले में अब तक 15 लाख श्रद्धालु पहुंच चुके हैं और ये सिलसिला अभी भी जारी है. ट्रेनों में जान जोखिम में डालकर, ट्रेनों की छतों में बैठ कर सफर कर रहे हैं.
- ETV MP/Chhattisgarh
- Last Updated: August 21, 2017, 12:26 PM IST
मध्य प्रदेश के सतना जिले की धार्मिक नगरी चित्रकूट में बीती रात से ही लाखों की तादात में श्रद्धालु पहुंच रहे हैं. यहां मन्दाकिनी नदी में स्नान के साथ साथ कामदगिरि की परिक्रमा कर रहे हैं.
भादों मास की सोमवती अमावस्या मेले में अब तक 15 लाख श्रद्धालु पहुंच चुके हैं और ये सिलसिला अभी भी जारी है. ट्रेनों में जान जोखिम में डालकर, ट्रेनों की छतों में बैठ कर सफर कर रहे हैं.
हर जगह सिर्फ भीड़ ही भीड़ नजर आ रही. यूपी व एमपी प्रशासन पूरी तरह मुस्तैद है. सुरक्षा की माकूल व्यवस्था की गई है. दो वर्ष पूर्व सोमव्ती अमावस्या में मची भगदड़ से दस श्रद्धालुओं की मौत हो गई थी. ऐसे में इस वर्ष सभी जगहों पर पुलिस और जिला प्रशासन का अमला तैनात किया गया है. स्वास्थ्य, सफाई, पेयजल के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं.
मेला व्यवस्था की मॉनिटरिंग हेतु सतना व चित्रकूट के जिलाधिकारी खुद मौजूद हैं. दोनों जिले के पुलिस अधीक्षक भी मेला के सुरक्षा व्यवस्था पर पैनी नजर बनाए हुए हैं.
भादों मास की सोमवती अमावस्या मेले में अब तक 15 लाख श्रद्धालु पहुंच चुके हैं और ये सिलसिला अभी भी जारी है. ट्रेनों में जान जोखिम में डालकर, ट्रेनों की छतों में बैठ कर सफर कर रहे हैं.
हर जगह सिर्फ भीड़ ही भीड़ नजर आ रही. यूपी व एमपी प्रशासन पूरी तरह मुस्तैद है. सुरक्षा की माकूल व्यवस्था की गई है. दो वर्ष पूर्व सोमव्ती अमावस्या में मची भगदड़ से दस श्रद्धालुओं की मौत हो गई थी. ऐसे में इस वर्ष सभी जगहों पर पुलिस और जिला प्रशासन का अमला तैनात किया गया है. स्वास्थ्य, सफाई, पेयजल के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं.
मेला व्यवस्था की मॉनिटरिंग हेतु सतना व चित्रकूट के जिलाधिकारी खुद मौजूद हैं. दोनों जिले के पुलिस अधीक्षक भी मेला के सुरक्षा व्यवस्था पर पैनी नजर बनाए हुए हैं.