CM योगी ने अनुशासनहीनता और लापरवाही के आरोप में मथुरा के उपायुक्त (श्रम रोजगार) को किया निलंबित

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (फाइल फोटो)
निलंबित उपायुक्त, श्रम रोजगार, मथुरा (Mathura) वीरेंद्र कुमार पर मनमाने ढंग से कार्य करने, बिना अनुमति कार्यालय से अनुपस्थित रहने तथा डीएम द्वारा कारण बताओ नोटिस का जवाब न देने सहित अनुशासनहीनता के अनेक आरोप हैं.
- News18Hindi
- Last Updated: November 26, 2020, 3:54 PM IST
लखनऊ. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) की अनुशासनहीन, लापरवाह और भ्रष्टाचारी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई लगातार जारी है. ताजा मामला मथुरा के उपायुक्त (श्रम रोजगार) वीरेंद्र कुमार का है, जिन्हें अनुशासनहीनता और स्वेच्छाचारिता के आरोप में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने निलंबित (Suspend) करने का आदेश दिया है. निलंबन अवधि के दौरान वीरेंद्र कुमार कार्यालय आयुक्त, ग्राम्य विकास, लखनऊ से सम्बद्ध रहेंगे. इसके अलावा संयुक्त विकास आयुक्त, आगरा मण्डल को जांच अधिकारी बनाया गया है.
मुख्यमंत्री कार्यालय ने बुधवार को ट्वीट कर यह जानकारी दी. निलंबित उपायुक्त, श्रम रोजगार, मथुरा वीरेंद्र कुमार पर मनमाने ढंग से कार्य करने, बिना अनुमति कार्यालय से अनुपस्थित रहने तथा डीएम द्वारा कारण बताओ नोटिस का जवाब न देने सहित अनुशासनहीनता के अनेक आरोप हैं. आए दिन यह छुट्टी पर चले जाते हैं और जवाब मांगने पर जवाब भी नहीं देते.
डीएम मथुरा ने वीरेंद्र कुमार की कार्यशैली पर जताई थी नाराजगी
जिलाधिकारी मथुरा ने भी वीरेंद्र कुमार की कार्यशैली को लेकर नाराजगी जताई थी. मुख्यमंत्री ने इसे आदर्श शासकीय कार्यशैली के विपरीत आचरण माना है और तत्काल प्रभाव से निलंबित करने का आदेश दिया है.
पिछले दिनों संभल के अधिकारी पर गिरी थी गाज
बता दें इससे पहले, 21 नवम्बर को ऐसे ही आरोपों में मुख्यमंत्री ने संभल के जिला विकास अधिकारी, रामसेवक को निलंबित कर दिया था. रामसेवक पर उच्चाधिकारियों के आदेशों की अवहेलना करने, आईजीआरएस अंतर्गत आख्या प्रेषित न करने, अधीनस्थों से अभद्रता करने और बगैर समुचित अनुमति के जनपद मुख्यालय से बाहर जाने सहित अनुशासनहीनता और स्वेच्छाचारिता के अनेक आरोप प्रथमदृष्टया सिद्ध हुए थे.
मुख्यमंत्री कार्यालय ने बुधवार को ट्वीट कर यह जानकारी दी. निलंबित उपायुक्त, श्रम रोजगार, मथुरा वीरेंद्र कुमार पर मनमाने ढंग से कार्य करने, बिना अनुमति कार्यालय से अनुपस्थित रहने तथा डीएम द्वारा कारण बताओ नोटिस का जवाब न देने सहित अनुशासनहीनता के अनेक आरोप हैं. आए दिन यह छुट्टी पर चले जाते हैं और जवाब मांगने पर जवाब भी नहीं देते.
CM श्री @myogiadityanath जी ने उपायुक्त (श्रम रोजगार), जनपद मथुरा को मनमाने ढंग से कार्य करने, बिना अनुमति कार्यालय से अनुपस्थित रहने तथा नोटिस का जवाब न देने सहित अनुशासनहीनता के अनेक आरोपों में तत्काल प्रभाव से निलंबित करने के आदेश दिए हैं।@spgoyal @sanjaychapps1@74_alok pic.twitter.com/mb4ExveDnl
— CM Office, GoUP (@CMOfficeUP) November 25, 2020
डीएम मथुरा ने वीरेंद्र कुमार की कार्यशैली पर जताई थी नाराजगी
जिलाधिकारी मथुरा ने भी वीरेंद्र कुमार की कार्यशैली को लेकर नाराजगी जताई थी. मुख्यमंत्री ने इसे आदर्श शासकीय कार्यशैली के विपरीत आचरण माना है और तत्काल प्रभाव से निलंबित करने का आदेश दिया है.
पिछले दिनों संभल के अधिकारी पर गिरी थी गाज
बता दें इससे पहले, 21 नवम्बर को ऐसे ही आरोपों में मुख्यमंत्री ने संभल के जिला विकास अधिकारी, रामसेवक को निलंबित कर दिया था. रामसेवक पर उच्चाधिकारियों के आदेशों की अवहेलना करने, आईजीआरएस अंतर्गत आख्या प्रेषित न करने, अधीनस्थों से अभद्रता करने और बगैर समुचित अनुमति के जनपद मुख्यालय से बाहर जाने सहित अनुशासनहीनता और स्वेच्छाचारिता के अनेक आरोप प्रथमदृष्टया सिद्ध हुए थे.