किसानो के हिंसक प्रदर्शन पर बोले आयुक्त, कुछ लोग निजी स्वार्थ के लिए करवा रहे हैं हिंसा

वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी किसानों से सीधी बात कर निकालेंगे मामले का सीधा हल.
लखनऊ मंडल के आयुक्त मुकेश मेश्राम ने बताया कि अब तक, 2039 किसानों में से 1925 किसानों ने मुआवजा ले लिया है. वहीं, 134 किसानों में आपसी विवाद के चलते मुआवजा लंबित है.
- News18 Uttar Pradesh
- Last Updated: November 18, 2019, 1:08 PM IST
उन्नाव (Unnao) : जमीन अधिग्रहण (land acquisition) के विरोध में किसानों (Farmers) के हिंसक (Violence) प्रदर्शन की आंच अब लखनऊ (Lucknow)तक पहुंच गई है. हिसंक हुए किसानों की नाराजगी को शांत करने के लिए अब सीधे लखनऊ में बैठे आला अधिकारियों ने इस मामले की कमान को अपने हाथ में ले लिया है. इसी सिलसिले में रविवार शाम लखनऊ मंडल (Lucknow Division) के आयुक्त मुकेश मेश्राम (Commissioner Mukesh Meshram) और एडीजी जोन एसएन साबत (ADG Zone SN Sabat) उन्नाव (Unnao) पहुंचे और स्थानीय अधिकारियों से लंबी बैठक कर पूरे घटनाक्रम की समीक्षा की. बैठक के बाद, कुछ लोग निजी स्वार्थ के लिए किसानों को भड़का रहे हैं. जल्द किसानों से सीधी बात कर सभी मुद्दों को सुलझा लिया जाएगा.
UPSIDC की जमीन में बाहरी लोगों का कब्जा
लखनऊ मंडल के आयुक्त मुकेश मेश्राम ने कहा है कि UPSIDC पर किसानों का नहीं, बल्कि बाहरी लोगों का कब्जा है. UPSIDC की जमीन पर गैर कानूनी तरीके से कब्जा करने वाले लोग न केवल किसानों को उकसा कर हिंसक प्रदर्शन करा रहे हैं, बल्कि शहर की कानून व्यवस्था को बिगाड़ने की कोशिश कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि प्रशासन के आला अधिकारी अब किसानों से सीधा संवाद करेंगे, जिससे उनके सवालों का समाधान कर पूरे प्रकरण का हल निकाला जा सके. मुकेश मेश्राम ने किसानों को यह आश्वासन भी दिया है कि जमीन अधिग्रहण का हर काम कानूनी प्रकिया और न्यास संगत तरीके से कराया जाएगा.
खेती करवा रहे लोगों को चिन्हित करने के आदेशआयुक्त मुकेश मेश्राम ने बताया कि पूर्व में तीन चक्रों में किसानों से बातचीत के बाद मुआवजा बढ़ा दिया गया था. किसानों को छः फीसदी भूमि का आवंटन बिना किसी डेवलपमेंट चार्ज किया गया था. अब तक, 2039 किसानों में से 1925 किसानों ने मुआवजा ले लिया है. वहीं, 134 किसानों में आपसी विवाद के चलते मुआवजा लंबित है. उन्होंने कहा कि किसानों की आड़ में अराजकता फैला रहे लोगों को चिन्हित किया जा रहा है. उन्होंने दावा करते हुए कहा कि UPSIDC की जमीन पर किसान नहीं बाहरी लोगों का कब्जा है, जो लोग इस जमीन पर खेती करवा रहे थे, उन्हें चिन्हित कर कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं.
400 अज्ञात सहित 441 लोगों पर दर्ज हुई एफआईआर
आपको बता दें की गंगाघाट कोतवाली क्षेत्र के ट्रांसगंगा सिटी में हुए इस मामले में अब तक पुलिस ने दो एफआईआर दर्ज की हैं. पूरे मामले में 36 नामजद और 400 अज्ञात लोगों पर मुकदमा दर्ज किया गया है. वहीं पूरे घटनाक्रम में अब तक 5 लोगों की गिरफ्तारी की जा चुकी है. मामले में नामजद किए गए तीन दर्जन लोगों की तलाश में पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है. वहीं, वीडियो फुटेज की मदद से उन लोगों की पहचान करने की कोशिश की जा रही थी, जो बीते दिन हुए हिंसक प्रदर्शन में शामिल थे.
यह भी पढ़ें:
अयोध्या फैसले पर रिव्यू पिटीशन को लेकर मुस्लिम पक्षों में दो फाड़!
लखीमपुर खीरी: पांच शावकों से संग सैर पर निकली बाघिन, पर्यटकों में फोटो लेने की होड़
UPSIDC की जमीन में बाहरी लोगों का कब्जा
लखनऊ मंडल के आयुक्त मुकेश मेश्राम ने कहा है कि UPSIDC पर किसानों का नहीं, बल्कि बाहरी लोगों का कब्जा है. UPSIDC की जमीन पर गैर कानूनी तरीके से कब्जा करने वाले लोग न केवल किसानों को उकसा कर हिंसक प्रदर्शन करा रहे हैं, बल्कि शहर की कानून व्यवस्था को बिगाड़ने की कोशिश कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि प्रशासन के आला अधिकारी अब किसानों से सीधा संवाद करेंगे, जिससे उनके सवालों का समाधान कर पूरे प्रकरण का हल निकाला जा सके. मुकेश मेश्राम ने किसानों को यह आश्वासन भी दिया है कि जमीन अधिग्रहण का हर काम कानूनी प्रकिया और न्यास संगत तरीके से कराया जाएगा.
खेती करवा रहे लोगों को चिन्हित करने के आदेशआयुक्त मुकेश मेश्राम ने बताया कि पूर्व में तीन चक्रों में किसानों से बातचीत के बाद मुआवजा बढ़ा दिया गया था. किसानों को छः फीसदी भूमि का आवंटन बिना किसी डेवलपमेंट चार्ज किया गया था. अब तक, 2039 किसानों में से 1925 किसानों ने मुआवजा ले लिया है. वहीं, 134 किसानों में आपसी विवाद के चलते मुआवजा लंबित है. उन्होंने कहा कि किसानों की आड़ में अराजकता फैला रहे लोगों को चिन्हित किया जा रहा है. उन्होंने दावा करते हुए कहा कि UPSIDC की जमीन पर किसान नहीं बाहरी लोगों का कब्जा है, जो लोग इस जमीन पर खेती करवा रहे थे, उन्हें चिन्हित कर कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं.
400 अज्ञात सहित 441 लोगों पर दर्ज हुई एफआईआर
आपको बता दें की गंगाघाट कोतवाली क्षेत्र के ट्रांसगंगा सिटी में हुए इस मामले में अब तक पुलिस ने दो एफआईआर दर्ज की हैं. पूरे मामले में 36 नामजद और 400 अज्ञात लोगों पर मुकदमा दर्ज किया गया है. वहीं पूरे घटनाक्रम में अब तक 5 लोगों की गिरफ्तारी की जा चुकी है. मामले में नामजद किए गए तीन दर्जन लोगों की तलाश में पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है. वहीं, वीडियो फुटेज की मदद से उन लोगों की पहचान करने की कोशिश की जा रही थी, जो बीते दिन हुए हिंसक प्रदर्शन में शामिल थे.
यह भी पढ़ें:
अयोध्या फैसले पर रिव्यू पिटीशन को लेकर मुस्लिम पक्षों में दो फाड़!
लखीमपुर खीरी: पांच शावकों से संग सैर पर निकली बाघिन, पर्यटकों में फोटो लेने की होड़