COVID-19: लॉकडाउन की वजह से एटा में बाट जोह रहीं हैं 40 मृत लोगों की अस्थियां

मोक्ष धाम में विसर्जन का इन्तजार कर रहे अस्थि कलश
COVID-19 Lockdown: एटा जिला मुख्यालय मेंस्थित मोक्ष धाम के अंदर करीब 40 मृत व्यक्तियों की अस्थियां अपने संस्कार पूर्ण होने की राह देख रही हैं.
- News18 Uttar Pradesh
- Last Updated: April 14, 2020, 10:54 AM IST
एटा. उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के एटा (Etah) जिले में कोरोनावायरस (Coronavirus) महामारी को रोकने के लिए लॉकडाउन (Lockdown) का असर हर तरफ देखने को मिल रहा है, लोगों के दैनिक जीवन पर असर डालने वाला लॉकडाउन अब मृत व्यक्तियों के अंतिम संस्कार में भी बाधा डाल रहा है. यही कारण है कि एटा जिला मुख्यालय मेंस्थित मोक्ष धाम के अंदर करीब 40 मृत व्यक्तियों की अस्थियां अपने संस्कार पूर्ण होने की राह देख रही हैं. दरअसल, मृत्यु के बाद अंतिम संस्कार और अस्थियों को गंगा में विसर्जित किया जाना आवश्यक है. लेकिन कोरोना महामारी के बाद पूरे देश में लॉकडाउन के चलते गंगा में अस्थियों को विसर्जित नहीं किया गया है.
मोक्ष धाम में राखी गई है अस्थि कलश
दरअसल जिले में लॉकडाउन लगने के बाद जिला मुख्यालय स्थित मोक्षधाम में करीब 40 मृत व्यक्तियों का दाह संस्कार हुआ, लेकिन लॉकडाउन होने के चलते इन अस्थियों को गंगाजल में इनके परिजन प्रवाहित नहीं कर सके. बता दें गंगा एटा जिले से करीब 60 किलोमीटर उत्तर दिशा में बहती है. 60 किलोमीटर तक का सफर लॉकडाउन में नहीं हो सकता, इस वजह से यह अस्थियां अभी तक मोछ धाम में ही रखी हुई है.
मोक्षधाम की रखवाली करने वाले संतोष साहू बंगाली बाबा की माने तो वह सभी अस्थियों के कलश पर लाल कपड़ा लपेटकर मृतक के परिजन के नाम व मोबाइल नंबर लिख कर रखे हुए हैं. लॉकडाउन खुलने के बाद सभी मृतको की अस्थियां उनके परिजनों को सौंप दी जाएंगी.मृतक के भाई राजेंद्र कुमार ने बताया कि उनके भाई की सड़क दुर्घटना में मौत हो गई थी, जिसके बाद उनका अंतिम संस्कार कराया गया, लेकिन लॉकडाउन के चलते उनकी अस्थियों को गंगा में विसर्जित नहीं कर पाए. लॉकडाउन खुलने का इंतजार कर रहे हैं.
ये भी पढ़ें:
COVID-19: सीएम योगी बोले- बीमारी छिपाने वालों पर दिखाई नरमी तो नपेंग DM व SP
मुरादाबाद: तबलीगी जमात के 17 लोगों में COVID-19 की पुष्टि, एक मरीज की मौत
मोक्ष धाम में राखी गई है अस्थि कलश
दरअसल जिले में लॉकडाउन लगने के बाद जिला मुख्यालय स्थित मोक्षधाम में करीब 40 मृत व्यक्तियों का दाह संस्कार हुआ, लेकिन लॉकडाउन होने के चलते इन अस्थियों को गंगाजल में इनके परिजन प्रवाहित नहीं कर सके. बता दें गंगा एटा जिले से करीब 60 किलोमीटर उत्तर दिशा में बहती है. 60 किलोमीटर तक का सफर लॉकडाउन में नहीं हो सकता, इस वजह से यह अस्थियां अभी तक मोछ धाम में ही रखी हुई है.
मोक्षधाम की रखवाली करने वाले संतोष साहू बंगाली बाबा की माने तो वह सभी अस्थियों के कलश पर लाल कपड़ा लपेटकर मृतक के परिजन के नाम व मोबाइल नंबर लिख कर रखे हुए हैं. लॉकडाउन खुलने के बाद सभी मृतको की अस्थियां उनके परिजनों को सौंप दी जाएंगी.मृतक के भाई राजेंद्र कुमार ने बताया कि उनके भाई की सड़क दुर्घटना में मौत हो गई थी, जिसके बाद उनका अंतिम संस्कार कराया गया, लेकिन लॉकडाउन के चलते उनकी अस्थियों को गंगा में विसर्जित नहीं कर पाए. लॉकडाउन खुलने का इंतजार कर रहे हैं.
ये भी पढ़ें:
COVID-19: सीएम योगी बोले- बीमारी छिपाने वालों पर दिखाई नरमी तो नपेंग DM व SP
मुरादाबाद: तबलीगी जमात के 17 लोगों में COVID-19 की पुष्टि, एक मरीज की मौत