एटा जेल में Coronavirus को लेकर हाई-अलर्ट जारी, बंदियों की निगरानी करेगी स्पेशल टास्क फोर्स

एटा जेल में कोरोना वायरस के मद्देनजर हाई-अलर्ट
Coronavirus alert पुलिस द्वारा पकड़े गए आरोपितों के जेल जाने पर इंट्री से पहले सर्दी, खांसी व बुखार की जांच कर ही प्रवेश दिया जा रहा है इन नए बंदियों को पहले 15 दिन तक अन्य बंदियों से अलग आइसोलेशन बैरक में रखा जा रहा है जिसके बाद में उन्हें अंदर की बैरक में शिफ्ट किया जा रहा है....
- News18 Uttar Pradesh
- Last Updated: March 19, 2020, 6:58 PM IST
एटा. जनपद की जेल में भी कोरोना वायरस (Coronavirus) को लेकर हाई-अलर्ट (High-Alert) जारी कर दिया गया है. खांसी-जुकाम के मरीजों की निगरानी के लिए स्पेशल टास्क फोर्स (Special Task Force) का गठन किया गया है कोरोना को लेकर चार अधिकारियों की स्पेशल टीम (Special Team) बना दी गई है. बंदी अपने हाथों से खुद कपड़े के मास्क तैयार कर रहे हैं और जो परिजन जेल में मिलने आ रहे हैं उनको भी मास्क भेंट करके कोरोना वायरस से बचाव के लिए अपील कर रहे हैं.
जागरूक कर रहे हैं कैदी व जेल प्रशासन
बता दें कि गुरुवार को बंदियों से मुलाकातियों व कर्मचारियों के बीच साबुन, मास्क, सैनेटाइजर का वितरण किया गया, मुलाकातियों को भी मास्क लगाकर आने को कहा गया है कर्मचारियों को ड्यूटी के दौरान मास्क लगाए रखने का आदेश भी दे दिया गया है, उन्हें भी जेल प्रशासन द्वारा मास्क मुहैया कराया जा रहा है. कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण के मद्देनजर जेल प्रशासन ने संक्रमण से बचाव पर काम शुरू कर दिया है, जेल में गठित टीम कोरोना वायरस से बचाव के लिए बंदियों को जागरूक कर रही है, सर्दी-खांसी व बुखार से पीड़ित बंदियों का प्रतिदिन परीक्षण कर तत्काल इलाज मुहैया कराया जा रहा है साथ ही बंदियों को सैनेटाइजर, मास्क, साबुन आदि भी दिया गया, जेल में वर्तमान में लगभग 1270 बंदी हैं, वरिष्ठ जेल अधीक्षक पीपी सिंह की अध्यक्षता में चार सदस्यीय टीम गठित की गई है जिसमें जेलर, डिप्टी जेलर व दो डॉक्टर शामिल हैं, मुलाकातियों को बिना मास्क के अंदर जाने की अनुमति नहीं दी जा रही है, वहीं जेल में जागरूकता का पोस्टर भी चस्पा किया गया है बैरकों की सफाई करने, बंदियों को साफ कपड़े पहनने, रुमाल रखने, बार-बार हाथ धोने, सर्दी होने पर डॉक्टर से सलाह लेने, स्वच्छ पानी पीने को जागरूक किया जा रहा है. इसके लिए जगह-जगह पोस्टर लगाए गए हैं, वहीं जेल में लगे रेडियो सिस्टम से भी जागरूक किया जा रहा है.
पुलिस द्वारा पकड़े गए आरोपितों के जेल जाने पर इंट्री से पहले सर्दी, खांसी व बुखार की जांच कर ही प्रवेश दिया जा रहा है इन नए बंदियों को पहले 15 दिन तक अन्य बंदियों से अलग आइसोलेशन बैरक में रखा जा रहा है जिसके बाद में उन्हें अंदर की बैरक में शिफ्ट किया जा रहा है, कोरोना का प्रकोप देखते हुए इसमें सतर्कता बढ़ा दी गई है और जेल जाने वाले लोगों के सर्दी-खांसी का इलाज किया जा रहा है, साथ ही जेल अस्पताल के डॉक्टरों की सलाह पर अन्य सावधानियां भी बरती जा रही हैं.ये भी पढ़ें- Coronavirus alert: इलाहाबाद हाईकोर्ट में सेनेटाइजेशन शुरु, तीन दिनों के लिए पहले ही बंद किया जा चुका है कोर्ट

जागरूक कर रहे हैं कैदी व जेल प्रशासन
बता दें कि गुरुवार को बंदियों से मुलाकातियों व कर्मचारियों के बीच साबुन, मास्क, सैनेटाइजर का वितरण किया गया, मुलाकातियों को भी मास्क लगाकर आने को कहा गया है कर्मचारियों को ड्यूटी के दौरान मास्क लगाए रखने का आदेश भी दे दिया गया है, उन्हें भी जेल प्रशासन द्वारा मास्क मुहैया कराया जा रहा है. कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण के मद्देनजर जेल प्रशासन ने संक्रमण से बचाव पर काम शुरू कर दिया है, जेल में गठित टीम कोरोना वायरस से बचाव के लिए बंदियों को जागरूक कर रही है, सर्दी-खांसी व बुखार से पीड़ित बंदियों का प्रतिदिन परीक्षण कर तत्काल इलाज मुहैया कराया जा रहा है साथ ही बंदियों को सैनेटाइजर, मास्क, साबुन आदि भी दिया गया, जेल में वर्तमान में लगभग 1270 बंदी हैं, वरिष्ठ जेल अधीक्षक पीपी सिंह की अध्यक्षता में चार सदस्यीय टीम गठित की गई है जिसमें जेलर, डिप्टी जेलर व दो डॉक्टर शामिल हैं, मुलाकातियों को बिना मास्क के अंदर जाने की अनुमति नहीं दी जा रही है, वहीं जेल में जागरूकता का पोस्टर भी चस्पा किया गया है बैरकों की सफाई करने, बंदियों को साफ कपड़े पहनने, रुमाल रखने, बार-बार हाथ धोने, सर्दी होने पर डॉक्टर से सलाह लेने, स्वच्छ पानी पीने को जागरूक किया जा रहा है. इसके लिए जगह-जगह पोस्टर लगाए गए हैं, वहीं जेल में लगे रेडियो सिस्टम से भी जागरूक किया जा रहा है.
पुलिस द्वारा पकड़े गए आरोपितों के जेल जाने पर इंट्री से पहले सर्दी, खांसी व बुखार की जांच कर ही प्रवेश दिया जा रहा है इन नए बंदियों को पहले 15 दिन तक अन्य बंदियों से अलग आइसोलेशन बैरक में रखा जा रहा है जिसके बाद में उन्हें अंदर की बैरक में शिफ्ट किया जा रहा है, कोरोना का प्रकोप देखते हुए इसमें सतर्कता बढ़ा दी गई है और जेल जाने वाले लोगों के सर्दी-खांसी का इलाज किया जा रहा है, साथ ही जेल अस्पताल के डॉक्टरों की सलाह पर अन्य सावधानियां भी बरती जा रही हैं.ये भी पढ़ें- Coronavirus alert: इलाहाबाद हाईकोर्ट में सेनेटाइजेशन शुरु, तीन दिनों के लिए पहले ही बंद किया जा चुका है कोर्ट