कासगंज के भैंसोरा खुर्द गांव के 70 फीसदी लोग हुए बीमार, 5 दिन में 3 मौत

डेंगू के कारण कासगंज के भैंसोरा खुर्द गांव में हुईं तीन मौत.
कासगंज जनपद (Kasganj District) के गांव भैंसोरा खुर्द (Bhainsora Khurd) में पिछले पांच दिन में तीन लोगों की मौत हो गई. जबकि गांव में 70 फीसदी लोग बीमार पड़े हुए हैं. अब स्वास्थ्य विभाग (Health Department) की टीम ने कैम्प लगाकर जांच शुरू कर दी है.
- News18 Uttar Pradesh
- Last Updated: October 31, 2019, 11:19 PM IST
कासगंज. उत्तर प्रदेश के कासगंज जनपद (Kasganj District) के एक गांव में बीमारी का बड़ा प्रकोप सामने आया है. पिछले पांच दिन में तीन लोगों की मौत हो गई और गांव में 70 फीसदी लोग बीमार पड़े हुए हैं. प्रधान की खबर पाकर गांव में स्वास्थ्य विभाग (Health Department) की टीम ने कैम्प लगाकर जांच परीक्षण शुरू कर दिया है. यह मामला कासगंज शहर से करीब तीन किलोमीटर दूर गांव भैंसोरा खुर्द (Bhainsora Khurd) का है. पांच हजार के आबादी बाले इस गांव में बीमारी का प्रकोप लगातार बढ़ता जा रहा है. वैसे अधिकतर लोगों को डेंगू (Dengue) होने की आशंका जताई जा रही है.
ग्राम प्रधान ने कही ये बात
गांव के प्रधान रामदीन की मानें तो पिछले पांच दिन में तीन लोगों की मौत हो चुकी है, जिसमें मुन्नीलाल, आरती और शालू नाम की महिला शामिल है. जबकि गांव 70 प्रतिशत लोग अभी भी बीमारी के चपेट में हैं. यही नहीं, यहां के कई लोग अलीगढ़, आगरा और दिल्ली के अस्पतालों में उपचार करा रहे हैं. बीमारी के चलते गांव में दशहत का माहौल बना हुआ है, जिसकी वजह से लोग एक दूसरे के घरों में जाने से कतरा रहे हैं. यही नहीं, स्कूल भी बंद पड़े हुए हैं.
स्वास्थ्य विभाग ने किया परीक्षणस्वास्थ्य विभाग की टीम ने जांच परीक्षण शुरू कर दिया है. चिकित्सकों के मुताबिक मरीजो में प्लेट कम हो रही हैं. जबकि कुछ मरीज वायरल फीवर के शिकार हैं. फिलहाल चिकित्सकों ने तीन घंटे में तीन सौ से अधिक मरीजों का परीक्षण किया है. हालांकि असल सवाल तो यह है कि बीमारी ने पूरे गांव को अपनी चपेट में ले लिया, लेकिन स्वास्थ्य विभाग को कोई भनक तक लगी.
ये भी पढ़ें:
मेरठ, हापुड़ की हवा सबसे जहरीली, सर्वाधिक प्रदूषित लिस्ट में UP के 8 शहर शामिल
यूपी के पीलीभीत में पराली जलाने पर करीब 300 किसानों के खिलाफ मुकदमा दर्ज
ग्राम प्रधान ने कही ये बात
गांव के प्रधान रामदीन की मानें तो पिछले पांच दिन में तीन लोगों की मौत हो चुकी है, जिसमें मुन्नीलाल, आरती और शालू नाम की महिला शामिल है. जबकि गांव 70 प्रतिशत लोग अभी भी बीमारी के चपेट में हैं. यही नहीं, यहां के कई लोग अलीगढ़, आगरा और दिल्ली के अस्पतालों में उपचार करा रहे हैं. बीमारी के चलते गांव में दशहत का माहौल बना हुआ है, जिसकी वजह से लोग एक दूसरे के घरों में जाने से कतरा रहे हैं. यही नहीं, स्कूल भी बंद पड़े हुए हैं.
स्वास्थ्य विभाग ने किया परीक्षणस्वास्थ्य विभाग की टीम ने जांच परीक्षण शुरू कर दिया है. चिकित्सकों के मुताबिक मरीजो में प्लेट कम हो रही हैं. जबकि कुछ मरीज वायरल फीवर के शिकार हैं. फिलहाल चिकित्सकों ने तीन घंटे में तीन सौ से अधिक मरीजों का परीक्षण किया है. हालांकि असल सवाल तो यह है कि बीमारी ने पूरे गांव को अपनी चपेट में ले लिया, लेकिन स्वास्थ्य विभाग को कोई भनक तक लगी.
ये भी पढ़ें:
मेरठ, हापुड़ की हवा सबसे जहरीली, सर्वाधिक प्रदूषित लिस्ट में UP के 8 शहर शामिल
यूपी के पीलीभीत में पराली जलाने पर करीब 300 किसानों के खिलाफ मुकदमा दर्ज