सड़क हादसे में बाइक सवार की मौत से भड़के ग्रामीणों ने पुलिस पर किया पथराव, दारोगा समेत 6 पुलिसकर्मी घायल

पथराव की वजह से दारोगा समेत छह पुलिसकर्मी घायल हुए हैं.
जसवंतनगर इलाके के मलाजनी में आगरा-इटावा हाईवे (Agra-Etawah Highway) पर एक बाइक सवार की मौत के बाद ग्रामीणों ने जाम लगा दिया. जाम खुलवाने के लिए मौके पर पहुंची पुलिस की ग्रामीणों से झड़प हो गई, जिसमें दारोगा समेत कई पुलिसकर्मी घायल हुए हैं. जबकि कई ग्रामीणों के भी चोटिल होने की खबर है.
- News18 Uttar Pradesh
- Last Updated: January 14, 2021, 10:19 PM IST
इटावा. उत्तर प्रदेश के इटावा के जसवंतनगर इलाके के मलाजनी में आगरा-इटावा हाईवे (Agra-Etawah Highway) पर एक सड़क हादसे में बाइक सवार की मौत के बाद लगा जाम खुलवाने के लिए पुलिस (Police) ने ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया, तो ग्रामीणों ने पुलिस पर पथराव कर दिया. इस वजह से दारोगा समेत 6 पुलिसकर्मी घायल हो गए. हालांकि दारोगा के सिर पर चोट आने से गुस्साए पुलिसकर्मियों ने लाठी चलाकर ग्रामीणों को खदेड़कर जाम खुलवाया.
पुलिस उपाधीक्षक मस्सा सिंह ने बताया कि जसवंतनगर थाना क्षेत्र के नगला बेनीसाल निवासी 35 वर्षीय सत्य प्रकाश पुत्र होशियार सिंह प्राइवेट नौकरी करते हैं और इन दिनों अपने पैतृक गांव आए थे. शाम करीब छह बजे वह मलाजनी चौराहे पर किसी काम से अपनी बाइक से आए. इसी दौरान हाईवे पर इटावा की ओर जा रही एक सफेद हुंडई आई 10 कार ने उनको टक्कर मार दी, जिससे सत्य प्रकाश की मौके पर ही मौत हो गई थी. दुर्घटना के कारण उत्तेजित लोगों ने हाईवे पर जाम लगा दिया जिससे लंबी दूरी तक वाहनों की कतार लग गई.
पथराव में कई पुलिसकर्मी घायल
बाइक सवार की मौत की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और लोगों को समझने का प्रयास किया. शव को कब्जे में लेने की कोशिश की तो ग्रामीणों में मुआवजे की मांग करते हुए पुलिस पर पथराव कर दिया. इससे जसवंतनगर थाने में तैनात उपनिरीक्षक भानु प्रताप सिंह के साथ मो. कासिफ और हनीफ व कस्बा प्रभारी राजेंद्र सिंह के अलावा कांस्टेबल नीरज को पत्थर लगे. हालांकि बाद में बताया गया कि दारोगा भानु प्रताप के पैर में फ्रेक्चर है. जबकि कस्बा इंचार्ज के पीठ और सिर में चोटें आई हैं. दारोगा के सिर पर चोट आने से गुस्साए पुलिसकर्मियों ने लाठी चलाकर ग्रामीणों को न सिर्फ खदेड़ा बल्कि जो भी उसके हाथ लगा उसे लाठी से जमकर पीटा. पुलिस द्वारा लाठी चार्ज करने से कई ग्रामीण भी चोटिल हुए हैं, वहीं कुछ ग्रामीणों को पुलिस ने पथराव को लेकर हिरासत में लिया है.
काफा देर बाद खुला जाम
घटना की जानकारी पर उपजिलाधिकारी ज्योत्स्ना बंधु और क्षेत्राधिकारी मस्सा सिंह मौके पर पहुंचे. इसके बाद हालात सामान्य कराकर हाईवे पर यातायात बहाल कराया. वहीं शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया. हालांकि पुलिस पर पथराव का मुकदमा दर्ज होने के डर से घायल ग्रामीण उपचार कराने के लिए अस्पताल नहीं पहुंचे हैं और इसी वजह से घायलों की सही संख्या नहीं पता चल सकी है. हालांकि यह जरूर बता चला है कि ग्रामीण आए दिन मलाजनी चौराहे के आसपास होने वाली दुर्घटनाओं से आक्रोशित थे और दुर्घटना में मृत युवक शव को रखकर मुआवजा की मांग कर रहे थे.
पुलिस उपाधीक्षक मस्सा सिंह ने बताया कि जसवंतनगर थाना क्षेत्र के नगला बेनीसाल निवासी 35 वर्षीय सत्य प्रकाश पुत्र होशियार सिंह प्राइवेट नौकरी करते हैं और इन दिनों अपने पैतृक गांव आए थे. शाम करीब छह बजे वह मलाजनी चौराहे पर किसी काम से अपनी बाइक से आए. इसी दौरान हाईवे पर इटावा की ओर जा रही एक सफेद हुंडई आई 10 कार ने उनको टक्कर मार दी, जिससे सत्य प्रकाश की मौके पर ही मौत हो गई थी. दुर्घटना के कारण उत्तेजित लोगों ने हाईवे पर जाम लगा दिया जिससे लंबी दूरी तक वाहनों की कतार लग गई.
पथराव में कई पुलिसकर्मी घायल
बाइक सवार की मौत की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और लोगों को समझने का प्रयास किया. शव को कब्जे में लेने की कोशिश की तो ग्रामीणों में मुआवजे की मांग करते हुए पुलिस पर पथराव कर दिया. इससे जसवंतनगर थाने में तैनात उपनिरीक्षक भानु प्रताप सिंह के साथ मो. कासिफ और हनीफ व कस्बा प्रभारी राजेंद्र सिंह के अलावा कांस्टेबल नीरज को पत्थर लगे. हालांकि बाद में बताया गया कि दारोगा भानु प्रताप के पैर में फ्रेक्चर है. जबकि कस्बा इंचार्ज के पीठ और सिर में चोटें आई हैं. दारोगा के सिर पर चोट आने से गुस्साए पुलिसकर्मियों ने लाठी चलाकर ग्रामीणों को न सिर्फ खदेड़ा बल्कि जो भी उसके हाथ लगा उसे लाठी से जमकर पीटा. पुलिस द्वारा लाठी चार्ज करने से कई ग्रामीण भी चोटिल हुए हैं, वहीं कुछ ग्रामीणों को पुलिस ने पथराव को लेकर हिरासत में लिया है.
काफा देर बाद खुला जाम
घटना की जानकारी पर उपजिलाधिकारी ज्योत्स्ना बंधु और क्षेत्राधिकारी मस्सा सिंह मौके पर पहुंचे. इसके बाद हालात सामान्य कराकर हाईवे पर यातायात बहाल कराया. वहीं शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया. हालांकि पुलिस पर पथराव का मुकदमा दर्ज होने के डर से घायल ग्रामीण उपचार कराने के लिए अस्पताल नहीं पहुंचे हैं और इसी वजह से घायलों की सही संख्या नहीं पता चल सकी है. हालांकि यह जरूर बता चला है कि ग्रामीण आए दिन मलाजनी चौराहे के आसपास होने वाली दुर्घटनाओं से आक्रोशित थे और दुर्घटना में मृत युवक शव को रखकर मुआवजा की मांग कर रहे थे.