हिन्दू भाईयों ने कराया रोजा अफतार, कहा- एक दूसरे के पूरक हैं हिन्दू मुस्लिम
इस रोजा अफतार की खास बात यह है कि रोजेदारों को यहां रोजा अफतार हिन्दू भाई कराते हैं.
- ETV UP/Uttarakhand
- Last Updated: June 23, 2017, 11:29 PM IST
इटावा शहर हिन्दू मुस्लिम भाईचारे की मिसाल कायम कर रहा है. यह रोजा अफतार इटावा शहर के इस्लामिया इण्टर कॉलेज में कराया जा रहा है. इस रोजा अफतार की खास बात यह है कि रोजेदारों को यहां रोजा अफतार हिन्दू भाई कराते हैं.
यह परम्परा पिछले दस सालों से इस शहर में चली आ रही है. भाईचारे की नुमाइंदगी करता यह रोजा अफतार यूथ वेलफेयर सोसायटी करवाती है. इटावा शहर में भाईचारे की मिशाल पेश कर रहे इस रोजा अफतार में वेलफेयर सोसायटी के पदाधिकारी किसी भी राजनीतिक हस्ती को नहीं बुलाते हैं.
हिन्दू मुस्लिम भाईचारे की पिछले दस सालों से मिसाल बन चुका यूथ वेलफेयर सोसायटी का यह रोजा अफतार पूरे देश और दुनियां को आपसी भाईचारे और साम्प्रदायिक सौहार्द का सीधा उदाहरण पेश कर रहा है. इस रोजा अफतार पार्टी में शिरकत करने वाले हिन्दू व मुस्लिम समाज के लोग साफ साफ कहते हैं कि देश में सम्प्रदायिक सौहार्द को बिगाड़ने वाली देश विरोधी ताकतें इटावा आएं और देखें कि इस शहर में राम और रहीम का कितना शानदार सामंजस्य है.
इटावा शहर के लोग कहते हैं कि देश विरोधी ताकतें चाहे कितना भी प्रयास कर लें लेकिन भारत के हिन्दू और मुस्लिम एक दूसरे के पूरक हैं, कभी एक दूसरे से जुदा नहीं हो सकते.
यह परम्परा पिछले दस सालों से इस शहर में चली आ रही है. भाईचारे की नुमाइंदगी करता यह रोजा अफतार यूथ वेलफेयर सोसायटी करवाती है. इटावा शहर में भाईचारे की मिशाल पेश कर रहे इस रोजा अफतार में वेलफेयर सोसायटी के पदाधिकारी किसी भी राजनीतिक हस्ती को नहीं बुलाते हैं.
हिन्दू मुस्लिम भाईचारे की पिछले दस सालों से मिसाल बन चुका यूथ वेलफेयर सोसायटी का यह रोजा अफतार पूरे देश और दुनियां को आपसी भाईचारे और साम्प्रदायिक सौहार्द का सीधा उदाहरण पेश कर रहा है. इस रोजा अफतार पार्टी में शिरकत करने वाले हिन्दू व मुस्लिम समाज के लोग साफ साफ कहते हैं कि देश में सम्प्रदायिक सौहार्द को बिगाड़ने वाली देश विरोधी ताकतें इटावा आएं और देखें कि इस शहर में राम और रहीम का कितना शानदार सामंजस्य है.
इटावा शहर के लोग कहते हैं कि देश विरोधी ताकतें चाहे कितना भी प्रयास कर लें लेकिन भारत के हिन्दू और मुस्लिम एक दूसरे के पूरक हैं, कभी एक दूसरे से जुदा नहीं हो सकते.