150 MBBS छात्रों से रैगिंग: MCI ने दी सैफई यूनिवर्सिटी की मान्यता रद्द करने की चेतावनी

सैफई मेडिकल कॉलेज में जूनियर छात्रों का मुंडन कराने का मामला
छात्रों के साथ रैगिंग मामले में मेडिकल काउंसिल आफ इंडिया (MCI) ने सैफई की मेडिकल यूनिवर्सिटी (Uttar Pradesh University of Medical Sciences) की मान्यता रद्द करने की चेतावनी दे दी है.
- News18 Uttar Pradesh
- Last Updated: August 22, 2019, 5:05 PM IST
उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के सैफई (Saifai) में स्थित उत्तर प्रदेश यूनिवर्सिटी ऑफ मेडिकल साइंसेज (Uttar Pradesh University of Medical Sciences/यूपीयूएमएस) में रैगिंग के मामले से हड़कंप मचा हुआ है. एक तरफ यूनिवर्सिटी के वीसी कह रहे हैं कि जांच में रैगिंग की बात से छात्रों ने इनकार किया है. वहीं मामले से नाराज मेडिकल काउंसिल आफ इंडिया (MCI) ने मेडिकल यूनिवर्सिटी की मान्यता रद्द करने की चेतावनी दे दी है. साथ ही सभी कोर्सेज पर रोक लगाने की चेतावनी दी है. एमसीआई के अनुसार यूनिवर्सिटी के हर छात्र पर एक लाख रुपये का जुर्माना लगाया जा सकता है.
यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर डॉ. राजकुमार ने कहा है कि कैंपस में जूनियर छात्रों के सिर मुंडे हुए दिखाई दिए थे. आरोप लगाया गया था कि इनके साथ रैगिंग की गई है. उन्होंने कहा कि शुरुआती जांच रिपोर्ट के अनुसार छात्रों ने इस संबंध में किसी भी तरह की रैगिंग की बात से इनकार किया है. जांच रिपोर्ट के अनुसार रैगिंग का आरोप निराधार है. इस रिपोर्ट पर सभी छात्रों के हस्ताक्षर लिए गए हैं.
दरअसल यूनिवर्सिटी के करीब 150 जूनियर छात्रों का सीनियर छात्रों ने जबरन सिर मुंडवा दिया और उनसे सीनियर छात्रों के हॉस्टल के सामने परेड करवाई गई. एमबीबीएस के जूनियर छात्रों से जबरन 'हुजूर तोहफा कुबूल है' के नारे लगवाए गए.
देश की सबसे बड़ी अदालत ने कई बार अपने आदेशों में सख्ती से रैगिंग पर रोक लगाने को कहा है. रैगिंग के खिलाफ कानून भी सरकार ने बना रखे हैं. इसके बावजूद सैफई में गुंडागर्दी, अराजकता और इस तरह से छात्रों को अपमानित करके रैगिंग किए जाने का यह मामला सामने आया है.
(रिपोर्ट: दीपक मिश्रा)
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यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर डॉ. राजकुमार ने कहा है कि कैंपस में जूनियर छात्रों के सिर मुंडे हुए दिखाई दिए थे. आरोप लगाया गया था कि इनके साथ रैगिंग की गई है. उन्होंने कहा कि शुरुआती जांच रिपोर्ट के अनुसार छात्रों ने इस संबंध में किसी भी तरह की रैगिंग की बात से इनकार किया है. जांच रिपोर्ट के अनुसार रैगिंग का आरोप निराधार है. इस रिपोर्ट पर सभी छात्रों के हस्ताक्षर लिए गए हैं.
दरअसल यूनिवर्सिटी के करीब 150 जूनियर छात्रों का सीनियर छात्रों ने जबरन सिर मुंडवा दिया और उनसे सीनियर छात्रों के हॉस्टल के सामने परेड करवाई गई. एमबीबीएस के जूनियर छात्रों से जबरन 'हुजूर तोहफा कुबूल है' के नारे लगवाए गए.

एमसीआई का लेटर
(रिपोर्ट: दीपक मिश्रा)
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