UP Panchayat Election 2021: शुरू हुआ वोट काटने और जोड़ने का खेल, BLO पर लगा गंभीर आरोप

ग्रामीणों ने एसडीएम से मिलकर की शिकायत
UP Gram Panchayat Election 2021: ग्रामीणों का कहना है कि बीएलओ मीनाक्षी वर्मा ने आर्थिक लाभ लेकर बाहुबलियों का साथ देते हुए उनके नाम लिस्ट में शामिल नहीं किए और उनके आवेदन नष्ट कर दिए.
- News18 Uttar Pradesh
- Last Updated: January 19, 2021, 7:04 AM IST
इटावा. उत्तर प्रदेश में होने वाले त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव (UP Panchayat Election 2021) की तिथियों का अभी ऐलान नही हुआ है, लेकिन अभी से हेराफेरी शुरू कर दी गयी है. यह हेराफेरी कोई और नही, बल्कि बीएलओ स्तर पर की जा रही है. विरोधियों के साथ मिलकर के वोट कटवाने का सिलसिला शुरू करने का आरोप लगाया गया है. ऐसा ही कुछ मामला सामने आया है इटावा (Etawah) के जसवंतनगर तहसील से. ग्राम पंचायत नरिया गांव में कइयों गाव वालों के वोट काटने का मामला सामने आने के बाद सभी ने मुख्यालय पर आकर उपजिला अधिकारी सिद्धार्थ से मुलाकात की और अपनी शिकायत दर्ज करवाई. शिकायत के बाद उपजिलाधिकारी ने सभी को भरोसा दिया कि पूर्ण जांच के बाद काटे गए नामों पर विचार करके कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी.
जसवंतनगर तहसील के आलमपुर नरिया ग्राम पंचायत के दो दर्जन से ज्यादा ग्रामीणों का वोटर लिस्ट में नाम जुड़वाने हेतु दिए गए आवेदन बीएलओ ने नष्ट किए जाने के बाद लोगों ने जिला मुख्यालय पर हंगामा काटा और बीएलओ हाय-हाय के नारे लगाए गए. उन्होंने जिलाधिकारी को संबोधित एक ज्ञापन एसडीएम सदर को सौंपकर बीएलओ मीनाक्षी वर्मा के खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई की मांग की है. तहसील क्षेत्र जसवंतनगर के मौजा व ग्राम पंचायत आलमपुर नरिया में कार्यरत बीएलओ मीनाक्षी वर्मा, प्राथमिक विद्यालय में अध्यापिका के रूप में नियुक्त है. आरोप है कि बीएलओ ने पंचायत क्षेत्र के 29 लोगों ने वोटर लिस्ट में अपना नाम जुड़वाने हेतु आवेदन भरकर 29 दिसंबर 2020 को जमा किए थे. बाद में पता करने पर ज्ञात हुआ कि उनके नाम वोटर लिस्ट में नहीं जोड़े गए, बल्कि भरे गए आवेदन बीएलओ ने नष्ट कर दिए.
ग्रामीणों का ये है आरोप
आरोप है कि ग्रामीणों के साथ जानबूझकर धोखा करते हुए बहुमूल्य मताधिकार के प्रयोग से वंचित करने का प्रयास बीएलओ द्वारा किया गया. इसलिए आक्रोशित ग्रामीण जिला मुख्यालय पहुंचे और काफी देर तक बीएलओ हाय हाय के नारे भी लगाए. बाद में जिलाधिकारी को संबोधित ज्ञापन एसडीएम सदर सिद्धार्थ को सौंपा. ग्रामीणों का कहना है कि बीएलओ मीनाक्षी वर्मा ने आर्थिक लाभ लेकर बाहुबलियों का साथ देते हुए उनके नाम लिस्ट में शामिल नहीं किए और उनके आवेदन नष्ट कर दिए. ग्रामीणों ने छल पूर्वक नष्ट किए आवेदनों की जांच कर दोषी बीएलओ के खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई की मांग की है.अभी तक नहीं हुई प्रभावी जांच
ग्रामीणों का यह भी आरोप था कि उनकी ग्राम पंचायत में बीएलओ ने साजिशन नगर क्षेत्र के एक सभासद सहित आधा सैकड़ा लोगों के नाम फर्जी तरीके से ग्राम पंचायत की निर्वाचक नामावली में शामिल भी किए हैं. बीएलओ द्वारा लगातार किए गए फर्जीवाड़े की शिकायतें उप जिलाधिकारी को भी की गईं लेकिन अभी तक कोई प्रभावी कार्रवाई नहीं हुई और मजबूरन उन्हें जिला मुख्यालय तक आना पड़ा. प्रदर्शन करने वाले लोगों में कौशलेंद्र सिंह, शीलू यादव, पूजा देवी, ऋषि कुमार, प्रवीण कुमार, अंकी, विजय कुमार, कुलदीप कुमार, रजनेश, मंजू कुमारी, अंशिका, माधुरी, राघवेंद्र, सलमान, विनय कुमार, विजय इत्यादि दर्जनों लोग शामिल रहे.
जसवंतनगर तहसील के आलमपुर नरिया ग्राम पंचायत के दो दर्जन से ज्यादा ग्रामीणों का वोटर लिस्ट में नाम जुड़वाने हेतु दिए गए आवेदन बीएलओ ने नष्ट किए जाने के बाद लोगों ने जिला मुख्यालय पर हंगामा काटा और बीएलओ हाय-हाय के नारे लगाए गए. उन्होंने जिलाधिकारी को संबोधित एक ज्ञापन एसडीएम सदर को सौंपकर बीएलओ मीनाक्षी वर्मा के खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई की मांग की है. तहसील क्षेत्र जसवंतनगर के मौजा व ग्राम पंचायत आलमपुर नरिया में कार्यरत बीएलओ मीनाक्षी वर्मा, प्राथमिक विद्यालय में अध्यापिका के रूप में नियुक्त है. आरोप है कि बीएलओ ने पंचायत क्षेत्र के 29 लोगों ने वोटर लिस्ट में अपना नाम जुड़वाने हेतु आवेदन भरकर 29 दिसंबर 2020 को जमा किए थे. बाद में पता करने पर ज्ञात हुआ कि उनके नाम वोटर लिस्ट में नहीं जोड़े गए, बल्कि भरे गए आवेदन बीएलओ ने नष्ट कर दिए.
ग्रामीणों का ये है आरोप
आरोप है कि ग्रामीणों के साथ जानबूझकर धोखा करते हुए बहुमूल्य मताधिकार के प्रयोग से वंचित करने का प्रयास बीएलओ द्वारा किया गया. इसलिए आक्रोशित ग्रामीण जिला मुख्यालय पहुंचे और काफी देर तक बीएलओ हाय हाय के नारे भी लगाए. बाद में जिलाधिकारी को संबोधित ज्ञापन एसडीएम सदर सिद्धार्थ को सौंपा. ग्रामीणों का कहना है कि बीएलओ मीनाक्षी वर्मा ने आर्थिक लाभ लेकर बाहुबलियों का साथ देते हुए उनके नाम लिस्ट में शामिल नहीं किए और उनके आवेदन नष्ट कर दिए. ग्रामीणों ने छल पूर्वक नष्ट किए आवेदनों की जांच कर दोषी बीएलओ के खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई की मांग की है.अभी तक नहीं हुई प्रभावी जांच
ग्रामीणों का यह भी आरोप था कि उनकी ग्राम पंचायत में बीएलओ ने साजिशन नगर क्षेत्र के एक सभासद सहित आधा सैकड़ा लोगों के नाम फर्जी तरीके से ग्राम पंचायत की निर्वाचक नामावली में शामिल भी किए हैं. बीएलओ द्वारा लगातार किए गए फर्जीवाड़े की शिकायतें उप जिलाधिकारी को भी की गईं लेकिन अभी तक कोई प्रभावी कार्रवाई नहीं हुई और मजबूरन उन्हें जिला मुख्यालय तक आना पड़ा. प्रदर्शन करने वाले लोगों में कौशलेंद्र सिंह, शीलू यादव, पूजा देवी, ऋषि कुमार, प्रवीण कुमार, अंकी, विजय कुमार, कुलदीप कुमार, रजनेश, मंजू कुमारी, अंशिका, माधुरी, राघवेंद्र, सलमान, विनय कुमार, विजय इत्यादि दर्जनों लोग शामिल रहे.