श्री राम मंदिर निर्माण नहीं होने से अयोध्या के संतों में बीजेपी सरकार के खिलाफ अब आक्रोश बढ़ता दिख रहा है. श्री राम जन्म भूमि न्यास के वरिष्ठ सदस्य महंत कमल नयनदास ने कहा कि विकास के मुद्दे पर बीजेपी ने पहले भी चुनाव लड़ा था लेकिन सत्ता में वह भगवान श्रीराम की कृपा से ही पहुंची.
की क्या स्तिथि हुई थी, सबको पता है. चुनाव हारते-हारते दो सीटों पर सिमट गई थी. इसके बाद भगवान श्री रामजी ने बीजेपी को सत्ता में पहुंचाया. लेकिन श्री राम मंदिर के लिए अभी तक कुछ नहीं किया गया. इसको लेकर संतों में नाराजगी है.
उन्होंने कहा कि अयोध्या में 25 व 26 जून को संत सम्मलेन में जुटने वाले संत श्री राम मंदिर निर्माण व बीजेपी की भूमिका पर विचार करेंगे. संत सम्मेलन में निर्णय होगा कि आगे क्या करना है. बीजेपी के साथ रहना है या फिर उसके खिलाफ आंदोलन चलाना है.
दरअसल, उन्होंने यह प्रतिक्रिया केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी के उस बयान पर दी, जिसमें उन्होंने कहा था कि 2019 के चुनाव में बीजेपी का एकमात्र एजेंडा विकास ही होगा.
बता दें कि कुछ दिन पहले गोवा के पणजी में आयोजित ट्रांसफॉर्मिंग इंडिया के कार्यक्रम में शिरकत करने पहुंचे केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी से जब राम मंदिर बनवाने के मुद्दे पर सवाल किया गया था, तो उन्होंने साफतौर पर नकारते हुए ये कहा कि 2019 के चुनावों में हिंदुत्व और 'राम मंदिर' के मुद्दों के लिए कोई जगह नहीं होगी, सिर्फ विकास ही हमारा एक सूत्रीय एजेंडा होगा.
नकवी के इस बयान के बाद से ही अयोध्या के संत उद्वेलित नजर आ रहे हैं. नयनदास के मुताबिक, अब संत सम्मलेन में बीजेपी की भूमिका को लेकर निर्णय होगा. इस सम्मलेन में देश ही नहीं दुनिया भर से संत एकत्र हो रहे हैं. इसके बाद निर्णय लिया जाना है कि आगे राम मंदिर आन्दोलन को कैसे बढ़ाना है.
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FIRST PUBLISHED : June 05, 2018, 16:54 IST