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Bhai Dooj 2022: भाई दूज पर बनेगा खास प्रवर्धन योग, जानिए कैसे होगा भाइयों के लिए मंगलकारी... 

बहन भाई की आस्था का त्यौहार है भाई दूज (फाइल फोटो ) 

बहन भाई की आस्था का त्यौहार है भाई दूज (फाइल फोटो ) 

गाजियाबाद के अध्यात्मिक गुरु एवं ज्योतिषाचार्य आचार्य शिव कुमार शर्मा ने बताया कि बृहस्पतिवार को मध्यान्ह 12:10 बजे तक ...अधिक पढ़ें

    विशाल झा

    गाजियाबाद. हर साल कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की द्वितीय तिथि को बहन और भाई के त्योहार भाई दूज (Bhai Dooj) को मनाया जाता है. इस त्योहार को यम द्वितीया या भ्रातृ द्वितीय भी कहते हैं. रक्षाबंधन की तरह ही भाई दूज पर बहनें अपने भाई की सलामती के लिए प्रार्थना करती हैं. इस दिन बहन भाई को तिलक लगाकर उसकी सुख, समृद्धि और खुशहाली की कामना करती हैं. इस वर्ष भाई-बहन का यह पावन पर्व 27 अक्टूबर को मनाया जाएगा.

    न्यूज़ 18 लोकल से बात करते हुए गाजियाबाद के अध्यात्मिक गुरु एवं ज्योतिषाचार्य आचार्य शिव कुमार शर्मा ने बताया कि बृहस्पतिवार को मध्यान्ह 12:10 बजे तक विशाखा नक्षत्र होने से प्रवर्धन योग बनेगा. उसके पश्चात अनुराधा नक्षत्र आता है. गुरुवार को अनुराधा नक्षत्र में आनंद योग बनेगा. इन विशिष्ट उद्योगों में मनाया जाने वाला भैया दूज का त्योहार भाइयों और बहनों के लिए मधुरता, प्रेम, समृद्धि का कारक होगा.

    भाइयों को तिलक लगाने का शुभ मुहूर्त
    – प्रातः 8:06 बजे से 10:24 तक वृश्चिक लग्न (स्थिर लग्न)

    – मध्यान्ह 11:24 बजे से 12:36 तक विशिष्ट अभिजीत मुहूर्त

    – दोपहर 2:10 बजे से 3:58 बजे तक कुंभ लग्न (स्थिर लग्न)

    – शाम 6:36 बजे से 8:35 बजे तक वृषभ लग्न (स्थिर लग्न )

    भाई दूज के लिए पूजा सामग्री
    कुमकुम, पान, सुपारी, फूल, कलावा, मिठाई, सूखा नारियल और अक्षत आदि. अपने भाइयों को तिलक करते वक्त इन चीजों को पूजा की थाली में जरूर रखें.

    क्यों मनाया जाता है भाई दूज
    भाई दूज का त्योहार पौराणिक मान्यताओं से जुड़ा हुआ है. मान्यताओं के अनुसार सूर्य देव और उनकी पत्नी छाया की दो संतान थी- यमराज और यमुना. उन दोनों में बहुत प्रेम था. बहन यमुना हमेशा चाहती थी कि यमराज उसके घर भोजन करने आएं, लेकिन भाई यमराज अक्सर उनकी विनती को टाल देते थे. एक बार कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की द्वितीय तिथि पर दोपहर में यमराज यमुना के घर पहुंचे. यमुना अपने घर के दरवाजे पर भाई को देखकर बहुत खुश हुई. इसके बाद यमुना ने भाई यमराज को प्रेमपूर्वक भोजन करवाया.

    बहन का स्नेह देखकर यमदेव ने उसे वरदान मांगने को कहा. इस पर बहन यमुना ने भाई यमराज से वचन मांगा कि वो हर वर्ष कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की द्वितीय तिथि पर भोजन करने आएं. साथ ही मेरी तरह जो बहन एक दिन अपने भाई का आदर सत्कार के साथ टीका करे उनमें यमराज का भय ना हो. उस दिन यमराज ने अपनी बहन यमुना को वरदान दिया और कहा अब से यही होगा.

    Tags: Bhai dooj, Bhai Dooj Festival, Delhi-NCR News, Ghaziabad News, Up news in hindi

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