नई दिल्ली. दिल्ली में कोरोना (Covid-19) के बढ़ते मामलों के बीच यलो अलर्ट (Yellow Alert Guideline) का एलान हो चुका है. यलो अलर्ट के एलान के बाद दिल्ली में कई तरह की पाबंदियों की शुरुआत भी हो गई हैं. खासकर, दिल्ली में सार्वजनिक जगहों और सार्वजनिक परिवहन व्यवस्था को लेकर सख्त गाइ़़डलाइन जारी किए गए हैं. लेकिन दिल्ली से सटे गाजियाबाद, नोएडा, ग्रेटर नोएडा और फरीदाबाद में अभी तक इस तरह की कोई पाबंदियां नहीं लगाई गई हैं. खासकर, यूपी सरकार की तरफ से अभी तक गाजियाबाद और नोएडा के लिए कोई दिशा-निर्देश नहीं जारी किए हैं. ऐसे में सवाल उठता है कि हजारों लोग दिल्ली से सटे गाजियाबाद, नोएडा और फरीदाबाद में आते-जाते रहते हैं और अगर पाबंदियां नहीं लगी तो यहां भी स्थिति गंभीर हो सकती है.
बता दें कि दिल्ली में कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है. सोमवार को दिल्ली में बढ़ते कोरोना और ओमिक्रोन मामलों के बीच मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने यलो अलर्ट लगाने का आदेश जारी किया था. इस अलर्ट के तहत दिल्ली में कई तरह की पाबंदियां शुरू हो गई हैं. खासकर मेट्रो में इन पाबंदियों को असर दिखने को मिल रहा है. इसके साथ ही नई पाबंदियों के तहत अब शादी-विवाह और अंतिम संस्कार में सिर्फ 20 लोगों के शामिल होने की इजाजत दी गई है. वहीं, स्कूल, कॉलेज, सिनेमाहॉल, स्पा, जिम और एंटरटेनमेंट पार्क को पूरी तरह से बंद कर दिया गया है. लेकिन दिल्ली से सटे गाजियाबाद और नोएडा में अभी भी लोग खुलेआम घूम रहे हैं. लोग न मास्क लगा रहे हैं और न ही सोशल डिस्टेंसिंग का पालन भी कर रहे हैं.
दिल्ली में कोरोना को लेकर लगे पाबंदियों पर गाजियाबाद के जिलाधिकारी आरके सिंह का कहना है, ‘अभी तक शासन की तरफ से स्कूलों को बंद करने संबंधी कोई आदेश प्राप्त नहीं हुआ है. शासन से जैसे ही आदेश मिलेंगे, उसी के अनुसार आदेश जारी कर किए जाएंगे.’ गाजियाबाद के डीआईओएस प्रदीप द्विवेदी कहते हैं, ‘अभी जिले के सभी स्कूल और कॉलेज पूर्व की तरह खुल रहे हैं. स्कूलों को बंद करने का फैसला स्थानीय स्तर पर नहीं होता है. यह शासन से लिया जाता है. अभी तक स्कूलों को बंद करने का आदेश प्राप्त नहीं हुआ है. दिल्ली सरकार के स्कूलों को बंद करने के फैसले से यहां के स्कूलों का कोई संबंध नहीं है.’
गाजियाबाद में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या में बढो़तरी पर स्कूल प्रशासन भी नजर रख रही है. इस संबंध में वसुंधरा, गाजियाबाद के विद्या बाल भवन स्कूल के हेड एडमिस्ट्रेटर निशांत शर्मा बताते हैं कि अभी तक प्रशासन की ओर से स्कूल बंद करने का कोई आदेश नहीं मिला है. दो दिन बाद स्कूल में विंटर ब्रेक हो जाएंगे. इसके बाद जैसा आदेश आएगा, उसका पालन किया जाएगा.
इधर, पूर्व आईएएस अधिकारी और दिल्ली सरकार के पूर्व चीफ सेक्रेटरी राकेश मेहता कहते हैं, ‘एनसीआर का काम भविष्य के लिए प्लानिंग करना है. सड़कें, सार्वजनिक परिवहन का खाका तैयार करना है. स्कूल, कॉलेज संबंधित फैसले करना राज्य के अधिकार क्षेत्र में आता है. इसलिए राज्य सरकारें हालातों को देखते हुए निर्णय लेती हैं. गौरतलब है कि कोरोना के बढ़ते मामले के बाद दिल्ली में कई तरह की पाबंदियां लगाई गई हैं. दुकानें और मॉल सुबह 10 से रात 8 बजे तक आड-इवन के आधार पर खुलेंगे. स्कूल और कांलेज बंद रहेंगे. साप्ताहिक बाजार एक जोन में केवल एक खुलेगा, जिसमें सिर्फ 50% दुकानदारों को ही इजाजत मिलेगी. इसी तरह मेट्रो और बसें 50% क्षमता के साथ चलेंगी. बस और मेट्रो में यात्री खड़े हो कर यात्रा नहीं कर सकेंगे.
बता दें कि यलो अलर्ट तब जारी किया जाता है जब कोविड संक्रमण दर लगातार दो दिनों तक 0.5 प्रतिशत से अधिक रहती है. इसमें रात्रि कर्फ्यू लगाना, स्कूलों व कॉलेजों को बंद करना, गैर आवश्यक सामान की दुकानों को ऑड-ईवन आधार पर खोलना और मेट्रो ट्रेनों व सार्वजनिक परिवहन की बसों में यात्रियों के बैठने की क्षमता आधी करने जैसे उपाय आते हैं.
ये भी पढ़ें: LPG Cylinder Price: नए साल से बढ़ जाएंगे एलपीजी सिलेंडर के दाम! डिजिटल पेमेंट में भी होगा बड़ा बदलाव, देखें डिटेल्स
गाजियाबाद, नोएडा और ग्रेटर नोएडा में संक्रमित मरीजों की रफ्तार में फिलहाल कोई ज्यादा तेजी नहीं आई है. हालांकि, गाजियाबाद और नोएडा के अस्पतालों में ऑक्सीजन और बेड की व्यवस्था पूरी है. कोरोना की दूसरी और तीसरी लहर के दौरान जो दिक्कतें हुईं थीं वह दूर कर लिया गया है.
ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी | आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी |
Tags: Corona Alert, COVID-19 CASES, Ghaziabad News, Greater noida news, Night Curfew in Delhi, Noida news