मुख्यमंत्री बनने के बाद भी नहीं बदले योगी, जानें निभाया कौन सा वर्षों पुराना वादा
वर्षों पूर्व गाजीपुर के एक सामान्य परिवार से किये गये अपने वादे को पूरा करने सीएम योगी 22 नवम्बर को वाराणसी पहुंचे
- ETV UP/Uttarakhand
- Last Updated: November 25, 2017, 11:31 PM IST
गोरखपुर के सांसद से लेकर यूपी के सीएम तक के अपने राजनैतिक सफर में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने विचारों और सिद्धांतों से बड़ी संख्या में लोगों को प्रभावित किया है.
लेकिन गाजीपुर के एक परिवार को सीएम योगी के राजनैतिक रसूख से ज्यादा उनका संवेदनशील चेहरा भाता है. सीएम योगी ने गाजीपुर के इस परिवार से किया अपना वर्षो पुराना वादा अपनी तमाम व्यस्तताओं के बावजूद नहीं भुलाया.
वर्षों पूर्व गाजीपुर के एक सामान्य परिवार से किये गये अपने वादे को पूरा करने सीएम योगी 22 नवम्बर को वाराणसी पहुंचे और अपने मित्र की बेटी के तिलक समारोह में शामिल हुये.जानें किस से निभाया वादा
गाजीपुर के जखनियां तहसील के मंझनपुर गांव के स्व.सभाजीत सिंह आरएसएस के कार्यकर्त्ता और भाजपा किसान मोर्चा के जिलाध्यक्ष रहे थे. वर्ष 2007 में सभाजीत सिंह की हत्या कर दी गई थी.
सभाजीत सिंह के भाई श्रीराम सिंह भी आरएसएस के नेता हैं.श्रीराम सिंह और इस परिवार से योगी आदित्यनाथ का वर्षो पुराना रिश्ता है. योगी आदित्यनाथ गोरखपुर के सांसद रहते हुये इस परिवार के विभिन्न कार्यक्रमों में शामिल होने आते रहे.सभाजीत के परिवार वाले भी योगी आदित्यनाथ को अपने घर के सदस्य जैसा ही समझते हैं.
दस वर्ष पूर्व सभाजीत सिंह की हत्या के बाद उनके घर पहुंचे योगी आदित्यनाथ ने परिजन को ढांढस बंधाते हुये भरोसा दिलाया था कि वे चाहे कहीं भी रहें,सभाजीत की दोनों बेटियों के विवाह के अवसर पर जरुर मौजूद रहेंगे.
सभाजीत के पहली बेटी प्रियंका के विवाह के अवसर पर तब सांसद रहे योगी ने शामिल होकर अपना वादा पूरा किया था. लेकिन सभाजीत के परिजनों की हैरत का तब ठिकाना न रहा जब यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ 22 नवम्बर को वाराणसी में आयोजित सभाजीत की दूसरी बेटी अपराजिता के तिलकोत्सव में शामिल होने अचानक पहुंच गये.
परिजन को उम्मीद भी नही थी,कि तमाम व्यस्तताओं के बीच सीएम योगी अपना वर्षों पुराना किया वादा पूरा कर पायेगें.लेकिन करीब एक दशक पहले किया अपना वादा पूरा करने वाले सीएम योगी आदित्यनाथ को लेकर परिजन का कहना है कि योगी बिल्कुल नही बदले.
सभाजीत सिंह की मां रुक्मणी देवी के अनुसार उन्होंने 28 नवम्बर को गुजरात चुनाव में प्रचार कार्यक्रम में व्यस्त रहने के चलते अपराजिता की शादी के मौके पर मौजूद न रहने का अफसोस भी जाहिर किया.सीएम योगी आदित्यनाथ के इस व्यवहार से सभाजीत क पूरा परिवार अभिभूत नजर आ रहा है.