माफिया मुख़्तार अंसारी के करीबी गणेश दत्त की 5 मंजिला बिल्डिंग पर चला योगी सरकार का बुलडोजर

मुख़्तार अंसारी के करीबी प्रॉपर्टी डीलर के बिल्डिंग पर चला बुलडोजर
Ghazipur News: प्रॉपर्टी डीलर गणेशदत्त मिश्र को मुख़्तार अंसारी का करीबी माना जाता है. उसने अपने पिता के नाम पर शहर से बिल्कुल सटे रजदेपुर देहाती स्थित श्रीराम कॉलोनी में उस बिल्डिंग का निर्माण करवा रहे थे. आरोप है कि निर्माण में मास्टर प्लान के नियमों की अनदेखी की गई.
- News18Hindi
- Last Updated: December 6, 2020, 10:22 AM IST
गाजीपुर. उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के गाजीपुर (Ghazipur) जिले में माफिया मुख्तार अंसारी (Mafia Mukhtar Ansari) के करीबी गणेशदत्त मिश्र (Ganesh Dutt Mishra) की पांच मंजिला अवैध बिल्डिंग को जिला प्रशासन ध्वस्त कर दिया. रविवार सुबह 6:00 बजे ही सीओ सिटी और शहर कोतवाल के साथ जेसीबी और 2 पोकलेन लेकर टीम रौजा पहुंची. इसके बाद बिल्डिंग को गिराने की कार्रवाई शुरू हुई. मौके पर भारी संख्या में पुलिस फोर्स मौजूद रही. गौरतलब है कि एसडीएम कोर्ट के आदेश पर डीएम एमपी सिंह की अगुवाई वाली आठ सदस्यीय बोर्ड ने शनिवार की रात ध्वस्तीकरण की कार्रवाई पर लगा दी थी. जिसके तुरंत बाद शनिवार देर रात ही नोटिस चस्पा किया गया.
प्रॉपर्टी डीलर गणेशदत्त मिश्र को मुख़्तार अंसारी का करीबी माना जाता है. उसने अपने पिता के नाम पर शहर से बिल्कुल सटे रजदेपुर देहाती स्थित श्रीराम कॉलोनी में उस बिल्डिंग का निर्माण करवा रहे थे. आरोप है कि निर्माण में मास्टर प्लान के नियमों की अनदेखी की गई. हालांकि प्रशासन की इस कार्रवाई को मुख्तार अंसारी और उनके लोगों के विरुद्ध चल रहे अभियान से जोड़कर देखा जा रहा है.
सुबह-सुबह शुरू हुई कार्रवाई
ध्वस्तीकरण के खिलाफ गणेशदत्त मिश्र हाईकोर्ट भी गए थे, मगर वहां से उन्हें राहत नहीं मिली थी. उसके बाद एसडीएम कोर्ट ने उनकी निर्माणाधीन बिल्डिंग को गिराने का आदेश दिया. जिसके बाद डीएम की अगुवाई वाली बोर्ड ने एसडीएम के उस आदेश पर अपनी मुहर लगा दी. डीएम के आदेश के बाद देर शाम ही ध्वस्तीकरण का नोटिस चस्पा कर दिया गया. इसके बाद रविवार सुबह ही जेसीबी और पोकलैंड मशीनों के साथ पुलिस और जिला प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची और ध्वस्तीकरण की कार्रवाई शुरू की गई.
प्रॉपर्टी डीलर गणेशदत्त मिश्र को मुख़्तार अंसारी का करीबी माना जाता है. उसने अपने पिता के नाम पर शहर से बिल्कुल सटे रजदेपुर देहाती स्थित श्रीराम कॉलोनी में उस बिल्डिंग का निर्माण करवा रहे थे. आरोप है कि निर्माण में मास्टर प्लान के नियमों की अनदेखी की गई. हालांकि प्रशासन की इस कार्रवाई को मुख्तार अंसारी और उनके लोगों के विरुद्ध चल रहे अभियान से जोड़कर देखा जा रहा है.
सुबह-सुबह शुरू हुई कार्रवाई
ध्वस्तीकरण के खिलाफ गणेशदत्त मिश्र हाईकोर्ट भी गए थे, मगर वहां से उन्हें राहत नहीं मिली थी. उसके बाद एसडीएम कोर्ट ने उनकी निर्माणाधीन बिल्डिंग को गिराने का आदेश दिया. जिसके बाद डीएम की अगुवाई वाली बोर्ड ने एसडीएम के उस आदेश पर अपनी मुहर लगा दी. डीएम के आदेश के बाद देर शाम ही ध्वस्तीकरण का नोटिस चस्पा कर दिया गया. इसके बाद रविवार सुबह ही जेसीबी और पोकलैंड मशीनों के साथ पुलिस और जिला प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची और ध्वस्तीकरण की कार्रवाई शुरू की गई.