गोंडा: बीजेपी के पूर्व सांसद सत्यदेव सिंह का निधन, हार्ट अटैक से हुई मौत

Gonda News: पिछले दिनों कोरोना संक्रमित होने के बाद उन्हें अस्पताल में एडमिट कराया गया था. कोरोना से जंग जीतने के बाद जब वे आईसीयू से बाहर आए तो हार्ट अटैक से उनकी मौत हो गयी.
Gonda News: पिछले दिनों कोरोना संक्रमित होने के बाद उन्हें अस्पताल में एडमिट कराया गया था. कोरोना से जंग जीतने के बाद जब वे आईसीयू से बाहर आए तो हार्ट अटैक से उनकी मौत हो गयी.
- News18 Uttar Pradesh
- Last Updated: December 17, 2020, 10:12 AM IST
गोंडा/लखनऊ. भारतीय जनता पार्टी (BJP) के वरिष्ठतम नेताओं में शुमार बलरामपुर (Balrampur) और गोंडा (Gonda) के पूर्व भाजपा सांसद सत्यदेव सिंह (Satyadev Singh) का बुधवार की रात लखनऊ के मेदांता अस्पताल में निधन हो गया. पिछले दिनों कोरोना संक्रमित होने के बाद उन्हें अस्पताल में एडमिट कराया गया था. कोरोना से जंग जीतने के बाद जब वे आईसीयू से बाहर आए तो हार्ट अटैक से उनकी मौत हो गयी. उनके निधन की खबर मिलते ही देवीपाटन मंडल में शोक छा गया. कुछ दिनों पहले ही उनकी पत्नी की कोरोना से मौत हुई थी.
अटल बिहारी वाजपेयी के कोर कमेटी में भी रहे
गोंडा जिले ही नहीं बल्कि पूरे मंडल में भाजपा के सिरमौर कहे जाने वाले सत्यदेव सिंह भाजपा युवा मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष के साथ-साथ प्रदेश उपाध्यक्ष समेत कई महत्वपूर्ण पदों पर रह चुके थे. अपनी सादगी और पारदर्शी राजनीति के कारण सत्यदेव सिंह पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की कोर कमेटी तक में शामिल रहे थे. एक निर्विवाद राजनीतिज्ञ के रूप में उन्होंने 1977 में बलरामपुर/गोंडा से सांसद पद का चुनाव लड़ा और जीते। राम मंदिर आन्दोलन में भी देवीपाटन मंडल से उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही है. वरिष्ठ भाजपा नेता लाल कृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी के अभिन्न मित्रों में से एक सत्यदेव सिंह को कुछ दिनों पहले स्वास्थ्य खराब होने के कारण मेदांता में भर्ती कराया गया था.
इसी महीने पत्नी का भी हुआ निधन दुखद यह भी है कि कि इसी माह उनकी पत्नी और जिला पंचायत अध्यक्ष रह चुकी सरोजरानी सिंह की कोरोना संक्रमण के चलते मौत हुई थी और इसके बाद वे सदमें में रहे. सत्यदेव सिंह के निधन से भाजपा को अपूर्णनीय क्षति हुई है. आपको बता दें की सत्यदेव सिंह 1977 में पहली बार गोंडा/बलरामपुर लोकसभा क्षेत्र से भारतीय लोकदल के टिकट पर सांसद चुने गए. इसके बाद 1991 और 1996 में भारतीय जनता पार्टी के सदस्य के रूप में बलरामपुर संसदीय सीट से लोकसभा के लिए चुने गए थे. वह 1980 से 1985 तक भारतीय जनता युवा मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी रहे. वर्तमान में लाल बहादुर शास्त्री पीजी कॉलेज में प्रबन्ध समिति के उपाध्यक्ष भी थे. भाजपा केंद्रीय अनुशासन समिति के सदस्य भी थे. आज शाम 4 बजे भैंसाकुण्ड लखनऊ में अंतिम संस्कार होगा।
अटल बिहारी वाजपेयी के कोर कमेटी में भी रहे
गोंडा जिले ही नहीं बल्कि पूरे मंडल में भाजपा के सिरमौर कहे जाने वाले सत्यदेव सिंह भाजपा युवा मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष के साथ-साथ प्रदेश उपाध्यक्ष समेत कई महत्वपूर्ण पदों पर रह चुके थे. अपनी सादगी और पारदर्शी राजनीति के कारण सत्यदेव सिंह पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की कोर कमेटी तक में शामिल रहे थे. एक निर्विवाद राजनीतिज्ञ के रूप में उन्होंने 1977 में बलरामपुर/गोंडा से सांसद पद का चुनाव लड़ा और जीते। राम मंदिर आन्दोलन में भी देवीपाटन मंडल से उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही है. वरिष्ठ भाजपा नेता लाल कृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी के अभिन्न मित्रों में से एक सत्यदेव सिंह को कुछ दिनों पहले स्वास्थ्य खराब होने के कारण मेदांता में भर्ती कराया गया था.
इसी महीने पत्नी का भी हुआ निधन दुखद यह भी है कि कि इसी माह उनकी पत्नी और जिला पंचायत अध्यक्ष रह चुकी सरोजरानी सिंह की कोरोना संक्रमण के चलते मौत हुई थी और इसके बाद वे सदमें में रहे. सत्यदेव सिंह के निधन से भाजपा को अपूर्णनीय क्षति हुई है. आपको बता दें की सत्यदेव सिंह 1977 में पहली बार गोंडा/बलरामपुर लोकसभा क्षेत्र से भारतीय लोकदल के टिकट पर सांसद चुने गए. इसके बाद 1991 और 1996 में भारतीय जनता पार्टी के सदस्य के रूप में बलरामपुर संसदीय सीट से लोकसभा के लिए चुने गए थे. वह 1980 से 1985 तक भारतीय जनता युवा मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी रहे. वर्तमान में लाल बहादुर शास्त्री पीजी कॉलेज में प्रबन्ध समिति के उपाध्यक्ष भी थे. भाजपा केंद्रीय अनुशासन समिति के सदस्य भी थे. आज शाम 4 बजे भैंसाकुण्ड लखनऊ में अंतिम संस्कार होगा।