उर्फ राखी की हत्या के आरोप में यूपी एसटीएफ ने गिरफ्तार किया था. हैरान करने वाली बात ये है कि घटना के बाद पुलिस को गुमराह करने के लिए 7 महीने तक आरोपी उसके सोशल मीडिया अकाउंट को अपडेट करता रहा. आरोपी डॉ. डीपी सिंह ने एसटीएफ की पूछताछ में यह बात कबूली कि राखी श्रीवास्तव उसे ब्लैकमेल कर रही थी, जिससे वो परेशान हो चुका था.
एसटीएफ के आईजी अमिताभ यश ने इस हाईप्रोफाइल हत्याकांड का खुलासा करत हुए बताया कि कई साल पहले राखी श्रीवास्तव अपने पिता का इलाज कराने डॉक्टर डीपी सिंह के आर्यन अस्पताल आई थी. जहां डीपी सिंह राखी की सुंदरता को देख उस पर फिदा हो गया था. राखी भी डॉक्टर डीपी सिंह के पहले से शादीशुदा होने के बारे में पहले से जानती थीं. इसके बावजूद दोनों के बीच की नजदीकियां धीरे-धीरे प्यार में तब्दील हो गई.
आईजी एसटीएफ के मुताबिक साल 2011 में गोंडा में डॉक्टर डीपी सिंह ने राखी से अपने संबंधों को पुख्ता करने को लेकर उससे शादी भी किया था. जिसके बाद डॉक्टर ने राखी को रहने के लिए शाहपुर इलाके में अपना मकान दिया था. लेकिन पहले से शादीशुदा डीपी सिंह और राखी के संबंध समय के साथ कड़वे होते गये.
डॉक्टर को लेकर राखी की उम्मीदें और डिमांड लगातार बढ़ती जा रही थी. जबकि डॉक्टर राखी से पीछा छुड़ाना चाह रहा था. आईजी ने बताया है कि राखी ने शहर के कैंट थाने में डीपी सिंह के खिलाफ रेप और धमकी देने का मुकदमा भी दर्ज कराया था. हालांकि की बाद में दोनों ने सुलह कर लिया था. आईजी ने बताया है कि साल 2018 में मनीष श्रीवास्तव से राखी ने शादी कर लिया था. लेकिन इस दौरान डॉक्टर डीपी सिंह और राखी श्रीवास्तव के बीच रिश्ता बना रहा.
आईजी अमिताश यश ने बताया कि दरअसल लगातार राखी की डिमांड से तंग आकर डॉक्टर डीपी सिंह ने राखी की हत्या की साजिश रची थी. बीते 4 जून को राखी नेपाल के पोखरा घुमाने गयी थी. इस बात की जानकारी होने पर डॉक्टर डीपी सिंह अपने दो कर्मचारियों देश दीपक निषाद और प्रमोद सिंह के साथ किराये की स्कॉर्पियो में बैठकर नेपाल गया था.
जहां राखी से मिलकर उसे अपने झांसे में लेने के बाद डीपी सिंह ने राखी को शराब पिलाने और नशे को गोली देकर बेहोश किया था. वहीं बेहोशी की हालत में डीपी सिंह ने अपने दोनों कर्मचारियों के साथ राखी को पहाड़ी से फेंककर हत्या कर दी थी.
ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी | आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी |
FIRST PUBLISHED : December 24, 2018, 14:39 IST