गोरखपुर: Terror Funding मामले में यूपी एटीएस की छापेमारी से हड़कंप

एटीएस टीम ने गोरखपुर में गोलघर के बलदेव प्लाजा में दुकान पर छापा मारा
गोरखपुर (Gotrakhpur): साल 2018 में भी एटीएस की टीम ने यहां छापा मारा था. एटीएस टीम आज बलदेव प्लाजा स्थित नईम एंड संस मोबाइल की दुकान पर पहुंची. दुकान बंद मिली तो मालिक को बुलाकर दुकान खुलवाई गई. फिलहाल घंटो से छानबीन चल रही है.
- News18 Uttar Pradesh
- Last Updated: December 29, 2020, 7:19 PM IST
गोरखपुर. उत्तर प्रदेश के गोरखपुर (Gorakhpur) से बड़ी खबर आ रही है. यहां टेरर फंडिंग (Terror Funding) की जांच कर रही यूपी एटीएस (UP ATS) टीम ने गोलघर के बलदेव प्लाजा स्थित चर्चित मोबाइल कारोबारी की दुकान नईम एंड संस पर छापा मारा है. एटीएस सीओ के नेतृत्व में टीम दुकान की तलाशी ले रही है. इस दौरान सभी कर्मचारियों को बाहर निकालकर दुकान मालिक से पूछताछ की जा रही है.
बता दें कि साल 2018 में भी एटीएस की टीम ने यहां छापा मारा था. एटीएस टीम ने आज बलदेव प्लाजा स्थित नईम एंड संस मोबाइल की दुकान पर पहुंची. इस दौरान दुकान बंद मिली तो दुकान मालिक को बुलाकर दुकान खुलवाई गई. फिलहाल घंटो से छानबीन चल रही है. इस मामले में एटीएस के साथ ही मोबाइल कारोबारी की तरफ से किसी तरह का बयान नहीं आया है.
उधर एटीएस के छापे के बाद से बलदेव प्लाजा में हड़कंप मच गया. अधिकांश दुकानदारों ने कस्टम टीम के छापे के अंदेशा में अपनी दुकानें बंद कर लीं. एहतियात के तौर पर क्राइम ब्रांच और कैंट थाने की पुलिस को भी बलदेव प्लाजा बुलाया गया है.
यहां पहले भी मारा गया था छापामार्च 2018 में नईम एंड संस पर भारी पुलिस बल ने छापा मारा था. यहां से पाकिस्तानी आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा से संपर्क में रहने के आरोप में नईम के दो बेटे नसीम अहमद और नईम अरशद (बॉबी) को गिरफ्तार किया गया था. पहले व्यापारी इसे आयकर या सेल्स टैक्स का छापा समझ रहे थे, मगर उन्हें जब यह पता चला कि दोनों भाइयों के आतंकी संगठन के लिए काम करने की पुष्टि हुई है तो हैरान रह गए थे.
एटीएस ने दोनों भाइयों से पूरी रात पूछताछ करने के बाद खोराबार के पांडेय टोला निवासी दयानंद यादव को भी गिरफ्तार किया था. दयानंद पर व्यापारी बंधुओं के कहने पर बैंक एकाउंट में रुपये मंगाने का आरोप लगाया गया था. तीनों से पूछताछ के बाद पुलिस ने मोहद्दीपुर में ठेला लगाने वाले बिहार निवासी एक अन्य व्यक्ति को हिरासत में लिया था.
बता दें कि साल 2018 में भी एटीएस की टीम ने यहां छापा मारा था. एटीएस टीम ने आज बलदेव प्लाजा स्थित नईम एंड संस मोबाइल की दुकान पर पहुंची. इस दौरान दुकान बंद मिली तो दुकान मालिक को बुलाकर दुकान खुलवाई गई. फिलहाल घंटो से छानबीन चल रही है. इस मामले में एटीएस के साथ ही मोबाइल कारोबारी की तरफ से किसी तरह का बयान नहीं आया है.
उधर एटीएस के छापे के बाद से बलदेव प्लाजा में हड़कंप मच गया. अधिकांश दुकानदारों ने कस्टम टीम के छापे के अंदेशा में अपनी दुकानें बंद कर लीं. एहतियात के तौर पर क्राइम ब्रांच और कैंट थाने की पुलिस को भी बलदेव प्लाजा बुलाया गया है.
यहां पहले भी मारा गया था छापामार्च 2018 में नईम एंड संस पर भारी पुलिस बल ने छापा मारा था. यहां से पाकिस्तानी आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा से संपर्क में रहने के आरोप में नईम के दो बेटे नसीम अहमद और नईम अरशद (बॉबी) को गिरफ्तार किया गया था. पहले व्यापारी इसे आयकर या सेल्स टैक्स का छापा समझ रहे थे, मगर उन्हें जब यह पता चला कि दोनों भाइयों के आतंकी संगठन के लिए काम करने की पुष्टि हुई है तो हैरान रह गए थे.
एटीएस ने दोनों भाइयों से पूरी रात पूछताछ करने के बाद खोराबार के पांडेय टोला निवासी दयानंद यादव को भी गिरफ्तार किया था. दयानंद पर व्यापारी बंधुओं के कहने पर बैंक एकाउंट में रुपये मंगाने का आरोप लगाया गया था. तीनों से पूछताछ के बाद पुलिस ने मोहद्दीपुर में ठेला लगाने वाले बिहार निवासी एक अन्य व्यक्ति को हिरासत में लिया था.