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नोएडा- ग्रेटर नोएडा ने पाकिस्तान के शहरों को भी छोड़ा पीछे, प्रदूषण बीमार करने के लिए काफी

प्रदूषण नियंत्रण के उपाय के बाद भी प्रदूषण कम नहीं हो रहा.

प्रदूषण नियंत्रण के उपाय के बाद भी प्रदूषण कम नहीं हो रहा.

Air Quality Index: मंगलवार को जारी रिपोर्ट में टॉप 30 शहरों में नोएडा ग्रेटर नोएडा भी शामिल हैं, इन दोनों शहरों ने तो प ...अधिक पढ़ें

    आदित्य कुमार
    नोएडा:
    प्रदूषण नियंत्रण के लिए सरकार लाख कोशिश कर रही हो, लेकिन उसका परिणाम कोई पॉजिटिव नहीं निकल कर आ रहा है. ये मैं नहीं एयर पॉल्युशन का डेटा तैयार करने वाली स्विस IQ रिपोर्ट 2022 कह रही है. मंगलवार को जारी इस रिपोर्ट में टॉप 30 शहरों में नोएडा ग्रेटर नोएडा भी शामिल है. इन दोनों शहरों ने तो पाकिस्तान को भी इस मामले में पीछे छोड़ दिया है. कितना खतरनाक हो सकता है और क्या है इस रिपोर्ट के मामले चलिए जानते हैं.

    देर शाम को जारी इस IQ रिपोर्ट 2022 में 131 देश का डेटा लिया गया था. इसमें 30 हजार से अधिक ग्राउंड रिपोर्ट्स लिए गए थे. टॉप तीस प्रदूषित शहर में भारत के 22 शहर है जिसमें एनसीआर के शहर दिल्ली, नई दिल्ली, ग़ज़ियाबाद, नोएडा, ग्रेटर नोएडा भी शामिल हैं.

    17वें और 21वें नंबर पर ग्रेटर नोएडा और नोएडा
    रिपोर्ट के अनुसार ग्रेटर नोएडा 17वें और नोएडा 21वें नंबर पर है. पहला रैंक पाकिस्तान के लाहौर का है. घबराने की जरूरत इस बात से है कि नोएडा ग्रेटर नोएडा में एयर क्वालिटी इंडेक्स 117 है, जो कि डब्यूएचओ के अनुसार 8.4 गुणा ज्यादा है.

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    नोएडा
    नोएडा

    वहीं नोएडा और गाजियाबाद का औसतन 135 एयर क्वालिटी इंडेक्स था, जो कि डब्यूएचओ के अनुसार 9.4 गुणा अधिक खतरनाक है. इन दोनों शहरों से ज्यादा आबोहवा अच्छी पाकिस्तान का शहर बवाहलपुर की है. वो 35वें नंबर पर है. टॉप 50 में भारत के 39 शहर हैं.

    एक्सपर्ट का क्या कहना है
    डॉक्टर सागरदीप सिंह नोएडा के एक हॉस्पिटल नें बाल रोग विशेषज्ञ के रूप में प्रैक्टिस कर रहे हैं. वो बताते हैं कि नोएडा ग्रेटर में में जिस हिसाब से प्रदूषण का लेवल है, उस हिसाब से बच्चे और बुजुर्गों को ज्यादा दिक्कत होने वाली है. जिस भी लोगों को सांस की दिक्कत है, लोगों को मास्क पहनकर निकलने की जरूरत है. कोशिश करनी चाहिए कि घर में ही रहे, बाहर जाना अवॉयड करें. पर्यावरण संरक्षण पर काम करने वाले विक्रांत टोंगड बताते हैं कि नोएडा ग्रेटर नोएडा एक गर्म कटोरे जैसा है, चारों तरफ से बड़ी बिल्डिंग और बीच में आबादी. कंक्रीट के इस जंगल में हवा का फ्लो नहीं बन पाता है जिस कारण यहां पॉल्युशन ज्यादा होती है.

    Tags: Greater noida news, Noida news, Pakistan, Uttar pradesh news

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