हाथरस कांड: लगातार 3 दिन से 'बंधक' है गैंगरेप पीड़िता का परिवार, DM पर कार्रवाई न होने से आक्रोश

हाथरस में टीएमसी सांसदों को गांव में एंट्री नहीं दी गई (Photo: News 18)
योगी सरकार (Yogi Government) द्वारा एसपी सहित पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की गई लेकिन पीड़ित परिवार संतुष्ट नहीं है. 3 दिन से परिवार नजरबंद है और सरकार द्वारा डीएम पर कार्रवाई नहीं होने से परिजनों में आक्रोश है.
- News18Hindi
- Last Updated: October 3, 2020, 10:51 AM IST
लखनऊ. उत्तर प्रदेश के हाथरस (Hathras) में गैंगरेप पीड़िता का परिवार (Gangrape Victim Family) लगातार तीन दिन से अपने गांव में 'बंधक' है. इस मामले में राजनीति भी जमकर हो रही है. पूरे गांव को प्रशासन और पुलिस ने लगातार सील किया हुआ है. मीडियाकर्मियों के साथ ही गांव में किसी को प्रवेश की इजाजत नहीं दी जा रही है. उधर योगी सरकार द्वारा एसपी सहित पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की गई लेकिन पीड़ित परिवार संतुष्ट नहीं है. 3 दिन से परिवार नजरबंद है और सरकार द्वारा डीएम पर कार्रवाई नहीं होने से परिजनों में आक्रोश है. बता दें शुक्रवार को डीएम प्रवीण लक्षकार पर पीड़ित परिवार से मारपीट करने और मोबाइल छीनने का आरोप लगा था.
पीड़िता के भाई ने बताया- कैसे जी रहा परिवार
बता दें शुक्रवार को पीड़ित परिवार से एक लड़का, जो पीड़िता का भाई बताया जा रहा है, मीडिया तक किसी तरह पहुंचा. उसने बताया कि वह खेतों से छिपते-छिपाते मीडिया तक पहुंचा. उसने बताया कि प्रशासन ने परिवार का मोबाइल फोन छीन लिया है. किसी को भी घर से बाहर निकलने नहीं दे रहे हैं. उसने बताया कि मां मीडिया से बात करना चाहती है लेकिन पुलिस ने पूरी तरह से घेराबंदी कर रखी है. छत, गली से लेकर हर जगह पुलिस तैनात है. उसने बताया कि मेरे ताऊ को डीएम ने छाती पर लात मारी, जिससे वो बेहोश हो गए थे. सभी को कमरे में बंद कर दिया है.
एसपी सहित कई पुलिसकर्मियों पर गिरी गाज
उधर मामले में योगी सरकार ने बड़ी कार्रवाई की है. सीएम योगी आदित्यनाथ ने प्राथमिक जांच रिपोर्ट के आधार पर एसपी विक्रम वीर, डीएसपी राम शब्द, इंस्पेक्टर दिनेश कुमार वर्मा, उप निरीक्षक जगवीर सिंह तथा हेड मुर्रा महेश पाल को सस्पेंड कर दिया है. इसी के साथ एक और बड़ा फैसला लिया गया है. इसके अंतर्गत मामले से संबंधित पुलिसकर्मियों के साथ ही पीड़ित परिवार व कुछ अन्य लोगों का भी नार्को टेस्ट करवाया जाएगा. इसके अलावा संबंधित पुलिसकर्मियों का नार्को व पॉलीग्राफ टेस्ट करवाया जाएगा. वहीं, डीएम प्रवीण कुमार पर कोई कार्रवाई नहीं की गई है. इस आदेश के बाद एसपी विक्रांत वीर की जगह एसपी शामली विनीत जयसवाल को हाथरस का नया एसपी नियुक्त किया गया है.
पीड़िता के भाई ने बताया- कैसे जी रहा परिवार
बता दें शुक्रवार को पीड़ित परिवार से एक लड़का, जो पीड़िता का भाई बताया जा रहा है, मीडिया तक किसी तरह पहुंचा. उसने बताया कि वह खेतों से छिपते-छिपाते मीडिया तक पहुंचा. उसने बताया कि प्रशासन ने परिवार का मोबाइल फोन छीन लिया है. किसी को भी घर से बाहर निकलने नहीं दे रहे हैं. उसने बताया कि मां मीडिया से बात करना चाहती है लेकिन पुलिस ने पूरी तरह से घेराबंदी कर रखी है. छत, गली से लेकर हर जगह पुलिस तैनात है. उसने बताया कि मेरे ताऊ को डीएम ने छाती पर लात मारी, जिससे वो बेहोश हो गए थे. सभी को कमरे में बंद कर दिया है.
एसपी सहित कई पुलिसकर्मियों पर गिरी गाज
उधर मामले में योगी सरकार ने बड़ी कार्रवाई की है. सीएम योगी आदित्यनाथ ने प्राथमिक जांच रिपोर्ट के आधार पर एसपी विक्रम वीर, डीएसपी राम शब्द, इंस्पेक्टर दिनेश कुमार वर्मा, उप निरीक्षक जगवीर सिंह तथा हेड मुर्रा महेश पाल को सस्पेंड कर दिया है. इसी के साथ एक और बड़ा फैसला लिया गया है. इसके अंतर्गत मामले से संबंधित पुलिसकर्मियों के साथ ही पीड़ित परिवार व कुछ अन्य लोगों का भी नार्को टेस्ट करवाया जाएगा. इसके अलावा संबंधित पुलिसकर्मियों का नार्को व पॉलीग्राफ टेस्ट करवाया जाएगा. वहीं, डीएम प्रवीण कुमार पर कोई कार्रवाई नहीं की गई है. इस आदेश के बाद एसपी विक्रांत वीर की जगह एसपी शामली विनीत जयसवाल को हाथरस का नया एसपी नियुक्त किया गया है.