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यूपी में संगठित अपराध पूरी तरह होगा खत्‍म, योगी सरकार से बढ़ी उम्‍मीदें

मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ. ( फाइल फोटो)

मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ. ( फाइल फोटो)

योगी आदित्यनाथ ने 2017 में सत्ता में आने के बाद से अपराध मुक्त प्रदेश की अपनी मंशा जाहिर कर दी थी और 2022 में भी वही ते ...अधिक पढ़ें

ममता त्रिपाठी

लखनऊ . योगी आदित्यनाथ ने 2017 में सत्ता में आने के बाद से अपराध मुक्त प्रदेश की अपनी मंशा जाहिर कर दी थी और 2022 में भी वही तेवर बरकरार हैं. अपराध और अपराधी को लेकर योगी का नजरिया बिल्कुल ही साफ रहा है. योगी आदित्यनाथ ने अपने पहले कार्यकाल में 28 मार्च 2018 को विधानसभा में मकोका की तर्ज पर उत्तर प्रदेश संगठित अपराध नियंत्रण विधेयक, 2017 (यूपीकोका) पेश किया था, जिसके जरिए अपराधियों से सख्ती से निपटा जा सकता था खासतौर से संगठित अपराध को खत्म करने में ये काफी प्रभावी रहता मगर तब विधान परिषद से विधेयक पास नहीं हो पाया था. विधान परिषद में बहुमत मिलने के बाद से अब इसके पास होने की उम्मीदें जगी हैं. योगी आदित्यनाथ को डबल इंजन की सरकार का फायदा ये मिला कि बजट को लेकर केन्द्र सरकार ने उत्तर प्रदेश को कभी भी निराश नहीं किया.

योगी के सामने सबसे बड़ी चुनौती थी खराब कानून व्यवस्था को सुधारना ताकि बाहर के बिजनेस हाउस प्रदेश में आए और निवेश करें. नोएडा को उत्तर प्रदेश की आर्थिक राजधानी भी कहा जाता है. यहां पर ग्रेटर नोएडा में 1500 और नोएडा में 10000 के करीब छोटी बड़ी इंडस्ट्रीज हैं. मगर इसके साथ ही नोएडा में संगठित अपराध अपने चरम पर था जिसको तोड़ना बहुत मुश्किल था.  योगी ने अपराध के खात्मे के लिए अच्छे अधिकारियों की टीम बनाई जिसको साथ मिला योगी के बुलडोजर का. नोएडा एन्टरप्रानर एसोसिएशन के अध्यक्ष विपिन मल्हन कहते हैं कि कमिश्नरी बनने से पहले हमलोगों को काफी सारी दिक्कतों का सामना करना पड़ता था. यहां के बदमाश रंगदारी वसूली करते थे और हमलोग डर के मारे किसी से शिकायत नहीं कर सकते थे क्योंकि कहीं पर कोई सुनवाई नहीं होती थी. डर से निवेशक यूपी में नहीं आते थे. कमिश्नरी बनने के बाद से निवेशकों का आना फिर से शुरू हो गया है.

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ग्रेटर नोएडा इकोटेक-3 में अमेरिका की आटोमोबिल कम्पनी डाना है जिसमें दो हजार लोग काम करते हैं. पुरूषोत्तम जंगीड़ जो इसको हेड करते हैं, उनका कहना है कि कमिश्नरी से पहले हमारे यहां काम करने वाले लोगों के साथ आए दिन छीना झपटी होती रहती थी. हमारे आस पास सारी मल्टी नेशनल कम्पनियां ही हैं और आपस में बात करने पर यही पता चलता है कि रंगदारी व्यवस्था के खत्म होने से सब खुश हैं.
आपको बता दें कि कमिश्नरी बनने के बाद से शो विंडो सिटी नोएडा में 26000 करोड़ का निवेश आया है. विदेशी इलेक्ट्रानिक कम्पनी हेयर और रोबोट बनाने वाली एडबर्ब ने अपने प्लांट लगाना शुरू कर दिया है.
योगी ने अपने पहले कार्यकाल में गैंगस्टर एक्ट में संशोधन किया और अपराधियों की सम्पत्ति कुर्क करने के कड़े आदेश दिए. मुख्तार अंसारी, अतीक अहमद, सुन्दर भाटी सहित 22259 अपराधियों के विरूद्ध गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्यवाही की है, साथ ही 1128 करोड़ रूपए की सम्पत्ति भी जब्त की है.

नोएडा के पुलिस कमिश्नर आलोक सिंह बताते हैं कि नोएडा में इन अपराधियों का अर्थतंत्र बहुत मजबूत था. पुलिस के सामने सबसे बड़ी चुनौती उस तंत्र को तोड़ने की थी. नोएडा के लोगों खासतौर से इंडस्ट्रलिस्टों ने पुलिस का साथ दिया और आज संगठित अपराध का जड़ से खात्मा हो चुका है. गौरतलब है कि नोएडा में पिछले दो सालों में बुलडोजर बाबा कि पुलिस ने अपराधियों की 168 करोड़ की चल अचल सम्पत्ति जब्त की है जिसमें दिल्ली, नोएडा और गुड़गांव में कई फार्म हाउस, पेंट हाउस भी शामिल हैं. लगभग 87 करोड़ की उन शैल कम्पनियों को बंद कराया है जिनके नाम पर ये अपराधी अपना पूरा रैकेट चलाते थे. योगी की पुलिस ने ताबड़तोड़ एनकाउंटर किए और माफियाओं की सम्पत्ति पर बुलडोजर चल रहा है उससे ये मंशा साफ है कि सरकार का क्या रूख है.

Tags: Chief Minister Yogi Adityanath, Yogi government

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