होम /न्यूज /उत्तर प्रदेश /यूपीः कानून का इतना खौफ कि गांव में पसरा सन्नाटा, घर छोड़कर ग्रामीण कर गए पलायन

यूपीः कानून का इतना खौफ कि गांव में पसरा सन्नाटा, घर छोड़कर ग्रामीण कर गए पलायन

पिछले सप्ताह से बंद घरों के दरवाजे पर ताले लटके हुए हैं. गांव में सन्नाटा पसरा हुआ है. पुलिस की कार्रवाई से डर और भयभीत के साए में जीने को मजबूर हैं.

पिछले सप्ताह से बंद घरों के दरवाजे पर ताले लटके हुए हैं. गांव में सन्नाटा पसरा हुआ है. पुलिस की कार्रवाई से डर और भयभीत के साए में जीने को मजबूर हैं.

हादसे में दो की मौत के बाद हुए नेशनल हाइवे लखनऊ-वाराणसी पर बवाल काण्ड मामले में पुलिस जौनपुर के किसान मोर्चा जिला महामं ...अधिक पढ़ें

मनोज सिंह पटेल

जौनपुर. यूपी में अपराध करने वाले अपराधियों में कानून का डर है. कानून का ख़ौफ़ और जेल जाने के डर से जौनपुर के कुलहनामाऊ गांव के दर्जनो घरों से लोग पलायन कर चूके हैं. पिछले सप्ताह से बंद घरों के दरवाजे पर ताले लटके हुए हैं. गांव में सन्नाटा पसरा हुआ है. पुलिस की कार्रवाई से डर और भयभीत के साए में जीने को मजबूर हैं. मामले में पीड़ित परिजनों ने मीडिया के कैमरे पर सीएम योगी से गुहार लगाकर गांव में अमन चयन के साथ दर्ज मुकद्दमे वापस लेने की मांग की है.

दरअसल, बीते 14 मई को सड़क हादसे में दो युवकों की मौत के बाद बीजेपी नेता भोपाल सिंह भोले के नेतृत्व में दलित ग्रामीणों ने नेशनल हाइवे जाम कर हंगामा खड़ा कर दिया था. सूचना पर पहुंची पुलिस ने लोगों को समझाने बुझाने का प्रयास किया. लेकिन लोग नहीं माने, जाम को हटाने के लिए पुलिस लाठी चार्ज कर जाम लगाकर खदेड़ा गया. पुलिस की मानें तो इस दौरान पथराव-तोड़फोड़, चाकू-बाज़ी भी हुई, जिसमें कई ग्रामीणों के साथ पुलिस को चोट लगी.

क्या है पूरा मामला

हादसे में दो की मौत के बाद हुए नेशनल हाइवे लखनऊ-वाराणसी पर बवाल काण्ड मामले में पुलिस जौनपुर के किसान मोर्चा जिला महामंत्री भोपाल सिंह भोले समेत 70 अज्ञात के खिलाफ गंभीर धाराओं में केस दर्ज कर महिला-पुरुष समेत 13 लोगो को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है.

परिजन बोले- हम जाम लगाने नहीं गए थे

मीडिया के कैमरे पर रोते हुए परिजनों ने बताया कि सड़क हादसे में परिवार के लड़के की मौत की सूचना बीते 14 मई की सुबह तड़के मिली. परिजन रोते बिलखते जिला अस्पताल गए हुए थे. जाम में भी नहीं थे. उसके बावजूद उनके ऊपर भी मुकदमा पुलिस करते हुए कानून के रक्षकों ने उत्पीड़न किया. पीड़ित परिजन पुलिस अधिकारियों के यहाँ भी जाकर गुहार लगा रहे हैं कि वह जाम में नहीं थे. गांव के लोगो ने स्थानीय बीजेपी नेता भोपाल सिंह भोले के उकसाने पर लोग हाइवे जाम मुआवजे की मांग को लेकर चक्का जाम किए थे. सड़क हादसे बेटे की जान गंवा चुके हैं. उनके साथ न्याय किया जाए.

टॉप स्टोरीज
अधिक पढ़ें