(रिपोर्ट – शाश्वत सिंह,झांसी)
बुंदेलखंड विश्वविद्यालय ने अपनी पुनर्मूल्यांकन प्रक्रिया में बड़ा बदलाव किया है.विश्वविद्यालय शासन द्वारा यह तय किया गया है कि अब 12 प्रतिशत अंक अधिक आने पर विद्यार्थियों के कुल अंक में बदलाव कर दिए जाएंगे.पूर्व में यह बदलाव 15 प्रतिशत अंक पर ही किया जाता था.विश्वविद्यालय में यह सुविधा छात्रों के लिए कर दी गई है.अगर कोई विद्यार्थी परीक्षा में प्राप्त अंकों संतुष्ट नहीं है तो वह पुनर्मूल्यांकन के लिए आवेदन कर सकता है.
छात्र कर सकते हैंपुनर्मूल्यांकन के लिए आवेदन
परीक्षा नियंत्रक राजबहादुर ने बताया कि अगर कोई विद्यार्थी परीक्षा में प्राप्त अंकों से संतुष्ट नहीं होता है तो वह पुनर्मूल्यांकन के लिए आवेदन कर सकता है.इसके लिए विद्यार्थियों को 3 हजार रुपए का शुल्क देना होता है.इसके बाद विद्यार्थी को उसकी उत्तर पुस्तिका की एक फोटोकॉपी दी जाती है.अगर विद्यार्थी को लगता है कि उत्तर पुस्तिका की सही ढंग से जांची नहीं गई है तो वह इसको जांच करवाने के लिए आवेदन कर सकता है.अगर विद्यार्थी की आपत्ति सही निकलती है तो विद्यार्थी को 2 हजार 500 रूपए वापस कर दिए जाएंगे.
12 प्रतिशत अंक अधिक आने पर भी परिणाम में होगा बदलाव
पूर्व में यह नियम था कि अगर पुनर्मूल्यांकन के बाद विद्यार्थी को प्राप्त अंक से 15 प्रतिशत अंक अधिक मिलते हैं तो परिणाम में बदलाव कर दिया जाता था.नए नियम में इसको घटाकर 12 प्रतिशत कर दिया गया है.इसी आधार पर विद्यार्थियों को उनके द्वारा जमा किए गए शुल्क की राशि को भी वापस कर दिया जाएगा.छात्रों द्वारा लंबे समय से इस नियम में बदलाव करने के लिए मांग उठाई जा रही थी.छात्र संगठन अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने भी इसके लिए कुलपति को ज्ञापन दिया था.विश्वविद्यालय द्वारा छात्र हित में यह फैसला लिया गया है.
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