रिपोर्ट : शाश्वत सिंह
झांसी. हर गांव का सपना होता है कि वह महानगर में शामिल हो जाए. गांव का विकास भी शहर की तर्ज पर हो. इसी सपने को दिखाकर 15 साल पहले झांसी के कई गांवों को नगर निगम परिक्षेत्र में शामिल किया गया था. इनमें से एक गांव है कोछाभंवर. इसे नगर निगम का वॉर्ड नंबर 13 बनाया गया था. लेकिन 15 साल बीत जाने के बाद भी इस गांव की सूरत नहीं बदली है. विकास के नाम पर अब तक यहां कोई खास काम नहीं किया गया. कोछाभंवर में हुए विकास की हकीकत जानने के लिए न्यूज 18 लोकल ने स्थानीय लोगों से बात की.
कोछाभंवर में रहनेवाले चंद्रपाल यादव ने कहा कि बीते 15 साल में कोई ऐसा काम नहीं हुआ, जिसे गिनाया जा सके. सड़कों और नालियों की स्थिति पहले की ही तरह बनी हुई है. यहीं के जगदीश ने कहा कि जो सपने दिखाए गए थे, वे आज तक पूरे नहीं हुए. शहर जैसी सुविधाओं की उम्मीद थी, लेकिन कुछ भी नहीं बदला. मुख्यमंत्री के ऐलान के बाद भी सड़कें गड्ढामुक्त नहीं हुई हैं. सिर्फ कूड़ा उठ जाता है. प्रफुल पटेरिया ने बताया कि कूड़ा उठानेवाले आते तो हैं, लेकिन वह ऐसे समय पर आते हैं जब आधा से अधिक गांव काम पर जा चुका होता है. सफाई कर्मचारी तो कभी आते ही नहीं.
कोछाभंवर के पार्षद पुष्पेंद्र यादव हैं. स्थानीय लोगों ने कहा कि वॉर्ड के पार्षद कभी क्षेत्र में नहीं आते हैं. आखिरी बार वह 3 महीने पहले यहां आए थे. लोगों के अनुसार पार्षद आते भी हैं तो गांव में बने पार्क से ही लौट जाते हैं. पार्क का विकास भी नहीं हुआ है. सिर्फ बाउंड्री करवा कर छोड़ दिया गया है. कोछाभंवर के विकास पर जब हमने अपर नगर आयुक्त मोहम्मद कमर से बात की तो उन्होंने कहा कि सड़कों को जल्द ही गड्ढामुक्त कर दिया जाएगा. नालियों की मरम्मत और कूड़ा उठाने पर भी काम किया जाएगा.
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Tags: Development Plan, Jhansi news, UP news
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