रिपोर्ट- शाश्वत सिंह
झांसी. बुंदेलखंड विश्वविद्यालय में बन रही बुंदेली वीथिका में युवा चित्रकारों ने एक नई खूबसूरती जोड़ दी है. झांसी के युवा चित्रकारों ने भारत और बुंदेलखंड के प्रमुख साहित्यकारों को रंगों के माध्यम से श्रद्धांजलि दी है. ललित कला संस्थान के विद्यार्थियों ने तुलसीदास और कबीर से लेकर गुलजार और हरिशंकर परसाई तक की चित्रों को बनाया है. इन सभी चित्रों को बुंदेली वीथिका में लगाया जाएगा. बुंदेलखंड के साहित्यकारों में मैथिलीशरण गुप्त, सियारामशरण गुप्त, सुभद्रा कुमारी चौहान की तस्वीरें भी युवाओं द्वारा बनाई गई हैं.
बुंदेलखंड विश्वविद्यालय के हिंदी विभाग में बनाई जा रही इस बुंदेली वीथिका में एक बुंदेली वॉल ऑफ आर्ट तैयार की गई है. यहां बुंदेलखंड में जितनी भी चित्रकला शैलियां हैं उनको प्रदर्शित किया गया है. इसमें अभी बुंदेलखंड के साहित्यकारों की सभी पांडुलिपियां और हस्त शिल्प को भी प्रदर्शित किया जायेगा.
बुंदेलखंड की कला को संरक्षित करेगी यह वीथिका
बुंदेलखंड विश्वविद्यालय के कला संकाय के अधिष्ठाता प्रो. मुन्ना तिवारी ने बताया कि बुंदेलखंड विश्वविद्यालय में देश भर से विद्यार्थी पढ़ने आते हैं. इन विद्यार्थियों को और झांसी समेत अन्य जगह के लोगों को बुंदेली परंपरा और कला से अवगत कराने के लिए बुंदेली वीथिका तैयार की जा रही है. पहले चरण में चित्रों के माध्यम से दीवार सजाए जा रहे हैं. इसके बाद साहित्यकारों के चित्र तैयार किए गए हैं. अगले चरण में यहां बुंदेलखंड के सभी साहित्यकारों की पांडुलिपियां प्रदर्शित की जायेंगी और हस्त शिल्प को भी सजाया जाएगा.
.
'द केरल स्टोरी' की आसिफा ने बताया क्यों मुस्लिमों में धर्म परिवर्तन गलत, बोली- 'हिंदू में बहुत हुए हैं पर...'
Buxar Most Famous Ghat : रामरेखा से लेकर रानी घाट तक, पौराणिक मान्यताओं को बयां करती मनमोहक तस्वीरें
जब मेकर्स ने फिल्म नहीं, गाने को शूट करने में बहाया था पानी की तरह पैसा, 1 गाने का बजट सुनकर नहीं होगा यकीन