होम /न्यूज /उत्तर प्रदेश /करोड़ों का खर्च लेकिन महिला हॉस्पिटल तक नहीं पहुंच पाईं ऑक्सीजन पाइप लाइन

करोड़ों का खर्च लेकिन महिला हॉस्पिटल तक नहीं पहुंच पाईं ऑक्सीजन पाइप लाइन

X
हर

हर माह औसतन 50 ऑक्सीजन सिलेंडरों की होती है खपत

Kannauj News: जिला अस्पताल में कुछ स्थानों में पाइप लाइन के माध्यम से ऑक्सीजन की आपूर्ति की जा रही है. लेकिन महज कुछ ही ...अधिक पढ़ें

अंजली शर्मा
कन्नौज. कोरोना संकट की दूसरी लहर में ऑक्सीजन कमी के चलते पूरे भारत में त्राहि-त्राहि मच गई थी और हजारों लोगों को ऑक्सीजन की कमी के चलते अपनी जान गंवानी पड़ी थी. इसके बाद कन्नौज जिले में शासन की पहल पर एक बहुत बड़ा ऑक्सीजन का प्लांट लगाया गया. इसमें लगभग करीब एक करोड़ रुपए की लागत से जिला अस्पताल में लगा प्लांट आम लोगों को राहत देने की एक बड़ी पहल थी. लेकिन 1 साल बीत जानें के बाद भी इस प्लांट से जिस तरह की राहत मिलनी चाहिए, वह अभी तक नहीं मिल पा रही.

जिला अस्पताल में कुछ स्थानों में पाइप लाइन के माध्यम से ऑक्सीजन की आपूर्ति की जा रही है. लेकिन महज कुछ ही दूरी में स्थित महिला अस्पताल में अभी तक इस ऑक्सीजन पाइप लाइन का स्रोत नहीं पहुंचा है. महिला एसएनसीयू वार्ड में आज भी सिलेंडरों के माध्यम से नवजात बच्चों को ऑक्सीजन की पूर्ति की जा रही है.

हर महीने 50 ऑक्सीजन सिलेंडर की होती है खपत
एनआईसीयू में तैनात कर्मियो ने बताया कि हर माह का एवरेज निकाला जाए तो करीब 50 ऑक्सीजन सिलेंडर लग जाते है. यही अगर पाइप लाइन के माध्यम से यहां भी ऑक्सीजन की सुविधा हो जाये तो बहुत आराम मिल जाएगा और एमरजेंसी में बहुत काम आएगा.

कितना उत्पादन होता है ऑक्सीजन का
पीएम फंड से बने इस ऑक्सीजन प्लांट की क्षमता हर मिनट में 1 हजार लीटर ऑक्सीजन बनाने की है. इस ऑक्सीजन प्लांट के बन जाने के बाद यहां के लोगों को सरकार द्वारा बहुत बड़ी सहूलियत प्रदान की गई है.

पाइपलाइन के माध्यम से पहुंचाई जाए ऑक्सीजन की सुविधा
जिला अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड और सहित कई वार्ड व 100 बेडों के जनरल वार्ड में पाइपलाइन से ऑक्सीजन की सुविधा दी जा रही है. लेकिन सबसे जरूरी महिला वार्ड में अभी ऑक्सीजन पाइप लाइन नहीं डाली गई है. प्रसव के बाद गर्भवती महिलाओं और नवजात शिशुओं के ऑक्सीजन की जरूरत सबसे ज्यादा होती है.

क्या बोले सीएमएस
जिला अस्पताल सीएमएस डॉ शक्ति बसु ने बताया कि बीते 2017 में यह महिला हॉस्पिटल हम लोगों को मिला था जिसमें ऑक्सीजन पाइप लाइन नहीं डाली गई. ऑक्सीजन प्लांट बन जानें के बाद पाईप लाइन अभी तक महिला हॉस्पिटल में नही पहुंच पाई जिसके लिए कई बार शासन को पत्र लिखा गया है. उम्मीद है जल्द काम शुरू हो जाएगा.

Tags: Kannauj news, Oxygen Plant, Uttar pradesh news

टॉप स्टोरीज
अधिक पढ़ें