कानपुर की सड़कों पर कांग्रेस ने 'खेत बचाओ, खलियान बचाओ' संदेश यात्रा निकाली

कानपुर की सड़कों पर कांग्रेस ने निकाली संदेश यात्रा.
यह यात्रा महानगर कांग्रेस कमेटी की ओर से आयोजित की गई थी. अवसर था भारतीय इतिहास की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस (Congress) के 136वें स्थापना दिवस का.
- News18Hindi
- Last Updated: December 31, 2020, 5:11 PM IST
कानपुर. कानपुर (Kanpur) की सड़कों पर संदेश यात्रा (Sandesh Yatra) निकाली गई. यह यात्रा महानगर कांग्रेस कमेटी की ओर से आयोजित की गई थी. अवसर था भारतीय इतिहास की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस (Congress) के 136वें स्थापना दिवस का. इस मौके पर नगर अध्यक्ष हर प्रकाश अग्निहोत्री की अगुवाई में सैकड़ों कार्यकर्ता संदेश यात्रा में शामिल हुए. यह यात्रा मेस्टन रोड स्थित कांग्रेस मुख्यालय तिलक हाल से चलकर शहर के विभिन्न मार्गों से होते हुए वापस मुख्यालय पर आकर समाप्त हुई.
कानपुर में यह नजारा देखने लायक था. हाथों में झंडा लिए कांग्रेसी देशभक्ति के गीत गाते हुए आगे बढ़ रहे थे. महिलाएं, बुजुर्ग और युवाओं की टोली इस यात्रा में शरीक थी. कांग्रेस के नगर अध्यक्ष हर प्रकाश अग्निहोत्री ने बताया कि उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के आह्वान पर 'खेत बचाओ, खलियान बचाओ' (khet Bachao, khaliyan bachao) के नारे के साथ इस संदेश यात्रा का आयोजन किया गया है. वर्तमान केंद्र सरकार किसानों की आवाज नहीं सुन रही है. आज इस यात्रा के माध्यम से हम समाज को जागरूक करने का काम कर रहे हैं. वही कोरोना गाइडलाइन के सवाल पर सरकार की ओर इशारा करते हुए कहा कि ये सारे नियम केवल विपक्ष के लिए ही हैं. क्योंकि वर्तमान सरकार से जुड़े लोग कहीं भी जाते हैं, तो कहीं पर भी इन गाइडलाइंस का पालन करते हुए नहीं दिखाई देते हैं.
कानपुर में यह नजारा देखने लायक था. हाथों में झंडा लिए कांग्रेसी देशभक्ति के गीत गाते हुए आगे बढ़ रहे थे. महिलाएं, बुजुर्ग और युवाओं की टोली इस यात्रा में शरीक थी. कांग्रेस के नगर अध्यक्ष हर प्रकाश अग्निहोत्री ने बताया कि उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के आह्वान पर 'खेत बचाओ, खलियान बचाओ' (khet Bachao, khaliyan bachao) के नारे के साथ इस संदेश यात्रा का आयोजन किया गया है. वर्तमान केंद्र सरकार किसानों की आवाज नहीं सुन रही है. आज इस यात्रा के माध्यम से हम समाज को जागरूक करने का काम कर रहे हैं. वही कोरोना गाइडलाइन के सवाल पर सरकार की ओर इशारा करते हुए कहा कि ये सारे नियम केवल विपक्ष के लिए ही हैं. क्योंकि वर्तमान सरकार से जुड़े लोग कहीं भी जाते हैं, तो कहीं पर भी इन गाइडलाइंस का पालन करते हुए नहीं दिखाई देते हैं.