रिपोर्ट- अखंड प्रताप सिंह
कानपुर. क्रिकेट की प्रीमियर लीग यानी आईपीएल ने तो विश्वभर में खूब सुर्खियां बटोरी हैं. इसके साथ ही फुटबॉल, बैडमिंटन, टेनिस के भी राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट हुआ करते हैं. कई लीग होती रहती हैं. लेकिन शतरंज यानी चेस की कोई बड़ी लीग नहीं होती है.अब पहली बार आईपीएल की तर्ज पर आईसीएल की शुरुआत होने जा रही है. जिसमें देश भर से 6 से 8 टीमें हिस्सा लेंगी. यह बिल्कुल आईपीएल की तर्ज पर होगा. इसमें भी अलग-अलग फ्रेंचाइजी अलग-अलग टीमें खरीदेंगी. इसके साथ ही विदेशी खिलाड़ी भी इस प्रतियोगिता में शामिल होंगे.
शह और मात के खेल शतरंज को अब देश नहीं बल्कि दुनिया में एक अलग पहचान दिलाने के लिए इस इंडियन चेस लीग का आयोजन किया जा रहा है. इसका आयोजन इंडियन चेस फेडरेशन कर रही है. जिसके तहत देश भर से 6 से 8 टीमें बनाई जाएंगी. जो इस प्रतियोगिता में प्रतिभाग करेंगे. देश के विभिन्न राज्यों से खिलाड़ी इसमें शामिल होंगे तो. वहीं सीमित संसाधनों के तहत विदेशी खिलाड़ी भी इन टीमों में शामिल किए जाएंगे. यह प्रतियोगिता चेस को अंतरराष्ट्रीय स्तर और देश में खेलों में किस को बढ़ावा देने के लिए एक मील का पत्थर साबित होगी.
बौद्धिक विकास और राष्ट्र गौरव बढ़ाएगा
इंडियन चेस फेडरेशन के चेयरमैन डॉक्टर संजय कपूर ने बताया कि आईपीएल की तर्ज पर पहली बार देश में इंडियन चेस लीग का आयोजन किया जा रहा है. जो वर्ष 2023 के अंत तक होगा. इस प्रतियोगिता से चेस एक संजीवनी मिलेगी. देश में लोग इसके प्रति जागरूक होंगे. हर परिवार से एक बच्चा इस गेम को जाने और खेले यह मेरा प्रयास है. उन्होंने कहा कि जहां आज के समय बच्चे वीडियो गेम खेलते रहते हैं. जिससे उनका बौद्धिक विकास नहीं बल्कि बौद्धिक पतन होता है. ऐसे में अगर बच्चे चेस की ओर बढ़ेंगे तो इससे उनका बौद्धिक विकास भी होगा और चेस के क्षेत्र में भारत देश पूरी दुनिया में एक अलग पहचान भी बनाएगा.
ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी|
कहां हैं सलमान खान की 'बहन'? जिसने अक्षय कुमार-ऋषि कपूर संग फरमाया इश्क! बाद में शादी कर जा बसी अमेरिका और...
जब Shweta Tiwari की 3rd मैरिज पर लोगों ने मारा ताना, कितनी बार शादी करोगी? एक्ट्रेस ने दिया ये जवाब
PHOTOS: ढाबे पर खाना खाने उतरा स्टाफ, कार से उतरकर रफू-चक्कर हो गए IAS के कुत्ते, चक्करघिन्नी बनी पुलिस