उच्चतम न्यायालय ने पिछले सप्ताह दो याचिकाओं पर सुनवाई करते हुए यह आदेश पारित किया था (File Photo)
कानपुर. उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में कानपुर के कारोबारी मनीष गुप्ता (manish gupta) की हत्या का मामला अब सुप्रीम कोर्ट (supreme court) पहुंच गया है. इस मामले की जांच एसआईटी के द्वारा की जा रही थी, लेकिन मनीष गुप्ता की पत्नी ने एसआईटी जांच पर सवाल उठा दिए हैं. इसी को लेकर कारोबारी मनीष गुप्ता की पत्नी ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल कर दी है, जिसमें उन्होंने मामले की जांच CBI को ट्रांसफर करने की मांग की.
गौरतलब है कि कानपुर के कारोबारी मनीष गुप्ता की गोरखपुर के होटल में हत्या कर दी गई थी. हत्या का आरोप पुलिस कर्मियों पर ही लगा था. इसमें आरोपियों की गिरफ्तारी कर ली गई है. सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल करते हुए कारोबारी मनीष गुप्ता की पत्नी मीनाक्षी गुप्ता ने कहा कि उन्हें यूपी पुलिस की SIT जांच पर भरोसा नहीं है. यूपी पुलिस ने इस मामले में शुरू से ही आरोपियों को बचाने की कोशिश की है. पहले इसे दुर्घटना बताया गया और 48 घंटे बाद FIR दर्ज की गई. इस मामले के साक्ष्यों को मिटाने का अंदेशा है. मीनाक्षी गुप्ता ने कहा कि राज्य सरकार की सिफारिश के बावजूद अभी तक सीबीआई ने जांच शुरू नहीं की है. इसी को देखते हुए वह पति की हत्या के मामले की जांच सीबीआई को सौंपे जाने की मांग कर रही हैं.
निर्भया को इंसाफ दिलाने वाली सीमा करेंगी मनीष हत्याकांड की पैरवी
निर्भया केस में इंसाफ दिलाने वाली और हाथरस रेप और मर्डर पीड़िता का केस लड़ने वाली वकील सीमा समृद्धि मनीष गुप्ता हत्याकांड की पैरवी करेंगी. सीमा ने पत्रकारों को बताया कि वह बिना कोई फीस लिए मनीष गुप्ता का केस लड़ेंगी. मृतक मनीष की पत्नी ने उससे मदद की गुहार लगाई थी. वह मामले को दिल्ली स्थानांतरित करने की कोशिश करेंगी, क्योंकि उत्तर प्रदेश पुलिस के जवान इस मामले में शामिल हैं.
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