कानपुर: कानपुर के धनकुबेर पीयूष जैन (Piyush Jain News) भले ही जेल में बंद है, मगर उससे जुड़ी एक बड़ी खबर सामने आई है. जेल में बंद पीयूष जैन से खजानों को लगातार पूछताछ जारी है. इस बीच डीजीजीआई टीम के हाथ एक ऐसी सूची लगी है, जिससे कई राज पर से पर्दा उठ सकता है. डीजीजीआई के हाथ एक ऐसी सूची लगी है, जिसमें उन कारोबारियों का नाम है, जो पीयूष जैन के साथ मिलकर काम करते थे. माना जा रहा है कि डीजीजीआई की टीम अब सूची के आधार पर जल्द ही पूछताछ कर सकती.
दरअसल, सूत्रों की मानें तो अहमदाबाद से आई डीजीजीआई टीम को जो लिस्ट हाथ लगी है, उससे खजाने को लेकर नया सुराग मिला है. लिस्ट के आधार पर पूछताछ के बाद ही इस बात का खुलासा हो पाएगा कि आखिर पीयूष जैन के घर से बरामद पैसा किसका है और वहां पर किस मकसद से रखा गया था. फिलहाल पीयूष जैन के मामले में पुलिस ने 23 किलो सोना और 196 करोड़ कैश और चंदन के तेल बरामद किए थे.
कई दिनों तक चली छापेमारी के बाद कैश-सोना मिलने और टैक्स चोरी के सबूत सामने आने के बाद पूछताछ का सिलसिला जारी है. फिलहाल सूची तो सामने नहीं आ पाई है, मगर बताया जा रहा है कि कानपुर कन्नौज के बड़े कारोबारी इस सूची में शामिल हैं. अगर सूत्रों की बात करें तो जल्दी इनके यहां पूछताछ होगी. फिलहाल डीजीजीआई की टीम लगातार यहां पर डेरा बनाए हुए हैं.
बता दें कि उत्तर प्रदेश का कानपुर और कन्नौज में करोड़ों रुपए मिलने और सोने की ईंट मिलने के बाद से ही इत्र कारोबारी पीयूष जैन जेल में बंद है. डीजीजीआई की रेड में पीयूष जैन के खिलाफ टैक्स चोरी के सबूत मिले थे, जिसके बाद से ही इत्र कारोबारी मुसीबत में है. पिछली पूछताछ में पीयूष जैन ने डीजीजीआई के सामने कबूल किया था कि उसके घर से जो 196 करोड़ रुपए कैश मिले हैं, वह इत्र के कारोबार से ही कमाए हैं. खुद पीयूष जैन ने स्वीकार किया है कि उसने इत्र कारोबार से वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) की चोरी कर 196 करोड़ रुपये की धनराशि इकट्ठा की थी.
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