UP Panchayat Chunav: कानपुर में एक-एक शस्त्र लाइसेंस का सत्यापन करेगी पुलिस

डॉ प्रीतिन्दर सिंह,डीआईजी कानपुर
UP Panchayat Chunav, Kanpur News: सभी थानेदारों को लाइसेंसों के सत्यापन के लिए प्रोफार्मा दिया गया है.जिसमें शस्त्र की पूरी जानकारी अंकित करनी होगी. पुलिसकर्मी मौके पर पहुंच कर असलहों का सत्यापन करेंगे.
- News18Hindi
- Last Updated: January 24, 2021, 10:29 AM IST
कानपुर. उत्तर प्रदेश में होने वाले पंचायत चुनावों (UP Panchayat Chunav) से पहले एक-एक शस्त्र लाइसेंस (Arms Licence) का सत्यापन किया जाएगा. कानपुर (Kanpur News) में आठ पुलिसकर्मियों की निर्मम हत्या के बिकरू कांड से सबक लेते हुए असलहों के सत्यापन की प्रक्रिया की जाएगी. बिकरू कांड के बाद बात का खुलासा हुआ था कि शस्त्र लाइसेंसों में बड़ा गड़बड़झाला है. आलम यह है कि अपराधियों को लाइसेंस जारी हो गए हैं. वहीं कलेक्ट्रेट से कई असलहों की पत्रावलियां गायब होने का मामला सामने आया. इतना ही नही दुर्दान्त विकास दुबे (Gangster Vikas Dubey) के अपने भाई दीपू दुबे और गुर्गों के असलहे अपने पास रखता था यह भी स्पष्ट हो गया. इन सब से सबक सीखते हुए कानपुर में पुलिस औऱ प्रशासन ने अब शत प्रतिशत लाइसेंसो का सत्यापन करने की प्रक्रिया शुरू की है.
सभी थानेदारों को लाइसेंसों के सत्यापन के लिए प्रोफार्मा दिया गया है, जिसमें शस्त्र की पूरी जानकारी दर्ज करनी होगी. पुलिसकर्मी मौके पर पहुंच कर असलहों का सत्यापन करेंगे. पुलिसकर्मी यह भी देखेंगे असलहों के लाइसेंसो का रिन्यू हुआ है या नहीं. कितने लाइसेंस गन हाउस के पास हैं, इसका भी रिकार्ड रखा जाएगा. सभी थानेदारों को प्रक्रिया पूरी करने के लिए डेढ़ महीने का समय दिया गया है. आपको बता दें कि कानपुर में 41 हजार शस्त्र लाइसेंस जारी हुए हैं. जिनके सत्यापन के लिए डेढ़ महीने की डेट लाइन तय की गयी है.
डीआईजी कानपुर डॉ प्रीतिन्दर सिंह ने बताया कि आने वाले एक दो महीनों में पंचायत चुनाव और फिर विधानसभा चुनाव होने हैं. इसके अलावा कुछ शिकायतें मिली थीं कि कुछ पत्रावलियां भी गायब हैं. जिसके बाद जिलाधिकारी संग हुई बैठक में यह फैसला लिया गया कि कानपुर जनपद में करीब 41 शास्त्र लाइसेंस का सत्यापन किया जाएगा. सभी थानाध्यक्षों को इसकी जिम्मेदारी दी गई है. आपको बता दें कि प्रदेश में कुछ ही महीनों में पंचायत चुनाव होने हैं, इसको लेकर भी पुलिस अतिरिक्त सतर्कता बरत रही है.
सभी थानेदारों को लाइसेंसों के सत्यापन के लिए प्रोफार्मा दिया गया है, जिसमें शस्त्र की पूरी जानकारी दर्ज करनी होगी. पुलिसकर्मी मौके पर पहुंच कर असलहों का सत्यापन करेंगे. पुलिसकर्मी यह भी देखेंगे असलहों के लाइसेंसो का रिन्यू हुआ है या नहीं. कितने लाइसेंस गन हाउस के पास हैं, इसका भी रिकार्ड रखा जाएगा. सभी थानेदारों को प्रक्रिया पूरी करने के लिए डेढ़ महीने का समय दिया गया है. आपको बता दें कि कानपुर में 41 हजार शस्त्र लाइसेंस जारी हुए हैं. जिनके सत्यापन के लिए डेढ़ महीने की डेट लाइन तय की गयी है.
डीआईजी कानपुर डॉ प्रीतिन्दर सिंह ने बताया कि आने वाले एक दो महीनों में पंचायत चुनाव और फिर विधानसभा चुनाव होने हैं. इसके अलावा कुछ शिकायतें मिली थीं कि कुछ पत्रावलियां भी गायब हैं. जिसके बाद जिलाधिकारी संग हुई बैठक में यह फैसला लिया गया कि कानपुर जनपद में करीब 41 शास्त्र लाइसेंस का सत्यापन किया जाएगा. सभी थानाध्यक्षों को इसकी जिम्मेदारी दी गई है. आपको बता दें कि प्रदेश में कुछ ही महीनों में पंचायत चुनाव होने हैं, इसको लेकर भी पुलिस अतिरिक्त सतर्कता बरत रही है.